BIG NEWS: ऑनलाइन सट्टे के काले कारोबार का पर्दाफाश, सट्टा किंग संजय सहित 5 सटोरिए गिरफ्तार, लेपटॉप, मोबाइल व लाखों रूपए बरामद, MP से दुबई कनेक्शन का खुलासा, ATS की बड़ी कार्यवाही, पढ़े ये खबर
ऑनलाइन सट्टे के काले कारोबार का पर्दाफाश, सट्टा किंग संजय सहित 5 सटोरिए गिरफ्तार, लेपटॉप, मोबाइल व लाखों रूपए बरामद, MP से दुबई कनेक्शन का खुलासा, ATS की बड़ी कार्यवाही, पढ़े ये खबर

डेस्क। एसटीएफ ने फिर एक अंतर्राष्ट्रीय सट्टा गिरोह का पर्दाफाश किया। ये गिरोह जबलपुर टू दुबई ऑनलाइन सट्टा खिला रहा था। तरीका पूरा हाईटैक था। पुलिस ने सट्टा किंग संजय खत्री सहित 5 सटोरियों को गिरफ्तार कर इनके पास से लैपटॉप, मोबाइल फोन सहित लाखों रुपये का हिसाब किताब पकड़ा है।
जानकारी के अनुसार जबलपुर एसटीएफ इकाई ने ऑनलाइन आईडी के माध्यम सें सट्टा खिलाने वाले 5 आरोपियों को जबलपुर के लालमाटी क्षेत्र सें गिरफ्तार किया हैं। आरोपी मास्टर की के जरिए ग्राहकों को क्लाइंट आईडी बनाकर बेचते थे। एसटीएफ को आरोपियों के कब्जे से लाखों रुपये नकद, 5 लैपटॉप, एक दर्जन मोबाइल एवं लाखों रुपये का हिसाब किताब बरामद किया है।
एसटीएफ डीएसपी ललित कश्यप ने जानकारी देते हुए बताया कि, ऑनलाइन प्लैटफार्म के मास्टर आईडी के माध्यम से ग्राहकों को क्लाइंट आइडी बेचकर और उसमे बैलेंस डालकर सट्टा खिलवाया जा रहा था। एसटीएफ ने मुख्य सरगना संजय खत्री एवं उसके 4 साथियों को गिरफ्तार किया है। संजय खत्री दुबई से लिंक लेकर 150 से ज्यादा आईडी बनाकर ग्राहकों को बेचता था। आरोपी आईडी खरीदने वालों से अपने बैंक के खाते मे रुपए मंगवाते और फिर रुपये के बदले उतने ही प्वाईंट्स का बैलेंस ग्राहक की आईडी में डाल देते थे।
सट्टे का लेखा जोखा-
आरोपी के कब्जे से एसटीएफ को लेखा-जोखा मिला है। संजय खत्री को इससे पहले भी पुलिस सट्टा खिलवाते हुए पकड़ चुकी है। इस अपराध में संजय खत्री के साथ रहने वाला एक लड़का भी पुलिस गिरफ्त में आया हैं जो मास्टर आईडी में बैलेंस डालने-निकालने का का काम करता था। इसके अलावा तीन अन्य और आरोपियों को एसटीएफ ने गिरफ्तार किया है। वो ग्राहकों से फोन पर बात करके खातो में पैसे डालने एवं निकालने का काम करता था। संजय खत्री ने एसटीएफ को बताया कि वो प्रतिदिन इस ऑनलाइन बिटक्वाइन से 20 स 25 हज़ार रूपए तक कमा लेता है।
ऐसे हो रहा था खेल-
ग्राहक आईडी में उपलब्ध विभिन्न खेलों मे हार जीत का दांव लगाकर प्वॉइंट्स अर्जित करते हैं। फिर ग्राहक इन जीते हुए प्वाइंट्स के बदले आरोपियो से अपने खाते मे पैसे डलवा लेते हैं व उतने ही प्वॉइंट्स उनकी आईडी से कट जाते हैं। इस प्रकार आरोपी ऑनलाइन सट्टा खिलवा रहे थे।