BIG NEWS : आभूषण चमकाने का बहाना, और महिला को झांसे में लिया, फिर गायब की लाखों की चांदी, जब थाने पहुंची शिकायत, तो हरकत में आई मंदसौर पुलिस, अंतर्राज्यीय गैंग का पर्दाफाश, एक गिरफ्तार, अब इसकी तलाश, पढ़े खबर
आभूषण चमकाने का बहाना
मंदसौर। एसपी अनुराग सुजानिया द्वारा क्षेत्र में संपत्ति संबंधी अपराधो की पतारसी हेतु निर्देशित किया गया था। जिसके तारतम्य में एएसपी गोतम सोलकी एवं सीएसपी सतनाम सिंह के मार्गदर्शन तथा नई आबादी थाना प्रभारी निरीक्षक वरुण तिवारी के कुशल नेतृत्व में नई आबादी थाना एवं टीम द्वारा कार्यवाही करते हुए चांदी (किमती 5 लाख) बरामद करने में सफलता अर्जित की।
जानकारी के अनुसार फरियादिया कारीबाई अहिरवार निवासी ग्राम दमदम द्वारा बीती दिनांक- 20 मार्च को रिपोर्ट किया कि, उक्त दिनांक को उसके घर के बाहर एक अज्ञात आरोपी द्वारा चांदी की रकमे चमकाने के बहाने उसके गहनों में से चांदी कम कर दी गयी। रिपोर्ट पर अज्ञात आरोपी के विरुद्ध अपराध क्र. 42/2024 धारा- 379 भादवी का पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया।
विवेचना के दोरान अज्ञात आरोपी की पतारसी की गयी जो अरनिया निझामुद्दिन गांव के पास मिला। जिसे पकड़ा गया एवं पुछताछ के दोरान आरोपी विभिन्न स्थानों के ग्रामीण क्षेत्रो से चांदी की रकमे चमकाने के बहाने केमिकल के माध्यम से चांदी का वजन कम कर चुरा लिया जाता था, एवं चांदी चमकाने के समय कुछ चांदी केमिकल में आ जाती थी, जो बाद में आरोपीयों द्वारा चांदी को निकाल लिया जाता था। उक्त घटना में आरोपी का एक साथी ओर है, जो फरार है।
यह आरोपी गिरफ्तार, तो यह फरार-
उक्त कार्यवाही के दौरान पुलिस ने आरोपी मोहम्मद मोजम अली पिता इलियास अली (36) निवासी- ग्राम चकरामी वसा बरगांव, थाना आलमनगर तहसील किशनगंज जिला मधेपुरा बिहार को गिरफ्तार किया। साथ ही पुलिस अब फरार आरोपी मुकेश पिता महेन्द्र झलार निवासी- बरगांव थाना रतबारा जिला मधेपुरा बिहार की तलाश कर रही है। पुलिस ने आरोपी के कब्जे से 5 लाख रुपये की चांदी एवं चांदी चमकाने के केमिकल एवं वस्तुएं जप्त की है।
उक्त आरोपियों ने मंदसौर के ग्रामीण क्षेत्र, जावरा, रतलाम, नागदा, उज्जैन, रीवा, ब्यावरा, सतना, आगर, शाजापुर, भवानीमण्डी राजस्थान और झांसी में इस तरह की वारदातों को अंजाम दे चुके है।
पुलिस टीम-
उक्त कार्यवाही में निरीक्षक वरुण तिवारी थाना प्रभारी थाना नई आबादी, सउनि जगदीश ठाकुर, सउनि सुनील तोमर, प्रआर मुकेश पड्या, प्रआर गगन राठोर, प्रआर सुरेश शर्मा, आर. रामकृष्ण नागदा और आर. कन्हैयालाल मीणा का महत्वपूर्ण योगदान रहा।