BREAKING NEWS: प्रदेश कांग्रेस पार्टी ने की चुनाव समिति की घोषणा,पार्टी प्रमुख बने आदिवासी नेता कांतिलाल भूरिया,साथ इन नेताओ के नाम भी हुए शामिल, पढ़े खबर
प्रदेश कांग्रेस पार्टी ने की चुनाव समिति की घोषणा
भोपाल। प्रदेश में इसी साल विधान सभा चुनाव है।जिसको लेकर दोनों बड़े दल बीजेपी - कांग्रेस पार्टियों ने अपनी - अपनी समितियों का गठन करना शुरू कर दिया है। कांग्रेस पार्टी ने चुनाव प्रचार समिति बनाई है। जिसका प्रमुख पार्टी ने सूबे के सबसे बड़े आदिवासी नेता कांतिलाल भूरिया को बनाया है। चुनावी शंखनाद तो हो चुका है, केवल औपचारिक ऐलान होना बाकी है।
राज्य के दोनों बड़े दल चुनाव संबंधित इकाइयों का गठन करने लगे हैं, और उनके दिग्गज सूबे में फेरी लगाने लगे हैं. इसी कड़ी में कांग्रेस पार्टी ने भी मंगलवार को चुनाव प्रचार अभियान समिति का ऐलान कर दिया है. साल के आखिर में होने वाले चुनावों के मद्देनजर बनाई गई। इस समिति में 32 नेता हैं, जिसमे पार्टी के दिग्गज नेता कांतिलाल भूरिया को इनकी कमान सौंपी गई है।
भूरिया प्रदेश के सबसे बड़े आदिवासी नेता के तौर पर पहचाने जाते हैं। आदिवासी बहुल रतलाम-झाबुआ लोकसभा सीट से वे पांच बार सांसद रह चुके हैं। आदिवासी समाज में उनकी बेहतर पकड़ के चलते कांग्रेस पार्टी ने उन्हें भारी विरोध के बाद भी चुनाव प्रचार समिति का प्रमुख बनाया है।
दरअसल मध्य प्रदेश की 230 विधानसभा सीटों में से 47 अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित हैं। वहीं सूबे की 84 सीटों पर ये समुदाय जीत हार का फैसला करने में अहम रोल निभाता है। मध्य प्रदेश में कहा जाता है कि जिसने आदिवासी समाज का वोट जीत लिया वो ही सूबे की सत्ता पर काबिज होगा।
पिछले विधानसभा चुनावों के पहले तक ये वोट बीजेपी को जा रहा था। पिछले चुनावों में ये वोट बैंक बीजेपी से छिटका तो उनके हाथ से सरकार ही खिसक गई। 2018 में अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित 47 सीटों में से बीजेपी सिर्फ 17 ही जीत सकी थी। वहीं कांग्रेस के खाते में 30 सीटें आईं,और कांग्रेस ने ही सरकार बनाई, वहीं 2013 में बीजेपी ने 47 में से 31 सीटों पर चुनाव जीता था। ऐसे में बीजेपी और कांग्रेस दोनों आदिवासी समुदाय को लुभाने की कोशिश में है।
इसी रणनीति के तहत कांग्रेस पार्टी ने प्रदेश के सबसे बड़े आदिवासी नेता के तौर पर पहचाने जाने वाले कांतिलाल भूरिया को चुनाव प्रचार समिति की कमान सौंपी है। ताकि झाबुआ में भूरिया ही कांग्रेस और कांग्रेस ही भूरिया की पहचान रखने वाले कांतिलाल ज्यादा से ज्यादा आदिवासी वोटर्स को लुभा सकें।
समिति में ये है सदस्य
कमलनाथ, गोविंद सिंह, दिग्विजय सिंह, सुरेश पचौरी, अरुण यादव, अज्य सिंह राहुल, विवेक तन्खा, राजमणि पटेल, नकुलनाथ, सज्जन सिंह वर्मा, एनपी प्रजापति, केपी सिंह ‘कक्काजू’, लक्ष्मण सिंह, बाला बच्चन, तरुण भनोट, ओमकार सिंह मकरम, विजयलक्ष्मी साधो, राजेंद्र सिंह, हीना कवारे, लखन सिंह यादव, सुखदेव फंसे, जीतू पटवारी, कमलेश्वर पटेल, सुरेंद्र सिंह बघेल, रामनिवास रावत, सुरेंद्र चौधरी, आरिफ मसूद, महेंद्र जोशी, शोभा ओझा, अशोक सिंह, राजीव सिंह को चुनाव प्रचार अभियान समिति का सदस्य बनाया गया है