BIG NEWS: MP में चिकनपॉक्स के 31 मामले, नीमच-भोपाल सहित ये जिले शामिल, अब एडवाइजरी जारी, स्वास्थ्य आयुक्त ने दिए ये निर्देश...! पढ़े खबर

MP में चिकनपॉक्स के 31 मामले, नीमच-भोपाल सहित ये जिले शामिल, अब एडवाइजरी जारी, स्वास्थ्य आयुक्त ने दिए ये निर्देश...! पढ़े खबर

BIG NEWS: MP में चिकनपॉक्स के 31 मामले, नीमच-भोपाल सहित ये जिले शामिल, अब एडवाइजरी जारी, स्वास्थ्य आयुक्त ने दिए ये निर्देश...! पढ़े खबर

डेस्क। मंकीपॉक्स का एक भी मामला अभी भारत में नहीं है, लेकिन चिकनपॉक्स से कुछ राज्य परेशान हैं। एमपी में भी चिकनपॉक्स चिंता बन रहा है। पिछले एक महीने में प्रदेश के 7 जिलों में 31 मामले चिकनपॉक्स के रिपोर्ट हुए है, इसलिए राज्य शासन ने इसके मरीज और इलाज के लिए एडवाइजरी जारी की है, स्वास्थ्य आयुक्त-सह-सचिव डॉ. खाड़े ने प्रदेश सभी मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को चिकनपॉक्स की रोकथाम और उपचार के संबंध में जारी की गई एडवाइजरी के अनुसार आवश्यक कार्यवाही करने के निर्देश दिये हैं।

स्वास्थ्य आयुक्त ने मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारियों से कहा है कि, चिकनपॉक्स के लक्षण, संचरण, जटिलताएँ, रोकथाम और उपचार के लिये एडवाइजरी बनाई गई है। एडवाइजरी अनुसार आवश्यक कार्यवाही किया जाना सुनिश्चित करें। उन्होंने बताया कि, पिछले एक माह में छतरपुर, छिंदवाड़ा, दतिया, नीमच, भोपाल, धार और खण्डवा से फीवर विद रेशेस के 31 प्रकरण दर्ज हुए हैं। इनके क्लीनिकल एक्जामिनेशन के आधार पर चिकनपॉक्स की प्रज्मटिव डॉयग्नोसिस दर्शाई गई है। चिकनपॉक्स संक्रमित बीमारी है। यह बच्चों के साथ वयस्क और गर्भवती महिलाओं को भी संक्रमित कर सकती है।

स्वास्थ्य आयुक्त द्वारा जारी की गई एडवाइजरी में बताया गया है कि, चिकनपॉक्स व्हीजेडव्ही वायरस के संक्रमण से फैलती है। इस वायरस के संक्रमण के कारण शरीर में खुजली, दाने (रेश) और छाले के लक्षण दिखते हैं। शरीर में छाती, पीठ और चेहरे पर लाल दाने दिखाई देने लगते हैं, और फिर सारे शरीर में दाने फैल जाते हैं। शरीर में वायरस के संक्रमण के बाद औसतन उदभवन काल 10 से 20 दिन का होता है। वयस्कों में शरीर के अंगों पर दाने उभरने से पहले हल्का बुखार अथवा बैचेनी के लक्षण प्रकट हो सकते हैं। बच्चों में शरीर पर दाने ज्यादातर बीमारी का पहला संकेत हो सकता है। चिकनपॉक्स वायरस का संक्रमण लगभग 4 से 7 दिनों तक रहता है।

चिकनपॉक्स के प्रमुख लक्षणों में शरीर पर दाने प्रकट होते हैं, जो खुजली पैदा करते हैं और बाद में फफोले में बदल जाते हैं तथा सूखने के बाद पपड़ी में बदल जाते हैं। फफोले के सूखने में लगभग एक सप्ताह लगता है। जिन बच्चों, किशोर, वयस्क और गर्भवती महिलाओं में रोग प्रतिरोधक क्षमता कम होती है, उन्हें अधिक खतरा बना रहता है और अधिक जटिलताएँ भी उत्पन्न हो सकती हैं। शरीर पर दाने उभरने में लगभग एक से दो दिन पहले बुखार, थकान, भूख में कमी तथा सिर में दर्द आदि के लक्षण प्रकट होते हैं। किसी भी व्यक्ति को कभी भी चिकनपॉक्स हो सकता है, चाहे उसे कभी संक्रमण नहीं हुआ है अथवा चिकनपॉक्स का टीकाकरण हुआ हो।

ऐसे फैलता है

चिकनपॉक्स बीमारी के प्रसार के संबंध में बताया गया है कि चिकनपॉक्स वायरस त्वचा पर उभरे दानों और घाव के तरल पदार्थ को छूने, संक्रमित व्यक्ति के साँस लेने-छोड़ने और संक्रमित व्यक्ति के सीधे सम्पर्क में आने से फैलता है। चिकनपॉक्स से वयस्कों में वायरस के कारण निमोनिया, वायरल निमोनिया, बच्चों में त्वचा संबंधी बीमारी की समस्याएँ, रक्तस्त्राव की समस्याएँ और अन्य वैक्टीरियल इन्फेक्शन आदि की जटिलताएँ हो सकती हैं।

मास्क और पीपीई किट पहनें 

चिकनपॉक्स संक्रमण सर्वे के दौरान बरती जाने वाली सावधानियों के संबंध में कहा गया है कि संक्रमित मरीज के सम्पर्क के समय मॉस्क, ग्लब्स और पीपीई किट का प्रयोग करें। उपयोग किये गये मॉस्क, ग्लब्स और पीपीई किट का प्रोटोकॉल के अनुसार डिस्पोजल भी करें।