BIG NEWS : ना खर्च ना देनी जमीन, फिर पार्षदों का ये कैसा बवाल, जब नपाध्यक्ष ने बनाई प्रोसेडिंग, तो उस पर भी उठाये सवाल, अब इन कागजों और वीडियों ने खोला राज, मामला नीमच परिषद की बैठक से जुड़ा, पढ़े अभिषेक शर्मा की ये खबर
ना खर्च ना देनी जमीन
नीमच। शहर के हित में होने वाले विकास कार्यो में जनप्रतिनिधियों के साथ आम जनता भी सहयोग करती है, और इन विकास कार्यो में नीमच नगर पालिका अपनी अहम भूमिका अदा करती है। जिसके लिए प्रस्ताव और निर्णय लेने के बाद विकास की और कदम बढ़ाया जाता है। अब शहरहित में प्रस्ताव लाने की बात की जाएं, तो नगर पालिका द्वारा आयोजित परिषद की बैठक में शहर के सभी 40 वार्डो के पार्षदों के समक्ष प्रस्ताव रखें जाते है, और उन पर हो-हल्ले के बीच बहुमत के आधार पर उन प्रस्तावों को मंजूरी अधिकारियों द्वारा दी जाती है, लेकिन बीती परिषद की बैठक में तो कुछ प्रस्तावो के खिलाफ ही खड़े हो गए, ओर जमकर हंगामा भी यहां देखने को मिला। बाद में उन प्रस्तावों को आगामी परिषद में लाने की बात पर सहमति बनी, जिसके संबंध में बुधवार शाम होने वाली परिषद की बैठक में उन्हीं प्रस्तावों को दौहराया जाएगा।
परिषद में हंगामा और विरोध करना आम बात है, लेकिन बीती परिषद में जो विरोध कुछ चुनिंदा पार्षदों द्वारा किया गया, वों बैबुनिया था, क्यूंकि उसमे नगर पालिका की ना राशि खर्च हो रही थी, और ना ही किसी समाज के नाम पर जमीन दी जा रही थी। बावजूद इसके पार्षदों ने विरोध किया, और शहर हित के कार्य में रूकावट पैदा की।
आखिर किन प्रस्तावों पर हुआ बैवजह हंगामा-
चलिएं पहले आपकों उन चार प्रस्तावों के बारे में बता देते है। जिसे पार्षदों ने विरोध कर रूकवाया। इनमे पहला नीमच सिटी में जैन दीवाकर द्वार, दुसरा खाटू नरेश मंदिर के मुख्य मार्ग पर तोरण द्वार, तीसरा बघाना में एक मार्ग का नामकरण, और चौथा ब्रहमाकुमारी के बाहर चौराहे का निर्माण शामिल है।
अब जैन दीवाकर द्वार के निर्माण, खाटू श्याम मंदिर के तोरण द्वार निर्माण और बघाना में मौजूद मार्ग के नामकरण के लिए संबंधित समाज के लोगों ने नगर पालिका से केवल अनुमति और एनओसी मांगी थी। इसके द्वारा द्वार निर्माण में होने वाला खर्च की राशि संबंधि लोग ही दे रहे थे। इसमे केवल नगर पालिका को अनुमति और एनओसी उपलब्ध करानी थी।
रहीं ब्रहाकुमारी के बाहर चौराहा निर्माण की बात, तो यहां तीन रास्ते निकलते है, और आएं दिन हादसे होने की संभावना बनी रहती है, ऐसे में नगर पालिका द्वारा निर्णय लेते हुए यहां चौराहा निर्माण होना होना था। जिसमें ना ही नगर पालिका का स्वार्थ है, और ना ही यहां के अधिकारियों का, हां सर्कल निर्माण में जो राशि नगर पालिका खर्च कर रही है, वों जनता को ही समर्पित हो रही है। साथ ही शहर के विकास में चार चांद भी तो लग रहे है।
जो जानकारी सामने आई है उसमे पता चला है की नगर पालिका के पार्षद वंदना खंडेलवाल, किरण शर्मा और योगेश प्रजापति सहित अन्य पार्षद द्वारा अपनी आपत्ति भी जताई गई, और फिर हो-हल्ला होने के बाद नगर पालिका द्वारा इन सभी चार प्रस्तावों को आगामी परिषद की बैठक होने तक स्थगित कर दिया गया।
नगर पालिका अध्यक्ष की प्रोसेडिंग पर सवाल-
परिषद की हर बैठक के बाद यहां एक प्रोसेडिंग तैयार की जाती है। ऐसी ही एक प्रोसेडिंग 14 नवंबर को परिषद की बैठक के बाद नगर पालिका अध्यक्ष स्वाति चौपड़ा ने तैयार की। जिसमे बैठक में आएं प्रस्तावों, यहां हुए हंगामे और विरोध सहित अन्य सभी चीजों को नगर पालिका अध्यक्ष ने तैयार किया। जब यहीं प्रोसेडिंग जग जाहिर हुई, तो विरोध में उतरे इन्हीं पार्षदों ने नगर पालिका अध्यक्ष द्वारा तैयार की गई प्रोसेडिंग को गलत ठहरा दिया। जबकि पार्षदों द्वारा विरोध में दिए गए लेटर में लिखी प्रस्ताव को आगामी बैठक में लाने वाली बाते नगर पालिका अध्यक्ष अपनी प्रोसेडिंग में पहले ही उतार चूंकी है।
अब नगर पालिका अध्यक्ष द्वारा तैयार की गई प्रोसेडिंग पर एक नजर घुमा लेते है-
नगर पालिका अध्यक्ष द्वारा पिछली परिषद की बैठक के बाद जो प्रोसेडिंग तैयार की गई थी। उसमे उन्होंने विषय वार प्रस्ताव लेकर परिषद में हुई बातचीत लिखी, और सब कुछ स्पष्ट कर दिया।
परिषद के प्रस्ताव और निर्णय-
14. विषयः- श्री श्याम तोरण द्वार निर्माण का निर्माण।
67 संकल्पः- प्रकरण प्रस्तुत हुआ, रिपोर्ट कार्यालय देखी गई। अध्यक्ष प्राचीन श्याम मंदिर नीमच श्री बावडी वाले बालाजी तिलक मार्ग जाजू बिल्डींग के पास द्वारा श्री श्याम तोरण द्वार निर्माण की अनुमति शहर के मध्य महावीर मार्ग पर टैगोर मुर्ति के समीप श्री श्याम तोरण द्वार निर्माण की मांग की गई है। बाद विचार-विमर्श सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया है कि, श्री श्याम तोरण द्वार निर्माण, खाटू धाम की तर्ज पर तोरण द्वार निर्माण अनुमति दी जाती है। उक्त निर्माण कार्य में होने वाले समस्त व्यय संबंधित द्वारा वहन की जावेगी।
15. विषयः- जैन दिवाकर अहिंसा खंड एवं जैन दिवाकर द्वार निर्माण की विस्तृत जानकारी प्रदान करना।
68. संकल्पः- प्रकरण प्रस्तुत हुआ, रिपोर्ट कार्यालय देखी गई। अखिल भारतीय जैन दिवाकर संगठन समिति नीमच सिटी द्वारा प्रसिद्ध वक्ता, जगतवल्लभ लोक नायक संत स्व. जैन दिवाकर संत चौथमल जी महाराज साहब की पावन जन्म स्थलि नीमच सिटी होने से नीमच कॉलेज रोड फिल्टर-को के सामने श्री जैन दिवाकर अहिंसा सर्कल एवं जैन दिवाकर द्वार निर्माण की स्वीकृति चाही है। उक्त निर्माण कार्य मे होने वाले समस्त व्यय अखिल भारतीय जैन दिवाकर संगठन समिति नीमच सिटी के द्वारा वहन की जावेगी।
नगर पालिका अध्यक्ष की प्रोसेडिंग-
प्रकरण प्रस्तुत होते ही सभाकक्ष में उपस्थित श्रीमती वन्दना खण्डेलवाल, श्रीमती छाया जायसवाल और श्रीमती किरण शर्मा एवं श्री योगेश प्रजापति द्वारा अध्यक्ष आसदी के समीप आकर प्रकरण में सभी समाजो को जमीन देने को लेकर उद्धघोष करने लगे। श्रीमती खण्डेलवाल द्वारा कहा गया है कि, खण्डेलवाल समाज द्वारा भी आवेदन प्रस्तुत किया गया है, जिस पर विचार क्यो नही हुआ। अध्यक्ष द्वारा कहा गया कि, बगीचा जो खण्डेलवाल समाज के नाम किये जाने जो आवेदन किया गया है। उसमें शासन के निर्देशो के अनुसार कार्यवाही करने हेतु मुख्य नगर पालिका को अदेशित किया। इस पर मुख्य नगर पालिका द्वारा कहा गया कि, इस प्रकार से बगीचा किसी समाज विशेष के नाम करने की शासन की प्रक्रिया में पूरा एक फार्म भरकर शासन की ओर अग्रेषित करके शासन की अनुमति लेना आवश्यक है।
अध्यक्ष नगर पालिका नीमच द्वारा सदन में उदद्योष किया गया है कि, अखिल भारतीय जैन दिवाकर संगठन समिति नीमच सिटी द्वारा स्वयं के व्यय पर द्वार एवं अहिंसा सर्कल निर्माण किया जावेगा। जिसमें नगर पालिका को किसी भी प्रकार का वित्तीय भार नही आवेगा और ना ही भूमि प्रदान की जा रही है। केवल नगर पालिका को उक्त कार्य के लिए अनाप्पति पत्र (एनओसी) प्रदान की जाना है।
विषय- बघाना में स्टार साईकल रोड (हनुमान) नगर के सामने वाले मार्ग का नाम स्व श्री रामनारायण अहीर (नाना भैया) के नाम से नामांकन करने की स्वीकृति बाबत।
संकल्पः- प्रकरण प्रस्तुत हुआ, रिपोर्ट कार्यालय देखी गई। जिलाध्यक्ष भारतीय जनता पार्टी ए 4 वार्ड पार्षद श्री नीरज अहीर द्वारा हनुमान नगर के सामने वाले मार्ग का नामकरण स्वश्री रामनारायग अहीर (नाना भैया) के नाम से नामकरण करने की मांग की होने से प्रकरण स्वीकृति हेतु प्रस्तुत हुआ। श्री नीरज अहीर पार्षद द्वारा सदन में यह भी स्पष्ट किया गया कि, अन्य समाजों द्वारा सामाजिक उपयोग हेतु भूमि आवंटन की मांग की गई है। उक्त प्रकरण भूमि आवंटन का नहीं है, एवं पूर्व से सार्वजनिक मार्ग का नाम का मात्र नामाकरण किया जाना है।
विचार-विमर्श के बाद सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि, इन प्रकरणों को आगामी परिषद बैठक में प्रस्तुत किया जावे।
अब विरोध करने वाले पार्षदों द्वारा दिए गए पत्र पर भी एक नजर डाल लेते है-
परिषद की उक्त बैठक के बाद पार्षद वन्दना खण्डेलवाल, छाया जायसवाल, किरण शर्मा एवं योगेश प्रजापति द्वारा एक पत्र पीठासीन अधिकारी और मुख्य नगर पालिका अधिकारी को लिखित में दिया गया। जिसमे उन्होंने पिछली परिषद में आए प्रस्तावों को आगामी कर दिए जाने की बात लिखी, और प्रोसेटिंग को भी विपरीत लिखना बताया-
यह पत्र-
विषय- परिषद विशेष सम्मेलन क्र. 6/24 नीमच, दिनांक- 14/11/2024, विषय क्र. 15 मे संशोधन किये जाने के संबंध में।
उपरोक्त विषयान्तर्गत निवेदन है कि परिषद विशेष सम्मेलन क्रं.6/24 नीमच, दिनांक- 14/11/2024 विषय क्रं. 15 में प्रोसडींग में जो लिखा गया, वह अन्तिम निर्णय हुआ, ही नही था। उक्त विषय में अंतिम निर्णय आगामी परिषद में विचारार्थ का हुआ था। परिषद सम्मेलन की जो प्रोसडींग लिखी गई है, वह परिषद कक्ष में जो हुआ उसके विपरीत लिखी गई है, और साथ ही जो प्रोसडींग लिखी गई है, वह हम कुछ पार्षदो के द्वारा जो नही कहा गया। हमारे नाम से जानबुझ कर आपके द्वारा इस तरह की प्रोसडींग लिखी गई है, जो नगर पालिका अधिनियम के विपरीत है। अतः श्रीमान उक्त प्रोसेडींग में से विषय क्रमांक 15 मे लिखे गये वाक्यो को विलोपित किया जावे।
बात हो एक ही है...!
नगर पालिका अध्यक्ष स्वाति चौपड़ा की प्रोसेडिंग में यहीं बात लिखी है कि, उक्त प्रस्ताव को आगामी परिषद की बैठक में प्रस्तुत किया जाएं, विरोध में उतरे पार्षदों द्वारा दिये गए पत्र में भी यह लिखा है कि, उक्त विषय में अंतिम निर्णय आगामी परिषद में विचारार्थ है। इसके बावजूद नगर पालिका अध्यक्ष की प्रोसेडिंग को परिषद बैठक के विपरित बताया जा रहा है ।
इनका कहना-
हमने ना तो आपत्ति लगई थी, ना ही कोई ऑब्जेक्शन लिया। झूठी प्रोसेडिंग नगर पालिका अध्यक्ष ने लिख दी। चार पार्षद प्रस्ताव रोक नहीं सकते, बहुमत के आधार पर प्रस्ताव पास होता है, सभी पार्षदों कहां था कि, सभी समाजों को समान भाव से देखते हुए सभी के प्रस्ताव एक साथ लाओं, यह बात हम चार पार्षदों के अलावा अन्य पार्षदों ने भी उठाई थी, और तय हुआ था कि, इनके साथ अन्य प्रस्तावों को आगामी परिषद में लाया जाए।- योगेश प्रजापति, कांग्रेस पार्षद
हमने द्वार संबंधित प्रस्तावों को आगामी करने की मांग की थी। प्रोसेडिंग में हमारे विरोध की बात लिखी गई, और अगर हमारा विरोध था, तो बाकि 36 पार्षद थे ना, तो उन्होंन हां क्यों नहीं की। और सभी समाजों ने अपनी-अपनी जो मांग की है, तो उन्हें भी इनके साथ शामिल किया जाएं।- किरण शर्मा, भाजपा पार्षद