BIG NEWS : मल्हारगढ़ का रौनक सोया चेन की नींद,फिर सांप ने ऐसा डसा,की उड़ गए सबके होश,परिजन भागे जिला अस्पताल,पर यहां मिली निराशा,फिर सिद्धिविनायक अस्पताल की ये लापरवाही पड़ी भारी,हुई मौत,अब हंगमा जारी.........! पढ़े नरेंद्र राठौर की ये खास खबर

मल्हारगढ़ का रौनक सोया चेन की नींद,फिर सांप ने ऐसा डसा,की उड़ गए सबके होश,परिजन भागे जिला अस्पताल

BIG NEWS : मल्हारगढ़ का रौनक सोया चेन की नींद,फिर सांप ने ऐसा डसा,की उड़ गए सबके होश,परिजन भागे जिला अस्पताल,पर यहां मिली निराशा,फिर सिद्धिविनायक अस्पताल की ये लापरवाही पड़ी भारी,हुई मौत,अब हंगमा जारी.........! पढ़े नरेंद्र राठौर की ये खास खबर

रिपोर्ट,,,,,,नरेंद्र राठौर 
मंदसौर जिले के मल्हारगढ़ अंतर्गत आने वाले गांव रिछा में अपने ही घर में सो रहे 19 वर्षीय रौनक दमामी पिता जितेंद्र दमामी को जहरीली नागिन ने काट लिया,जिसकी इलाज के दौरान मंदसौर प्राइवेट हॉस्पिटल में रात्रि 3 बजे मौत हो गई,

परिजनों ने बताया कि रात करीब 10:35 पर  रोनक कमरे में बेड पर सो रहा था तभी जहरीली नागिन ने डस लिया जिसको हम जिला अस्पताल मंदसौर लाए थे जहां के डॉक्टरों ने सुविधाओं का आभाव होने का हवाला देते हुए रेफर कर दिया जिसके बाद बच्चे को सिद्धिविनायक अस्पताल ले गए जहा इलाज भी शुरू किया और फिर रात 3 बजे बजे डॉक्टरों ने मना कर दिया कि इसकी मौत हो गई है।

पिता ने लगाया लापरवाही का आरोप..................। 
रौनक के पिता जितेंद्र दमामी ने जिला अस्पताल मंदसौर पर लापरवाही का आरोप लगते हुए बताया की डॉक्टरों ने अस्पताल में सुविधाओं की कमी की बात कहते हुए कही और ले जाने की बात कही और ये भी कहा की वरना हमारी कोई जवाबदारी नही होगी,फिर रात्रि 12.45 बजे रैफर किया गया फिर हम तत्काल बेटे रौनक को लेकर सिद्धी विनायक हास्पीटल पहुच गए थे,

वहां के स्टाफ द्वारा एडमिट कर लिया और कहा गया कि डॉक्टर साहब आ रह है। सिद्धी विनायक हास्पीटल में डॉक्टर मनीष पाठक की ड्यूटी थी। करीबन 04 घण्टे अस्पताल में भर्ती रखा और हमें बताया कि बच्चा ठीक है खतरे से बाहर है परंतु उसके बाद डॉक्टर मनीष पाठक ने बाद में हमको सुबह करीबन 04.00 बजे बताया कि रौनक की मृत्यु हो चुकी है।

सिद्धि विनायक हॉस्पीटल के द्वारा हमें हमारे बेटे रौनक की डैथ समरी सर्टिफिकेट में अस्पातल में भर्ती होने का समय 01.57 AM बताया जबकी हम सिविल हास्पीटल से 12.45 बजे रैफर करने के बाद तत्काल ही सिद्धी विनायक अस्पताल में भर्ती करवा दिया था जिसके ईलाज के दौरान दवाई के बिल भर्ती समय के पहले के हमारे पास उपलब्ध है।जिसके बाद वहां के स्टाफ द्वारा एडमिट कर लिया और कहा गया कि डॉक्टर साहब आ रह है। सिद्धी विनायक हास्पीटल में डॉक्टर मनीष पाठक की ड्यूटी थी। करीबन 04 घण्टे अस्पताल में भर्ती रखा और हमें बताया कि बच्चा ठीक है खतरे से बाहर है परंतु उसके बाद डॉक्टर मनीष पाठक ने बाद में हमको सुबह करीबन 04.00 बजे बताया कि रौनक की मृत्यु हो चुकी है।

सिद्धि विनायक हॉस्पीटल के द्वारा हमें हमारे बेटे रौनक की डैथ समरी सर्टिफिकेट में अस्पातल में भर्ती होने का समय 01.57 AM बताया जबकी हम सिविल हास्पीटल से 12.45 बजे रैफर करने के बाद तत्काल ही सिद्धी विनायक अस्पताल में भर्ती करवा दिया था जिसके ईलाज के दौरान दवाई के बिल भर्ती समय के पहले के हमारे पास उपलब्ध है। रौनक के पिता ने पुरे मामले की शिकायत पुलिस में करते हुए कार्यवाही की मांग की है,