BIG NEWS: राजस्थान के बदमाश, और जीरन क्षेत्र में दिया वारदात को अंजाम, फरियादी पहुंचा थाने, फिर पुलिस की कार्यवाही, चोरी की मश्रुका जप्त, तो आरोपी भी गिरफ्तार, पढ़े ये खबर

राजस्थान के बदमाश, और जीरन क्षेत्र में दिया वारदात को अंजाम, फरियादी पहुंचा थाने, फिर पुलिस की कार्यवाही, चोरी की मश्रुका जप्त, तो आरोपी भी गिरफ्तार, पढ़े ये खबर

BIG NEWS: राजस्थान के बदमाश, और जीरन क्षेत्र में दिया वारदात को अंजाम, फरियादी पहुंचा थाने, फिर पुलिस की कार्यवाही, चोरी की मश्रुका जप्त, तो आरोपी भी गिरफ्तार, पढ़े ये खबर

नीमच, एसपी अमित कुमार तोलानी, एएसपी सुन्दर सिंह कनेश एवं सीएसपी फुलसिंह परस्ते के निर्देशन तथा जीरन थाना प्रभारी कन्हैयालाल दांगी के नेतृत्व में फरीयादी दिनेश पाटीदार ने रिपोर्ट कराई कि, मेरा खेत हरनावदा रोड तलाई के पास में है, मेरे कुए में पुराने करीबन 2 साल इस्तेमाली समरसीबल मोटर 7.5 एच.पी कि केटीसी कम्पनी कि लगी है

मोटर पर पहचान के लिये मेनेलाल रंग से मेने अपना नाम दिनेश लिख रखा है, गत रात्रि अज्ञात चोर मेरे कुएं से मोटर चुराकर ले गया है, मेने आसपास खेत वाले से पूछताछ व तलाश कि, मेरी मोटर का पता नही चला चोरी करने कि रिपोर्ट हुई थी, जिस पर थाना जीरन पर अप. क 94/23 धारा 379 भादवि के तहत अपराध पंजिबद्ध किया गया। 

घटना को गंभीरता से लेकर चोरी गई कुए कि, मोटर व विद्युत केबल एवं अज्ञात आरोपी के संबंध में जानकारी लेकर मोटर व विद्युत केबल एवं अज्ञात आरोपी को पकड़ने के हर संभव प्रयास किये गये। अज्ञात आरोपी एवं चोरी गई मोटर व विधुत केवल की तलाश धोलापानी, धमोत्तर, स्ठाजना, प्रतापगढ़ (राजस्थान) तरफ हर संभव प्रयास किये। 

मुखबीर सुचना पर अथक प्रयास कर कुएं कि, मोटर व विद्युत केबल व घटना में प्रयुक्त मो.सा सपेलेण्डर जिसका रजिस्ट्रेशन आरजे.35.एसपी.7013 को ग्राम ईटा का खेड़ा थाना घोलापानी जिला प्रतापगढ़ (राज.) से आरोपियों के घर से जप्त किया।

कार्यवाही के दौरान पुलिस ने आरोपी पिन्टूलाल पिता नारायणलाल मीणा (27) और धरमसद पिता नारायण मीणा (33) निवासी ग्राम ईटा का तलाब थाना धोलापानी जिला प्रतापगढ को गिरफ्तार किया 

पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से कुएं की एक मोटर व विद्युत केबल किमती 350000 रूपये और घटना में प्रयुक्त मोसा सपेलेण्डर प्लस जिसका रजिस्ट्रेशन आरजे.35.एसपी.7013 को जप्त किया 

उक्त कार्यवाही में निरीक्षक कन्हैयालाल दागी, उ.नि परमान्द गिरवाल, प्र.आर. रामप्रसाद शर्मा, आरक्षक अजीज खान, भोजराज सिंह और राजाराम जाट का सराहनीय योगदान रहा।