BIG NEWS : सरपंच साहिबा का अजीबों-गरीब कारनामा, अपनी ही कुर्सी दें डाली ठेके पर, मामला नीमच जिले की इस ग्राम पंचायत का, अधिकारियों के एक्शन के बाद हुआ बड़ा खुलासा, पढ़े खबर
सरपंच साहिबा का अजीबों-गरीब कारनामा
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रिपोर्ट- मनीष जोलान्या
नीमच। जिले के मनासा तहसील के ग्राम पंचायत दांता के सरपंच कैलाशीबाई कछावा ने लोकतंत्र का मजाक बनाते हुए 500 रुपए के स्टाम्प पर एक ठेकेदार के नाम सरपंची और कार्यभार लिख दिया। माना जा हर है कि, इस तरह का अनुबंध करने का यह देश का पहला मामला है।
मामले के बाद मनासा एसडीएम पवन बारिया ने जानकारी देते हुए कहा कि, गुरुवार को व्हाट्सएप्प और सोशल मीडिया के माध्यम से जानकारी संज्ञान में आई। सरपंच और पंचायत सचिव को जिला पंचायत से नोटिस जारी कर जवाब मांगा गया है, और हमने यहां से दोनों को नोटिस प्रेषित कर दिया। अब महिला सरपंच ने किसी के दबाव में आकर ये किया है, या सुरेश नाम का शख्स महिला का रिश्तेदार है, इस सम्बन्ध में जांच के बाद आगे की कार्यवाही की जाएगी।
गौरतलब है कि, मनासा तहसील मुख्यालय से करीब 15 किमी की दूरी पर ग्राम पंचायत दांता की सरपंच कैलाशीबाई ने गांव के ही सुरेश गरासिया को बीती 24 जनवरी 2025 को अनुबंध कर सरपंची सौंप दी। अनुबंध में गवाह के बतौर गांव के सदाराम, मनालाल और सुरेश के हस्ताक्षर के साथ सरपंच की सील और हस्ताक्षर हैं।
इस अनुबंध में लिखा है कि मनरेगा, पीएम आवास, वाटरशेड सहित शासन के जो भी कार्य होंगे वे सुरेश पिता मांगीलाल ही देखेंगे। अनुबंध की शर्तों का उल्लंघन होने पर चार गुना हर्जाना भरने की बात भी लिखी गई है।
पति जगदीश कछावा ने बताया कि, सरपंच के अधिकार संबंधित कोई अनुबंध नहीं किया है। निर्माण को लेकर अनुबंध किया था। सुरेश गरासिया का कहना है कि, मैंने कोई अनुबंध नहीं किया। मैं तो ठेकेदार हूं और 7 पंचायतों में ठेकेदारी करता हूं। मामले से जुड़ा एग्रीमेंट सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है