BIG NEWS : मंदसौर की वैशाली की मौत पहले लगी हादसा,फिर जब मिला मोबाइल,तो खुले कई राज,प्रेमी ने कैसे लूटा,ओर क्या बनी मौत की वजह, पढ़े खबर में
मंदसौर की वैशाली की मौत पहले लगी हादसा,फिर जब मिला मोबाइल,तो खुले कई राज,प्रेमी ने कैसे लूटा,
मंदसौर में 29 मार्च को 20 साल की युवती की छत से गिरने से मौत हो जाती है, परिवार हादसा मानकर बेटी का अंतिम संस्कार कर देता है, घटना के 3 दिन बाद उनके हाथ कुछ ऐसा लगता है, जो उनके होश उड़ा देता है, उन्हें मोबाइल में मिले एक मैसेज से पता चलता है, कि बेटी की मौत हादसा नहीं, सुसाइड है, बेटी ने घर के सारे गहने, अपनी सैलरी और बाजार से उधार लेकर प्रेमी को 20 से 25 लाख रुपए दिए हैं, ये सारे रुपए प्रेमी IPL सट्टे में हार गया है,
प्रेमी रुपए तो लौटा नहीं रहा, उल्टा और रुपए मांगकर उसे प्रताड़ित कर रहा है, बदनामी और प्रताड़ना से तंग आकर बेटी ने मोबाइल पर मैसेज में पूरी कहानी बयां कर सुसाइड कर लिया, पुलिस ने प्रेमी और उसके पिता के खिलाफ केस दर्ज किया है, प्रेमी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है, जबकि आरोपी का पिता फरार है,
मंदसौर की संत कंवरराम कॉलोनी में रहने वाले भगवान दास होतवानी ब्रेड की दुकान चलाते हैं, उनके परिवार में पत्नी, 3 बेटियां और एक बेटा है, घर में बड़ी बेटी वैशाली कॉलेज में सेकंड ईयर की पढ़ाई कर रही थी, साथ ही वह बीते साल भर से ऑनलाइन ट्रेडिंग शॉप पर काम कर रही थी, उसे 7 हजार रुपए महीना सैलरी मिला करती थी, वह परिवार की लाड़ली थी, और काफी होनहार थी, ऐसे में घर का लेन-देन उसी के जरिए होता था, घर की अलमारी की चाबी उसी के पास रहती थी, अलमारी में पुश्तैनी गहने भी रखे थे, जिनकी कीमत करीब 20 लाख रुपए थी,
29 मार्च 2023 दोपहर करीब डेढ़ बजे वैशाली छत पर जाती है, वहां से छलांग लगा देती है, मां लीना बाहर आकर देखती है तो बेटी लहूलुहान बेसुध हालत में जमीन पर गिरी हुवी मिलती है, उसे सिद्धि विनायक हॉस्पिटल लेजाया जाता है, यहां डॉक्टरों द्वारा जांच के बाद उसे मृत घोषित कर दिया, माता-पिता को लगा कि उसकी मौत सामान्य है, संभवत: वह छत से गिर गई होगी, यही मानकर परिजनों ने अंतिम संस्कार कर दिया,
घटना के 3 दिन बाद 1 अप्रैल को वैशाली के पिता शहर कोतवाली थाने पहुंचे, उन्होंने आवेदन दिया, जिसमें लिखा था, कि बेटी की मौत हादसा नहीं थी, उसे आत्महत्या के लिए उकसाया गया, परिजन ने पुलिस को बताया कि बेटी लाड़ली थी, इसलिए घर में गमगीन माहौल था, तीसरा दिन था, तो रिवाज के अनुसार घर की साफ-सफाई की जा रही थी, इस बीच कमरे में उसका मोबाइल मिला,
छोटी बेटी हनी मेरे छोटे भाई के पास आई, बताया कि वैशाली के मोबाइल का पैटर्न लॉक मैंने खोल लिया है, यह सुन हम सभी कमरे में पहुंचे और बेटी का फोन देखने लगे, उसका वाट्सएप ओपन किया, बेटी ने अपने ही दूसरे नंबर पर 3 वाट्सएप मैसेज किए थे, जिसमें उसने बाफना जिनिंग फैक्ट्री निवासी अजय पिता हेमंत रोचवानी को उसकी मौत का जिम्मेदार बताया था, मैसेज से यह स्पष्ट हो गया कि उसने प्रताड़ित होकर आत्महत्या की थी,
पिता ने बताया कि अजय ने मेरी बेटी को प्रेम जाल में फंसाकर आत्महत्या के लिए मजबूर किया, उसने हमारे पुश्तैनी जेवर और नकद रुपए भी हड़प लिए, वह वापस नहीं दे रहा था, इस कारण बेटी कई दिनों से डिप्रेशन में थी, उसने परिवार और समाज में बदनामी के डर से आत्महत्या कर ली, बेटी की आत्महत्या के बाद मिले मोबाइल मैसेज से हमें पता चला कि वह किसी अजय नाम के शख्स के संपर्क में थी, कोतवाली पुलिस ने वैशाली के पिता के मुहैया कराए गए सबूत के आधार पर अजय रोचवानी व उसके पिता हेमंत रोचवानी के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने सहित धारा 306, 34 में अपराध पर प्रकरण दर्ज किया,
वैशाली के परिजन का आरोप है, कि अजय और वैशाली साथ काम करता था, यही दोनों की दोस्ती बढ़ी और उसने बेटी को प्रेम जाल में फंसा लिया, अपने झांसे में लेने के बाद उसने बेटी से धीरे-धीरे कर करीब 20 लाख कीमत के पुश्तैनी गहने हड़प लिए, बेटी ने गहने घर से चोरी कर अजय को दे दिए थे, इसके साथ ही उसने करीब 4 से 5 लाख रुपए नकद भी दिए थे,अजय को सट्टे की लत थी, क्रिकेट और IPL सट्टे में वह वैशाली के दिए गहने और रुपए सब हार गया था, वैशाली शहर में ऑनलाइन ट्रेडिंग शॉप पर करीब 7 हजार महीने की तनख्वाह पर जॉब करती थी, जहां वह जॉब करती थी, वहां से भी उसने एक लाख रुपए उधार लेकर अजय को दिए थे, वहीं बाजार से भी रुपए लेकर अजय को दिए थे, ये सब रुपए वह सट्टेबाजी में हार गया, वैशाली को बाजार में रुपए वापस लौटना थे, लेकिन अजय ने रुपए और गहने देने से मना कर दिया, इसके बाद से वह डिप्रेशन में थी,लड़की के अंकल सुरेश होतवानी ने बताया, उठावना के बाद घर की सफाई की, तो वैशाली का मोबाइल मिला, जिसमें सुसाइड नोट निकला, जिसमें बताया समाज के अजय ने मुझे बहुत लूटा है, और मेने घर के सारे जेवर भी उसे दे दिए, मेने मुस्तफा सर से एक लाख रुपए लिए थे, वो भी उसे दे दिए हैं, और वह वापस नहीं दे रहा और रुपए मांग रहा है, मैं थक चुकी हूं और सहन नहीं हो रहा है, इसलिए सुसाइड कर रहा हूं, अंकल का कहना है कि वह IPL सट्टा लगाता था, हो सकता है उसके पास बेटी का कोई वीडियो हो जिस डर से उसने हमें कुछ नहीं बताया, भाई को बड़े पिताजी यह पैतृक संपत्ति दे गए थे, परिजनों का कहना है की अजय को कड़ी से कड़ी सजा मिले हम तो यही चाहते हैं,
कोतवाली टीआई अमित सोनी तुरंत सिद्धि विनायक हॉस्पिटल पहुंचे, और घटना की जानकारी ली, जहां पुलिस को परिजन ने बताया कि बेटी छत पर टहल रही थी, इसी दौरान हादसा हुआ है, आत्महत्या जैसी कोई बात नहीं है, परिजन ने न तो वैशाली का पोस्टमॉर्टम करवाया न ही पुलिस को कोई बयान दिया था, इसके बाद पुलिस वापस लौट गई, घटना वाले दिन 29 मार्च को परिजन ने वैशाली का अंतिम संस्कार भी कर दिया, दो दिन बाद परिजन थाने आए और बताया कि युवती का मोबाइल मिला है, जिसमें उसने एक मैसेज लिया है, जिसमें उसने लिखा था कि वह अजय से परेशान होकर सुसाइड कर रही है,
पुलिस ने अजय को गिरफ्तार कर शनिवार को कोर्ट में पेश किया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया, जबकि उसका पिता अभी फरार है, लड़के और लड़की के मोबाइल की जांच साइबर सेल कर रही है, इसमें चेक किए जाएंगे कि किसने किसको क्या मैसेज किए हैं, और कितने का लेन देन हुआ है, प्रारंभिक पड़ताल में पता चला है, अजय सट्टे का आदी है, और इसीलिए उसने वैशाली से नकदी और ज्वेलरी ली थी, उसने धन पाने के लिए किसी प्रकार से ब्लैकमेल तो नहीं किया था, पुलिस इसकी इसकी पड़ताल कर रही हैं,