OMG ! ग्राम मोखमपुरा में जर्जर हुआ स्कूल भवन, बच्चों के सिर मंडरा रहा खतरा, विधार्थी यहां बैठने को मजबूर, अब ग्रामीणों सहित स्टॉफ की ये मांग, पढ़े मनीष जोलान्या की खबर

ग्राम मोखमपुरा में जर्जर हुआ स्कूल भवन, बच्चों के सिर मंडरा रहा खतरा, विधार्थी यहां बैठने को मजबूर, अब ग्रामीणों सहित स्टॉफ की ये मांग, पढ़े मनीष जोलान्या की खबर

OMG ! ग्राम मोखमपुरा में जर्जर हुआ स्कूल भवन, बच्चों के सिर मंडरा रहा खतरा, विधार्थी यहां बैठने को मजबूर, अब ग्रामीणों सहित स्टॉफ की ये मांग, पढ़े मनीष जोलान्या की खबर

मनासा। बारिश के दिनों की शुरूवात होते ही क्षेत्र से बड़ी खबरे निकलकर सामने आ रही है। अब आम भवनों के जर्जर होना तो सामान्य है, लेकिन क्षेत्र में मौजूद एक शासकीय स्कूल का भवन भी जर्जर अवस्था में नजर आया। जिसके चलते वहां पढ़ने वाले बच्चों के सिर पर भी खतरा मंडरा रहा है। हालांकि बच्चे भी जर्जर भन में अध्ययनरत होने को मजबूर है। 

जी हां, हम बात कर रहे है मनासा तहसील क्षेत्र के ग्राम मोखमपुरा स्थित प्राथमिक विद्यालय की। इस विद्य़ालय में वर्तमान में करीब 67 छात्र-छात्राएं अध्ययनरत है। करीब 15 साल पहले स्कूल भवन का निर्माण कार्य हुआ था। इसके बाद से भवन की मरम्मत नहीं हुई, जिसके चलते भवन अब जर्जर अवस्था में नजर आने लगा है। स्कूल के शिक्षकों ने भवन की स्थिति से शिक्षा विभाग के उच्च अधिकारियों को भी अवगत कराया। बावजूद इसके वरिष्ठ अधिकारियों ने इस और ध्यान नहीं दिया। 

मामले के संबंध में स्कूल के प्राचार्य राजाराम टिपन ने जानकारी देते हुए बताया कि, स्कूल की छत पूरी तरह से जर्जर हो गई है। दीवारों में दरार पड़ने के साथ ही वह जमीनों में धसती नजर आ रही है। स्कूल की नींव कमजोर होने के चलते करीब 67 बच्चों को पंचायत भवन में बैठाकर अध्ययन कराना पड़ रहा है। स्कूल का भवन कभी भी जमीदोंज हो सकता है, और हादसे की आशंका बनी रहती है। स्कूल भवन ही हालत खस्ताहाल होने के कारण नौनिहाल विधार्थियों का भविष्य खतरे में नजर आने लगा है। आज से नहीं, वर्षो से भवन के यहीं हालात है। 

ऐसे में विधार्थियों के भविष्य खतरे में नजर आ रहा है, और ग्रामीणों के साथ स्कूल के स्टॉफ ने भी मामला सज्ञान में लिया, और नवीन स्कूल भवन बनवाने की मांग की गई है।