NEWS: बारिश तो गई, पर चीताखेड़ा में ढा गई सितम, खस्ताहाल हुआ मुख्य मार्ग, राहगीर भी परेशान, आये दिन हो रही दुर्घटनाएं, रहवासियों की अब ये बड़ी मांग, पढ़े खबर
बारिश तो गई, पर चीताखेड़ा में ढा गई सितम, खस्ताहाल हुआ मुख्य मार्ग, राहगीर भी परेशान, आये दिन हो रही दुर्घटनाएं, रहवासियों की अब ये बड़ी मांग, पढ़े खबर
चीताखेडा। नीमच-चीताखेड़ा मुख्य मार्ग की हालत खस्ता हो गई, मार्ग पर जगह-जगह बड़े बड़े गड्ढे हो गए, कई जगह से कृषि भूमि में पानी पहुंचाने के लिए पाइप डालने के लिए रोड़ को खोद दिया। बरसात के जलभराव से अब मार्ग पूरी तरह गड्डो में तब्दील हो गया। रोड़ के किनारों पर मौजूद मिट्टी भी बरसात के पानी से बह गई।
ऐसे में लोगो को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। गाड़ी रोड़ से नीचे उतारने से दुर्घटना होने का खतरा भी बना रहता है। खस्ता हाल सड़क होने से आये दिन वाहन भी दुर्घटना का शिकार होते है। इतना ही नहीं, आबादी क्षेत्र में भी रोड़ जगह-जगह से खस्ताहाल हो गया।
दिन में तो ठीक है, लेकिन राहगीरों को रात के अंधेरे में काफी ज्यादा परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। खस्ताहाल रोड़ के कारण धुल के गुबार बनते है, जिससे राहगीर भी परेशान हो रहे है। यहां चलते समय सांस लेना मुश्किल हो जाता हैं। अब बरसात का मौसम तो अलविदा कह गया। ऐसे में अब पीडब्लूडी विभाग द्वारा इस मार्ग की सुध लेना चाहिए। ताकि खराब रोड़ के कारण देर सवेरे बड़ी घटना घटित ना हो सकती है।
गौरतलब है कि, ग्राम चीताखेड़ा के आसपास करीब 36 गांव है। जिनका सीधा संबंध नीमच शहर के बाजारों से है। साथ ही रोजाना सैकड़ों किसान भी अपनी उपज नीलाम करने के लिए नीमच मंडी पहुंचते है। लेकिन मुख्य मार्ग खस्ताहाल होने के कारण किसान और व्यापारी अपनी उपज अन्य क्षेत्रों और जिलों की मंडी में नीलाम करने को मजबूर है।