BIG NEWS: रामनवमी पर MP में होंगे बड़े आयोजनों, करोड़ों के विकास कार्यों का लोकार्पण-भूमिपूजन भी, नीमच सहित इन 12 जिलों को मिलेगा लाभ, अप्रैल माह में शिवराज सरकार की बड़ी तैयारी, कलेक्टरों को मिले ये निर्देश, पढ़े खबर
रामनवमी पर MP में होंगे बड़े आयोजनों, करोड़ों के विकास कार्यों का लोकार्पण-भूमिपूजन भी, नीमच सहित इन 12 जिलों को मिलेगा लाभ, अप्रैल माह में शिवराज सरकार की बड़ी तैयारी, कलेक्टरों को मिले ये निर्देश, पढ़े खबर
डेस्क। एमपी के विकास को लेकर अप्रैल महीने में शिवराज सरकार की बड़ी तैयारी है। सरकार ने फैसला किया है कि, रामनवमी के अवसर पर पूरे प्रदेश में बड़े आयोजन किए जाएंगे। ओरछा के साथ चित्रकूट में 4 से 10 अप्रैल 2022 तक श्रीराम लीला उत्सव होगा, और पवित्र बेतवा नदी के तट पर 5 लाख दिए जलाए जाएंगे। इसका लाभ 12 जिलों को मिलेगा। वही 2 अप्रैल को उज्जैन एवं नसरूल्लागंज, 4 अप्रैल को माखन नगर के गौरव दिवस के विविध कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे, और 275 करोड़ के विकास कार्यों का भी भूमिपूजन और लोकार्पण किया जाएगा।
मंत्री उषा ठाकुर ने बताया कि, रामनवमी पर 10 अप्रैल को प्रदेश में भगवान श्रीराम को समर्पित भक्तिमय और सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे। जय श्रीराम के उद्घोष से पूरा प्रदेश भगवान श्रीराम की भक्ति में मग्न होगा। भगवान श्रीराम की नगरी ओरछा में “श्रीरामराज्य” कला दीर्घा का लोकार्पण किया जाएगा। पवित्र बेतवा नदी के तट पर दीपोत्सव में 5 लाख दीये प्रज्जवलित कर भगवान श्रीराम के प्रति आस्था प्रकट की जाएगी। ओरछा के साथ चित्रकूट में 4 से 10 अप्रैल 2022 तक श्रीराम लीला उत्सव होगा। साथ ही उज्जैन, दमोह, शहडोल, उमरिया, विदिशा, शिवपुरी, नीमच, पन्ना, रतलाम और राजगढ़ में भगवान श्रीराम से जुड़े नृत्य, नाटक, भक्ति गायन और अन्य कार्यक्रम होंगे। इस तरह प्रदेश के 12 जिलों में आमजन के लिए भगवान श्रीराम को समर्पित कला और साहित्य से संबंधित गतिविधियाँ होंगी।
मंत्री ठाकुर ने बताया कि 2 से 10 अप्रैल तक “ओरछा गौरव दिवस” मनाया जायेगा। ओरछा की लोक प्रसिद्धि के ऐतिहासिक चरित नायकों पर केन्द्रित सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ संयोजित की जायेंगी। ओरछा नगर के वैशिष्ट्य को गरिमा प्रदान करने वाले स्थापत्यों को विभिन्न रंगों के प्रकाश उपकरणों से सुसज्जित किया जाएगा। चरित नायक लाला हरदौल तथा महारानी गणेश कुँवरि आधारित नृत्य-नाटिकाओं के मंचन नवरात्रि के पूरे नव दिवसों में होंगे। श्रीराम नवमी पर बुन्देलखण्ड अंचल की पारम्परिक गायन मण्डलियों को आमंत्रित कर नगर के अलग-अलग स्थानों, आवासों के चबूतरों पर बुन्देली श्रीराम कथा गीतों की प्रस्तुतियों का संयोजन किया जायेगा। इन प्रस्तुतियों से स्थानीय आमजन अपनी बोली-भाषा में इन चरित नायकों की गौरव गाथा के साथ ही श्रीरामकथा के बुन्देली लोकपदों को देख-सुन सकेंगे।
मंत्री सुश्री ठाकुर ने बताया कि श्रीरामराजा सरकार मंदिर परिसर ओरछा में संस्कृति विभाग द्वारा भगवान श्रीराम के चरित आधारित “श्रीरामराज्य” कला दीर्घा तैयार की गई है। इसमें भारत के लगभग सभी राज्यों की लोकचित्र शैलियों में भगवान श्रीराम के एक-एक चरित का चित्रांकन किया गया है। भगवान श्रीराम के 36 गुणों और उनकी विशिष्टता को चित्र अभिव्यक्ति दी गई है। साथ ही उनके राज्याभिषेक प्रसंग को झाँकी के रूप में कलात्मक ढंग से प्रदर्शित किया गया है। भगवान श्रीराम पूरे देश में मात्र ओरछा में ही राजा के रूप में लोक पूज्य है। इसलिए पवित्र नदी बेतवा के तट पर 10 अप्रैल को सायंकाल में दीपोत्सव में पाँच लाख दीयों को एक साथ प्रज्जवलित कर भगवान श्रीराम के प्रति आस्था को प्रकट किया जायेगा।
मंत्री सुश्री ठाकुर ने बताया कि लोकप्रिय फिल्म अभिनेता एवं अभिनेत्रियों को लीला की प्रमुख भूमिकाओं में जोड़ा जा रहा है, जिसमें श्रीराम का किरदार तमिल फिल्मों के अभिनेता सुनील शर्मा, माता सीता का किरदार टेलीविजन की ख्यात अभिनेत्री सुश्री परिधि शर्मा, लक्ष्मण का किरदार टेलीविजन के अभिनेता और गायक सुमित नागर, हनुमान का किरदार फिल्म अभिनेता विन्दु दारासिंह और रावण का किरदार फिल्म अभिनेता पुनीत इस्सर द्वारा निर्वहन किया जाएगा। इन मुख्य अभिनेताओं के अलावा लीला में लगभग 75 कलाकारों की भागीदारी रहेगी। संस्कृति विभाग द्वारा स्थापित उज्जैन के त्रिवेणी कला और पुरातत्व संग्रहालय में श्रीराम नवमी पर तीन दिवसीय सांस्कृतिक आयोजन होंगे। पवित्र शिप्रा नदी के राम घाट पर भगवान श्रीराम को समर्पित नृत्य-नाटक और गायन-वादन की प्रस्तुतियाँ दी जाएगी।
ओरछा में 4 से 10 अप्रैल तक उत्सव-
मंत्री सुश्री ठाकुर ने बताया कि इसी अवसर पर प्रदेश की अलग-अलग 16 नाट्य मण्डलियों के माध्यम से तैयार वनवासी लीलाओं के 400 से अधिक पात्र लीला में अपनी भूमिका के अनुरूप वस्त्राभूषणों से अलंकृत रहकर दीपोत्सव में सहभागिता करेंगे। इसके बाद विकासखण्ड स्तर पर भी लीला मंडलियों द्वारा लीलाओं की प्रस्तुति होंगी। ओरछा और चित्रकूट में पवित्र मंदाकिनी नदी के तट पर 4 से 10 अप्रैल तक श्रीरामलीला उत्सव होगा। इसमें भगवान श्रीराम का भक्ति गायन भी होगा।सात दिवसीय विशेष रूप से परिकल्पित लीला प्रस्तुति में प्रकाश एवं ध्वनि की संयुक्तता में संवाद एवं अभिनय संयोजित किये गये हैं। लीला का यह प्रयोग विभाग द्वारा पहली बार आयोजित होगा।
2 को उज्जैन-नसरूल्लागंज/4 अप्रैल को माखननगर में मनेगा गौरव दिवस
उज्जैन और नसरूल्लागंज का गौरव दिवस 2 अप्रैल और नर्मदापुरम जिले के माखन नगर का गौरव दिवस 4 अप्रैल को मनाया जाएगा।इस संबंध में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कलेक्टरों को निर्देश दिए है कि विभिन्न नगर और ग्रामों के गौरव दिवस कार्यक्रम भव्य रूप और आम जनता की भागीदारी सुनिश्चित भी की जाए। विभिन्न योजनाओं के हितग्राहियों को भी प्राथमिकता से लाभान्वित किया जाए। उज्जैन में गौरव दिवस पर 5 हजार वाहनों की मोटर साइकिल रैली निकाली जाएगी। रामघाट पर गायक कैलाश खेर सुमधुर गीत प्रस्तुत करेंगे। प्रस्तावित कार्यक्रम के अनुसार उज्जैन में सात दिनी कार्यक्रम होंगे।
ऐसा रहेगा पूरा कार्यक्रम
सीहोर जिले के नसरूल्लागंज में दो अप्रैल को कृषक संगोष्ठी भवन का लोकार्पण, नगर परिषद नसरूल्लागंज के विकास कार्यों का भूमि-पूजन और लोकार्पण किया जाएगा।
नगर परिषद द्वारा निर्मित सेल्फी प्वाइंट और नगर परिषद द्वारा निर्मित “गारबेज वल्नरेबल प्वाइंट”के सौंदर्यीकरण के कार्यों का अवलोकन करेंगे। साथ ही स्वच्छता रथ भी रवाना करेंगे।
इसके अलावा नसरूल्लागंज में प्रधानमंत्री आवास योजना, प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना और संबल योजना के हितग्राही भी लाभान्वित किए जाएंगे।
4 अप्रैल को राष्ट्र कवि पं. माखनलाल चतुर्वेदी की जयंती पर माखन नगर में गौरव दिवस कार्यक्रम में शामिल होंगे। माखन नगर के नागरिक बाबई का नाम माखननगर किए जाने पर आभार व्यक्त करेंगे।
नगर में कार्यालयों, बाजारों, बैंक, पोस्ट ऑफिस और अन्य सार्वजनिक स्थानों में व्यापक जन-सहयोग से माखननगर की नाम पट्टिकाएँ लगाई गई हैं। गौरव दिवस पर स्थानीय नागरिक सामाजिक संस्थाओं के साथ नगर विकास के प्रयासों में सहयोग करने का संकल्प भी लेंगे।
माखननगर में प्रत्येक परिवार ने एक वृक्ष लगाने, जल-संरक्षण के लिए कार्य करने, नगर के आँगनबाड़ी केंद्रों और विद्यालयों को जन-सहयोग से उत्कृष्ट बनाने और बेटियों के जन्म पर उत्सव और स्वच्छता के संकल्प के लिए पहल की है।
गौरव दिवस के लिए माखननगर में दो और तीन अप्रैल को पीले चावल देकर नागरिकों को आमंत्रित किया जाएगा। माखननगर में विभिन्न विकास कार्यों का लोकार्पण भी किया जाएगा।