NEWS: ज्ञानोदय संस्था में वसंतोत्सव की धूम, डॉ. प्रेरणा ठाकरे ने कहां- वसंत प्रकृति के आनंद का पर्व, पढ़े खबर

ज्ञानोदय संस्था में वसंतोत्सव की धूम

NEWS: ज्ञानोदय संस्था में वसंतोत्सव की धूम, डॉ. प्रेरणा ठाकरे ने कहां- वसंत प्रकृति के आनंद का पर्व, पढ़े खबर

नीमच। बसंत प्रकृति के आनंद, उल्लास और उमंग का पर्व है। यह मानव मात्र को प्रेम का संदेश देता है। प्रेम सदैव त्याग, कर्तव्य और समर्पण पर आधारित होता है जो सिर्फ देना चाहता है। मनुष्य प्रकृति से जुड़कर प्रेम के पवित्र संबंधों का निर्वहन करे यही जीवन का वास्तविक बसन्त है। उक्त उद्गार शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय रामपूरा के हिन्दी विभाग की प्राध्यापिका एवं सुप्रसिद्ध कवयित्री डॉ. प्रेरणा ठाकरे ने ज्ञानोदय संस्था में आयोजित वसन्तोत्सव के पर्व पर मुख्य अतिथि के रूप मे व्यक्त किए।

डॉ. प्रेरणा ठाकरे ने कहा कि, हमें छोटी-छोटी खुशियों का आनंद लेना चाहिए, तथा परंपरागत खेल, त्यौहार को भी मनाना चाहिए। जीवन की भागमभाग में वास्तविक आनंद से दूर हो गए है इसलिए रिश्ते समाप्त हो गए है रिश्तों के पुर्नजीवन के लिए प्रेम, सौहार्द और समय देना चाहिए। 

ज्ञानोदय शिक्षण समीति की निदेशिका डॉ. माधुरी चौरसिया बसन्त की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि मनुष्य ने प्रकृति के साथ खिलवाड़ किया है। इसके कारण नदियां प्रदूषित हुई, मौसम में परिवर्तन हुआ। हम आधुनिकता की चकाचौंध में हमारे संस्कारों को भूला बैठे इसलिए अनेक समस्याएं उत्पन्न हुई है। मनुष्य मात्र के प्रति प्रेम, आनंद के साथ-साथ सभी सुखी रहे ऐसे प्रयत्न करे तथा बसन्त को सार्थकता प्रदान करे। ज्ञानोदय संस्थान ने बसन्त पर्व पर नृत्य नाटिका एवं बच्चों के कार्यक्रम प्रस्तुत कर भारतीय संस्कृति का आदर्श प्रस्तुत किया है इसके लिए बधाई के पात्र है। 

बालकवि बैरागी महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. सुरेन्द्र शक्तावत ने कहा कि बसन्त का भारतीय संस्कृत साहित्य में उल्लेख है। कालिदास ने ऋतु संहार बसन्त पर पूरा अध्याय लिखा है। महाकवि बाणभट्ट, अश्वघोष, वाल्मिकी, शुद्रक से लेकर हिंदी के पद्माकर और घनानंद ने भी बसन्त पर लिखा। बसन्त पर्व का संदेश प्रेम का संदेश है जो परस्पर मनुष्य को जोड़ता है। 

ज्ञानोदय इंटरनेशनल स्कूल की डायरेक्टर डॉ. गरिमा चौरसिया ने माँ सरस्वती को समर्पित अपनी स्वरचित कविता सरस्वती वंदना का भावपूर्ण गायन किया। कार्यक्रम में वसन्तोत्सव पर नृत्य नाटिका का प्रस्तुतिकरण सरस्वती वंदना फार्मेसी डिपार्टमेंट की छात्राएं निहारिका श्रीमल, भूमि जैन, विधि गौड़, ज्ञानोदय नर्सिंग की छात्राएं इशिका डाबी, वर्षा माली, आस्था, किरण बैरागी, एहसास एवं आयुषी राठौर बी.एड. डिपार्टमेंट की आंचल शर्मा एवं विभा शर्मा एवं एम.बी.ए. डिपार्टमेंट की छात्रा सरगम ने प्रस्तुत किया। 

कार्यक्रम का प्रभावी संचालन प्रोफेसर पंकज श्रीवास्तव ने किया। आभार प्रदर्शन बालकवि बैरागी टीचर एजुकेशन रिसर्च सेन्टर नीमच के उप प्राचार्य ऋचा सक्सेना ने किया।