BIG NEWS: कई गंभीर मामलों में तलाश, और सिर पर पांच हजार का ईनाम, बचने के लिए लगातार बदली जगह, अब गांधी सागर पुलिस के हाथ लगा ये ईनामी बदमाश, पढ़े खबर
कई गंभीर मामलों में तलाश, और सिर पर पांच हजार का ईनाम, बचने के लिए लगातार बदली जगह, अब गांधी सागर पुलिस के हाथ लगा ये ईनामी बदमाश, पढ़े खबर
मंदसौर। पुलिस कप्तान अनुराग सुजानिया द्वारा सभी फरार आरोपियों की गिरफ्तारी को लेकर चलाये जा रहे अभियान के तहत अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक गरोठ महेंद्र तारनेकर एवं अनुविभागीय अधिकारी पुलिस अनुभाग गरोठ फूल सिंह परस्ते मार्गदर्शन के मार्गदर्शन तथा गांधी सागर थाना प्रभारी उनि. लाखन सिंह राजपूत के नेतृत्व में पुलिस टीम ने प्राण घातक हमले एवं आर्म्स एक्ट मामले में फरार चल रहे एक ईनामी आरोपी को पकडऩे में सफलता हासिल की।
गौरतलब है कि सत्तू सिंह उर्फ सत्यनारायण पिता देवी सिंह राजपूत 45 साल निवासी नावली थाना गांधी सागर जिला मंदसौर जो कि थाना गांधी सागर के अपराध क्रमांक 85/21 धारा 307, 294, 506 एवं 25 आर्म्स एक्ट में विगत 6 माह से फरार चल रहा था। वहीं जिला पुलिस अधीक्षक द्वारा इस पांच हजार रूपये का ईनाम भी घोषित कर रखा था। उक्त आरोपी आपराधिक प्रवृत्ति का होकर काफी शातिर था। जो बिना मोबाइल के अपना नाम पता व स्थान बदल-बदल कर कभी मध्यप्रदेश तो कभी राजस्थान में फरारी काट रहा था।
जिसे पकडऩे हेतु उसके घर गांव टांकेश्वर महादेव व गांधी सागर के जंगल व मिलने के हर संभावित स्थलों पर लगभग 30 से 35 बार दबिश दी गई किंतु आरोपी चुस्त वह चालाक होने से भागने में सफल रहा। लेकिन पुलिस टीम ने अपने अथक प्रयासों एवं तकनिकी मदद से उक्त बदमाश को दिनांक 8.4. 2022 को ग्राम मानजी का गुड़ा तहसील निंबाहेड़ा जिला चित्तौडग़ढ़ राजस्थान से गिरफ्तार किया।
पकड़ाये आरोपी का आपराधिक रिकॉर्ड-
पकड़ाये आरोपी के खिलाफ 1. अपराध क्रमांक 52/07 धारा 451 294 323 506 बी 147 148 भादवी, 2. अपराध क्रमांक 78/08 धारा 25 आर्म्स एक्ट, 3. अपराध क्रमांक 86/10 धारा 452 323 506 34 भादवी, 4. अपराध क्रमांक 60/10 धारा 34 आबकारी एक्ट, 5. अपराध क्रमांक 61/11 धारा 25 आर्म्स एक्ट, 6. अपराध क्रमांक 85/21 धारा 307 294 506 भादवी एवं 25 आर्म्स एक्ट सहित कुल छह मामले दर्ज है।
इनकी रही कार्यवाही-
उक्त कार्यवाही सउनि. जितेंद्र सिंह चौहान, आरक्षक जतिन दीक्षित, तरुण, राहुल गरासिया, अनिल गुर्जर एवं कार्यवाहक प्रधान आरक्षक आशीष बैरागी साइबर सेल के द्वारा की गई।