NEWS: सुभाष सेना ने मनाई वीर सांवरकर की 140 वीं जयंती, बताया योगदान, कृति अध्यक्ष गौड़ व शिक्षाविद डॉ. शक्तावत का सम्मान भी, पढ़े खबर

सुभाष सेना ने मनाई वीर सांवरकर की 140 वीं जयंती, बताया योगदान, कृति अध्यक्ष गौड़ व शिक्षाविद डॉ. शक्तावत का सम्मान भी, पढ़े खबर

NEWS: सुभाष सेना ने मनाई वीर सांवरकर की 140 वीं जयंती, बताया योगदान, कृति अध्यक्ष गौड़ व शिक्षाविद डॉ. शक्तावत का सम्मान भी, पढ़े खबर

नीमच। सुभाष सेना द्वारा वीर सावरकर की 140 वीं जयंती हर्षोल्लास के साथ मनाई गई। इस दौरान डॉक्टर सुरेंद्र शक्तावत एवं कृति अध्यक्ष बाबूलाल गौड़ का पुष्प माला एवं साल से सम्मान किया। इस अवसर पर इतिहासकार सुरेंद्र शक्तावत का उद्बोधन रहा और शहर के अनेकों लोगों की उपस्थिति में विचारों का आदान प्रदान किया। 

कृति अध्यक्ष बाबूलाल गौड़ ने बताया कि, सावरकर अद्भुत प्रतिभा के धनी थे। उन्होंने अंडमान की जेल में कील और कोयले से 10 हजार पंक्तियां कविता और अन्य प्रकार की रचनाओं के साथ लिखी थी। जिन्हें उन्होंने जेल से बाहर आने के बाद एक संग्रह भी तैयार किया। वीर सावरकर के विषय में शक्तावत ने बहुत अच्छी जानकारी उपलब्ध कराई गई। 

शक्तावत ने बताया कि, सावरकर हिंदूवादी स्वतंत्रता सेनानी थे। विदेशों में पढ़ाई करने के बाद भी उन्होंने राष्ट्र धर्म का रास्ता अपनाया उसके लिए उन्हें कठोर कारावास भी स्वीकार किया। ऐसे महान स्वतंत्रता सेनानी को आज हम याद करके गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं। मधुसूदन परवाल ने कहा कि 10 वर्ष की उम्र में मैं उनसे राजस्थान में मिला था। कार्यक्रम का संचालन गुणवंत गोयल ने किया। स्वागत भाषण रमेश मोरे का रहा, और आभार कटारिया ने माना।