BIG NEWS : रेपकांड की कहानी में ट्विस्ट, पीड़ित महिला और साथियों की चाल पड़ी उल्टी, पुलिस ने दर्ज की FIR...! रुपये ऐठने का प्लान भी हुआ फैल, व्यापारी का समर्थन, और ये लोग मिले एसपी से, क्या मामला हनीट्रैप से जुड़ा, या किसी गिरोह का होगा पर्दाफाश...! ASP ने किया बड़ा खुलासा, मामला मनासा का, पढ़े ये खबर

रेपकांड की कहानी में ट्विस्ट

BIG NEWS : रेपकांड की कहानी में ट्विस्ट, पीड़ित महिला और साथियों की चाल पड़ी उल्टी, पुलिस ने दर्ज की FIR...! रुपये ऐठने का प्लान भी हुआ फैल, व्यापारी का समर्थन, और ये लोग मिले एसपी से, क्या मामला हनीट्रैप से जुड़ा, या किसी गिरोह का होगा पर्दाफाश...! ASP ने किया बड़ा खुलासा, मामला मनासा का, पढ़े ये खबर

रिपोर्ट- अभिषेक शर्मा / मनीष जोलान्या  

नीमच/मनासा। राजस्थान निवासी महिला द्वारा मनासा के कपड़ा व्यापारी के खिलाफ छेड़छाड़ और दुष्कर्म का प्रकरण दर्ज कराने का मामला अब तूल पकड़ता नजर आ रहा है। कपड़ा व्यापारी के हक में शनिवार को सैकड़ों व्यापारी और समाजजन नीमच सिटी थाने पहुंचे। जहां उन्होंने एसपी अमित तोलानी से मुलाकात की। इस दौरान सभी ने पूरी घटना का खुलासा करते हुए मामले को हनीट्रैप से संबंधित होना बताया। साथ ही महिला सहित अन्य लोगों के खिलाफ कार्यवाही की मांग करने के साथ ही कैलाश दुआं पर दर्ज प्रकरण को खारिज करने की बात कहते हुए एक ज्ञापन सौंपा। 

ज्ञापन ने समाजजनों ने बताया कि, महिला की शिकायत के बाद पुलिस ने कैलाश दुआं को गिरफ्तार किया। जिसके बाद बीती 30 जून को न्यायालय में पेश किया। इसी समय उक्त महिला के साथ आए एक व्यक्ति ने अपने आप को वकील होना बताया। जिसका नाम महावीर प्रसाद एवं मुकेश शर्मा दूसरा व्यक्ति निवासी भीलवाड़ा कैलाश दुआं के चचेरे भाई अनिल दुआं के पास आए, और बोला कि मंजूबाई के साथ हम लोग आए है, तथा उसके द्वारा की गई रिपोर्ट में हम महत्वपूर्ण साक्षी है। अगर तुम हमें हमारे कहे अनुसार रूपये दे दो तो हम मंजूबाई को समझाकर उसके न्यायालय में होने वाले कथनों में आपके भाई के पक्ष में बयान दिलवा देंगे, और यदि तुमने हमारी बात नहीं मानी तो तुम्हारे भाई को जिन्दगी भर जेल में सड़ा देंगे। 

तुम हम लोगों को जानते नहीं हो, हम इस मामले में एक्सपर्ट है, और कई लोगों को जेल की हवा खिला चुके है। इस प्रकार की धमकी से कैलाश दुआं का चचेरा भाई अनिल दुआं जो पहले से ही मानसिक रूप से परेशान था, उसकी इच्छा ना होते हुए भी उसने उनकी बात मान ली, और उसके कहे अनुसार 2 लाख रूपये लेकर उनके पास गया। तब महावीर प्रसाद ने रूपये लेकर एक सहमति पत्र भी अपने हस्तलिपी से लिखकर अनिल दुआ को दिया। इतने में अन्य परिजनों को इस घटना की जानकारी होने पर वे सभी मौके पर इकट्ठा हो गये और कैलाश दुआं के विरुद्ध की गई असत्य रिपोर्ट पर अनिल दुआं से दबाव पूर्वक उसकी इच्छा के विरूद्ध रूपये ऐटने के खिलाफ बोलने लगे, और महावीर प्रसाद खटीक तथा मुकेश शर्मा को पकड़कर थाना मनासा पर ले गये। 

जहां पर उक्त घटना की जानकारी नगर में होने से नगर के सभी व्यापारी संघ और सामाजिक संस्थाओं के अध्यक्ष एवं पंजाबी समाज के हजारों व्यक्ति मनासा थाने पहुंचे। तथा मंजूबाई, महावीर प्रासाद और मुकेश शर्मा के विरुद्ध उक्त घटना को लेकर रिपोर्ट दर्ज करवाई, जिस पर से पुलिस द्वारा धारा- 384, 34 आई.पी.सी. के तहत प्रकरण पंजीबद्ध कर उन्हे हवालात में बंद कर दिया।

ज्ञापन में व्यापारियों और समाजजनों ने बताया कि, नगर के प्रतिष्ठित व्यापारी के विरुद्ध असत्य तथ्यों का सहारा लेकर पुलिस मनासा द्वारा आदतन अपराधी प्रवृत्ति की महिला एवं उनके साथ आए अन्य व्यक्तियों के कहने मात्र से बलात्कार का प्रकरण दर्ज किया। पुलिस द्वारा प्रकरण दर्ज करने के पूर्व ना तो कैलाश दुआं से इस संबंध में पुछताछ की गई, ना ही उसके दुकान के आसपास के व्यापारियों से और ना ही उसकी दुकान पर कार्य करने वाले कर्मचारियों से घटना के बारे में तस्दीक की। 

ज्ञापन के माध्यम से व्यापारियों और समाजजनों ने आग्रह किया है कि, सदर प्रकरणों में निष्पक्ष जांच की जाकर असत्य रिपोर्ट करने वाले तथा रिपोर्ट कराने के पश्चात अवैध रूप से रुपये ऐटने वालों के विरूद्ध सख्त से सख्त कार्यवाही की जाकर पीड़ित कैलाश के विरुद्ध दर्ज किये गये आपराधिक प्रकरण को समाप्त करने संबंधी योग्य कार्यवाही की जाकर न्याय प्रदान करने की कृपा होते। 

इनका कहना- 

बीते दिनों एक एफआईआर हुई है 376 की, उसी के संबंध में समाजजनों का कहना है कि, हमे झूठा फंसाया गया है। समाजजनों और व्यापारियों का कहना है कि, इसके पीछे कोई गिरौह है। उनके द्वारा इस चाल के रूप में इस तरह से फंसाया गया है। जिससे उनके खिलाफ कार्यवाही हुई है। उसी के संबंध में आज ज्ञापन दिया गया है। रात में ही बहुत से चीजे क्लीयर हो गई थी कि, इसमें इनके पीछे कोई एक दो लोग है, जो गिरौह के रूप में काम कर रहें है, तो उनके खिालाफ भी 384 में प्रकरण दर्ज किया गया है।- सुंदर सिंह कनेश, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, जिला नीमच।