NEWS: चैत्र नवरात्रि पर्व, जगलों में विराजी मां आंवरी, नौ दिवसीय मेले का आयोजन इस दिन से, जोर शोर से तैयारियां शुरू, पढ़े खबर
चैत्र नवरात्रि पर्व, जगलों में विराजी मां आंवरी, नौ दिवसीय मेले का आयोजन इस दिन से, जोर शोर से तैयारियां शुरू, पढ़े खबर
नीमच। राजस्थान एवं मध्य प्रदेश के प्रमुख स्थलों में शुमार ग्राम चीताखेड़ा से मात्र दो किलो मीटर दूरी पर स्थित माता का खेड़ा की पावन धरा पर अतिप्राचीन भक्ति का अनुपम प्रसिद्ध स्थल आरोग्य देवी महामाया आंवरीमाताजी के मेले में होने वाले सभी कार्यक्रम तय हो गये है। कल दिनांक 2 अप्रैल 2022 शनिवार से आगामी दिवस 10 अप्रैल 2022 रविवार तक चलेगा। आंवरीमाताजी के अलौकिक दरबार को विद्युत डेकोरेशन से जगमगाया गया है। पूरे मेला परिसर में विद्युत व्यवस्था पूरी कर ली गई हैं।
इसके लिए मेला परिसर में दुकानदारों द्वारा तेजी से मेलार्थियों के लिए मनोरंजन हेतु बड़े -झुले, बड़ी-छोटी नाव, चकरी, ब्रेक डांस, आक्टोपास, कटर बीला, हेलीकॉप्टर, जंगल लव, मिकी माउस, जंपिंग जैक, रेल आदि की कर्मचारी विगत दिनों से ही मेलार्थियों के मनोरंजन के साधनों की तैयारियों में जुटे हुए हैं। व्यापारी अन्य विभिन्न सामान के लिए दुकानें लगाने के लिए तैयार कर रहे हैं। मेला परिसर दुकानों से सजने संवरने लगा है। प्लाट वितरण के प्रथम दिन ही समिति द्वारा तय किए गए सभी आवंटन हो गए हैं, मेला परिसर दुकानों के लिए छोटा पडऩे लगा है।
उपरोक्त जानकारी मेला समिति अध्यक्ष दशरथ माली ने प्रेस विज्ञप्ति में देते हुए बताया है कि आंवरीमाताजी मेले का 16 वां वर्ष ह,ै इस बार मुख्य आकर्षण मां का दरबार विद्युत डेकोरेशन एवं विश्व स्वामिनी जीवन दायनी मां जगदम्बा का आकर्षण श्रृंगार तथा रंगमंच पर आयोजित होने वाले रंगारंग धार्मिक भजन संध्या, कवि सम्मेलन एवं सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति प्रस्तुत हेतु राजस्थान व मध्य प्रदेश के प्रख्यात साहित्यकार कवि अपनी काव्य पाठ की प्रस्तुति एवं कलाकार अपनी बेहतरीन कलाकारी प्रस्तुत करेंगे।
मेला समिति अध्यक्ष माली ने बताया कि मेले में आयोजित होने वाले सभी कार्यक्रम तय किए गए समयानुसार ही होंगे। नौ दिवसीय विशाल मेले में दूरदराज शहरी क्षेत्रों से भी झुले, चकरी, नाव, मिकी माउस जैसे कई मनोरंजन यंत्र एवं चटपटे स्वादिष्ट व्यंजन भैल पूरी, चाट, पतासे एवं ठंडा पेय पदार्थ कई प्रकार की कूल्फियां मेलार्थी चटकारे के साथ मेले का आनंद लेने के लिए भारी संख्या में उमड़ेगा। विगत दो वर्षों से कोरोना काल के चलते मेले का आयोजन नहीं किया गया था, इसलिए इस बार हर साल से ज्यादा मेलार्थियों के रिकार्ड तोड़ आने की संभावना है।