WOW : मान गए MLA साहब...! किसान के खेत में लगी आग, तो जली हुई फसल को भी मंडी में बिकवाया, भाव सुनते ही अन्नदाता के मायूंस चेहरे पर दिखी खुशी, फिर सुर्खियों में एमपी के सबसे युवा विधायक, पढ़े खबर

मान गए MLA साहब...!

WOW : मान गए MLA साहब...! किसान के खेत में लगी आग, तो जली हुई फसल को भी मंडी में बिकवाया, भाव सुनते ही अन्नदाता के मायूंस चेहरे पर दिखी खुशी, फिर सुर्खियों में एमपी के सबसे युवा विधायक, पढ़े खबर

डेस्क। अपने अलग अंदाज के लिए बहुत कम समय में खास पहचान बना लेने वाले मध्य प्रदेश के हरदा जिले की टिमरनी विधानसभा से प्रदेश के सबसे युवा विधायक अभिजीत शाह लीग से हटकर काम करने के कारण एक बार फिर सुर्खियों में आ गए है। अभिजीत शाह कांग्रेस पार्टी से आते हैं। वनांचल के ग्राम रूट बर्रा के किसान मांगीलाल कोरकू के घर में बीते शुक्रवार को शॉर्ट सर्किट के कारण आग लग गई थी। जिससे गृहस्थी का सारा सामान और खेत से काटकर लाई गई फसल जलकर खाक हो गई थी। ऐसे में किसान की मदद के लिए विधायक अभिजीत शाह आगे आए और उन्होंने सिराली मंडी के व्यापारियों से फसल के अच्छे दाम देने का आग्रह किया।

विधायक की बात को मानते हुए मंडी व्यापारी पीड़ित किसान के एक ट्राली गेहूं को 2511 रुपए प्रति कुंटल और चना 6 हजार प्रति कुंटल के भाव से खरीदा। जबकि, मंडी में गेहूं 2300 से 2400 रुपए प्रति कुंटल के भाव से बिक रहा है। इस दौरान खास बात ये रही कि, युवा विधायक अभिजीत शाह गरीब आदिवासी किसान के परिवार के साथ ट्रैक्टर चलाकर खुद सिराली कृषि उपज मंडी पहुंचे थे।

इस तरह की गरीब किसान की मदद-

मंडी में फसल बेचने आए किसानों को लगा कि, विधायक शाह खुद अपनी फसल बेचने आए होंगे। लेकिन बाद में पता चला कि विधायक शाह अपनी नहीं बल्कि अपनी विधानसभा के आदिवासी किसान की आग की घटना से झुलसी फसल को बेचने लाए थे। नीलामी के दौरान खरीदी कर रहे व्यापारियों से विधायक ने आग्रह किया कि गरीब किसान की मदद की जाए।

17 क्विंटल चना और 3 ट्रॉली गेहूं जल गए- 

बता दें कि, पीड़ित किसान को 800 से 1100 रुपए प्रति क्विंटल के भाव मिलने की उम्मीद थी। पीड़ित किसान मांगीलाल कोरकू ने कहा कि, उसके घर में बीते शुक्रवार आग लगने से 10 एकड़ खोट (किराये की जमीन) एवं खुद की 8 एकड़ जमीन में गेहूं और चने की फसल लगाई थी। जिससे उसे चार ट्रॉली गेहूं एवं 20 कुंटल के लगभग चने की फसल पैदा हुई थी। लेकिन आग में 17 क्विंटल चना और 3 ट्राली के आसपास गेहूं की फसल जल गई थी। 

जैसे तैसे पानी से आग पर काबू पाया, जिसमें उसका एक ट्रॉली गेहूं और 3 क्विंटल के आसपास चना बचा था। आग की लपट की वजह से फसल में कालापन और आग बुझाने डाले गए पानी की वजह से नमी आ गई थी। उसने अपनी फसल काटकर व्यापारी को बेचने को दिखाई तो 800 से 1100 क्विंटल का भाव मिल रहा था। लेकिन विधायक की मदद के चलते उम्मीद से बढ़कर दाम मिला।