OMG : पहले फ़ोन पर मीठी मीठी बाते,ओर आप हो जायेगे ठगी के शिकार,सावधान कही ये ड्रीम गर्ल्स आपको भी तो नहीं कर रही कॉल,पढ़े खबर

पहले फ़ोन पर मीठी मीठी बाते,ओर आप हो जायेगे ठगी के शिकार,सावधान कही ये ड्रीम गर्ल्स आपको भी तो नहीं कर रही कॉल,

OMG : पहले फ़ोन पर मीठी मीठी बाते,ओर आप हो जायेगे ठगी के शिकार,सावधान कही ये ड्रीम गर्ल्स आपको भी तो नहीं कर रही कॉल,पढ़े खबर
  • अगर आप भी किसी ड्रीम गर्ल से मिलने के ख्वाब देख रहे हैं तो हो जाइये सावधान,कही ड्रीम गर्ल के चक्कर में आप ठगों के जाल में न फंस जाए,जी हां  ठगों का गिरोह सक्रीय है और वो अब ड्रीम गर्ल के सपने दिखा रहा है और चपत लगाकर भाग जाता है,
  • ग्वालियर क्राइम ब्रांच पुलिस ने एक ऐसे अंतर्राज्यीय ठग गिरोह का पर्दाफाश किया है जो लोगों को उनके लाइफ पार्टनर दिलाने का झांसा देता था. उन्हें ड्रीम गर्ल और ड्रीम बॉय का सपना दिखाता था. फिर चपत लगाकर भाग जाता था. क्राइम ब्रांच ने 4 युवतियों सहित 6 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. जालसाज़ों का ये गिरोह फर्जी मेट्रीमोनियल वेब साइट और कॉल सेंटर के जरिए देश के 11 राज्यों के एक हज़ार से ज्यादा लोगों को ठग चुका है. इनसे पूछताछ में कई अहम खुलासे हो रहे हैं,
  • फर्जी मेट्रीमोनियल दफ्तर.......
    एडिशनल एसपी राजेश दंडोतिया को मुखबिर से इस गिरोह के बारे में सूचना मिली थी. पता चला था कि फर्जी मेट्रीमोनियल कॉल सेंटर चलाया जा रहा है. इस फर्जीबाड़े ठग गिरोह में 4 महिला, 2 पुरुष सहित 6 आरोपी शामिल हैं. इनमे अंजलि बैस, नीलू गर्ग, अंजना डोंगर, कोमल पखारिया, अतुल पाल, जयदीप कुमार को गिरफ्तार किया गया है. सभी पकड़े गए आरोपी ग्वालियर के रहने वाले हैं,
  • मैरिज ब्यूरो में फर्जी खेल
    इस गिरोह की ठगी के ज्यादातर आदमी शिकार हुए. इनमें उत्तर प्रदेश के एक रिटायर्ड टीआई के अलावा और भी कई बड़े चेहरों की जानकारी पुलिस के हाथ लगी है. ग्वालियर में बीते 2 साल से 3 मेट्रिमोनियल बेबसाइट्स चलायी जा रही थीं. इनमें आदर्श नगर स्तिथ रिश्ते डॉट कॉम, काल्पी ब्रिज स्थित विवाह बंधन और सत्यदेव नगर स्थित ऑनलाइन मैचपॉइंट के नाम से फर्जी मैरिज ब्यूरो खोल रखे थे,

  • ड्रीमगर्ल नाबालिग लड़कियां.......
    कुंवारे और शादी के इच्छुक लडके लड़कियों को उनके सपनों का लाइफ पार्टनर यानि ड्रीम गर्ल और ड्रीम ब्वॉय तक पहुंचाने का वादा किया जाता था,बदले में 500 से लेकर 1000 तक रजिस्ट्रेशन फीस के नाम से लिए जाते थे,उसके बाद रजिस्ट्रेशन कराने वालों से नाबालिग लड़कियों की बात कराई जाती थी, जो कॉल कर मीठी मीठी बातों में सामने वालो फंसाती थीं,बदले में कभी 5000 तो कभी 10000 मदद के नाम पर मांगे जाते थे,वर वधु की चाह रखने वाला भी आसानी से इनके झांसे में आ जाता और खातों में रुपए भेज देता था,ये गिरोह 2 साल से सक्रिय था और अब तक 11 राज्यों के एक हजार से अधिक लोगों से 50 लाख रुपये से ज्यादा वसूल चुका है,