BIG NEWS : कृषि विज्ञान केन्द्र वैज्ञानिक सलाहकार समिति की बैठक संपन्न, विशेष उपलब्धियों को किया साझा, तो इन्होंने की संस्था के कार्यो की प्रशंसा, प्राकृतिक खेती को दिया जाएगा और बढ़ावा, पढ़े खबर
कृषि विज्ञान केन्द्र वैज्ञानिक सलाहकार समिति की बैठक संपन्न
नीमच। कृषि विज्ञान केन्द्र की वैज्ञानिक सलाहकार समिति की उन्तालीसवीं बैठक दिनांक- 03 नवम्बर 2025 को हाइब्रीड मोड (ऑन एवं ऑफ लाईन) पर डाॅ. एच.पी. सिंह, प्रभारी अधिष्ठाता, उद्यानीकी महाविद्यालय, मंदसौर की अध्यक्षता एवं डाॅ. अखिलेश सिंह, प्रतिनिधि, निदेशक, राविसिंकृविवि, ग्वालियर, डाॅ. ए.ए. राउत, वैज्ञानिक, अटारी, जोन- 09, जबलपुर के मुख्य आतिथ्य में सम्पन्न हुई। बैठक में रिंग केविके के वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं प्रमुख, मंदसौर एवं जावरा, रतलाम के साथ जिले के विभिन्न लाइन डिपार्टमेंट केे अधिकारी व प्रगतिशील कृषक एवं कृषक महिला सम्मिलित हुए।

कार्यक्रम में केन्द्र के प्रधान वैज्ञानिक एवं प्रमुख डाॅ. सी. पी. पचौरी ने सभी अधिकारियों एवं जिले के लाईन डिपार्टमेन्ट के प्रतिनिधियों तथा प्रगतिशील किसानों/किसान महिलाओं के आपसी परिचय उपरान्त सभी का स्वागत किया। विगत बैठक में माननीय सदस्य महानुभावों द्वारा दिए गए सुझावों पर केन्द्र द्वारा की गई कार्यवाही के बारे में सभी सदस्यों को जानकारी दी। इसके पश्चात उन्होंने विगत छः माह में केन्द्र द्वारा संचालित गतिविधियों (खरीफ 2025) के प्रगति प्रतिवेदन विशेषकर ओएफटी, एफएलडी, प्रशिक्षण, विस्तार गतिविविधयां तथा केन्द्र की विशेष उपलब्धियाॅ बताई। उन्होने संस्था द्वारा आगामी छः माह (रबी 2025-26) हेतु प्रस्तावित केन्द्र की कार्ययोजना का प्रस्तुतीकरण किया। इसके बाद विभिन्न लाइन डिपार्टमेंट के अधिकारियों, कृषक/कृषक महिला प्रतिनिधियों से कृषि विज्ञान केन्द्र को और बेहतर ढंग से कार्य करने हेतु सुझाव देने का अनुरोध किया।

कार्यक्रम में जिला अधिकारियो द्वारा संस्था के कार्यो की प्रशंसा करते हुए आगामी समय में प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने की बात कही। साथ ही जलवायु परिवर्तन को देखते हुए सर्दी, गर्मी एवं वर्षा को देखते हुए रणनिति बनाकर किसानों के बीच प्रचार प्रसार करने के साथ ही प्रधानमंत्री धन धान्य योजना एवं राष्ट्रीय दलहन मिशन पर विशेष कार्य करने का निर्णय लिया गया।

कार्यक्रम में कृषि, उद्यानिकी, पशुपालन, सिंचाई, वन विभाग, मत्स्यकी, उपज मण्डी, दुग्ध संघ, जिला अग्रणी बैंक, जिला पंचायत, मृदा परीक्षण प्रयोगशाला, एफ.पी.ओ., एन.जी.ओ. आदि विभागों के जिला अधिकारी/प्रतिनिधि के साथ जिले के प्रगतिशील किसान/प्रगतिशील किसान महिला भी उपस्थित हुए। इनके द्वारा कृषि विज्ञान केन्द्र को और प्रभावी कार्य करने हेतु अमूल्य सुझाव दिए। कार्यक्रम में केन्द्र के वैज्ञानिक डाॅ.पी. एस. नरुका, डाॅ. एस. एस. सारंगदेवोत, डाॅ. शिल्पी वर्मा, डाॅ. जे.पी. सिंह एवं श्रीमती संयुक्ता पाण्डे का विशेष योगदान रहा। धन्यवाद ज्ञापन के साथ ही बैठक समाप्त हुई।
