OMG ! 9 साल के बेटे ने दिलाई कातिल मां और प्रेमी को उम्रकैद की सजा, गुगल पर सर्च किया था- लाश ठिकाने कैसे लगाएं...! पढ़ेंगे तो खड़े हो जायेंगे रौंगटे
9 साल के बेटे ने दिलाई कातिल मां और प्रेमी को उम्रकैद की सजा, गुगल पर सर्च किया था- लाश ठिकाने कैसे लगाएं...! पढ़ेंगे तो खड़े हो जायेंगे रौंगटे
डेस्क। हत्या के मामले में 9 वर्ष के बेटे की गवाही पर मां और उसके प्रेमी को आजीवन कारावास की सजा सुनाई गयी है। हरदा के विशेष न्यायाधीश ने पति की हत्या के मामले मे आरोपी पत्नी तबस्सुम और उसके प्रेमी इरफ़ान को सजा सुनाई, दोनों आरोपियों ने मिलकर 18 जून 2021 को आमिर की हत्या की थी। आरोपी पत्नी ने पति की हत्या कर गूगल पर सर्च कर देखा था कि लाश को कैसे ठिकाने लगाते हैं। आरोपी पत्नी और प्रेमी इरफान कोरोना काल में आमिर के घर पर ही रहने के कारण मिल नहीं पाते थे, इसलिए दोनों ने मिलकर उसकी हत्या कर दी थी। पति की हत्या करते हुए छोटे से मासूम बेटे ने देख लिया था।
आरोपी इरफान नगर पालिका में राजस्व निरीक्षक के पद पर पदस्थ था। हरदा जिला कोर्ट के विशेष न्यायालय ने बहुचर्चित हत्या के मामले में आरोपी पत्नी और उसके प्रेमी को आजीवन कारावास की सजा सुनाई, जिला लोक अभियोजक संजय गौर ने बताया कि मामले में आरोपी महिला तबस्सुम के भाई ने सिविल थाने में रिपोर्ट लिखाई थी। वह नई आबादी खेडीपुरा रहता है और मजदूरी का काम करता है।
आरोपी इरफान शेख का मृतक की पत्नी तबस्सुम से प्रेम संबंध था. कड़ी पूछताछ और कॉल डिटेल के आधार पर दोनों ने आमिर की हत्या करना कबूल किया था। घटना के एकमात्र चश्मदीद गवाह 9 वर्ष का बेटा था. बेटे की गवाही पर मां और प्रेमी को सजा हुई है. पुलिस के मुताबिक मृतक आमिर की पत्नी तबस्सुम और उसके दोस्त इरफान में संबंध बन गए थे. लॉकडाउन की वजह से दोनों मिल नहीं पा रहे थे. इस बात ने उन्हें इतना परेशान किया कि उन्होंने आमिर को रास्ते से हटाने की योजना बनाई।
आमिर को दमे की बीमारी थी और वह रोज सोने से पहले एक गोली लेता था. इसी बात का फायदा उठाकर 18 जून की रात तबस्सुम ने उसे नशे की गोली दे दी. आमिर जब बेहोश हो गया तब इरफान उनके घर पहुंचा. इरफान और तबस्सुम ने आमिर के हाथ-पैर दुपट्टे से बांधे और उस पर हथौड़ी से लगातार तब तक वार किए जब तक उसकी जान नहीं निकल गई. बताया जाता है कि हत्या करने के बाद मृतक की पत्नी तबस्सुम ने पुलिस को सूचना दी. पुलिस मौके पर पहुंची तो शुरुआत में लगा कि हत्या चोरी की नियत से हुई है. लेकिन, जब धीरे-धीरे जांच बढ़ी तो पत्नी पर शक गया।
उसकी कॉल डिटेल सर्च करने पर पता चला कि वह इरफान से काफी बात करती थी. जब तबस्सुम के मोबाइल की गूगल हिस्ट्री को खंगाला गया तो हैरान करने वाली बात सामने आई, तबस्सुम ने गूगल पर सर्च किया कि हत्या के बाद लाश के हाथ-पैर कैसे बांधें और लाश को ठिकाने कैसे लगाएं. इस तरह सारा मामला खुल गया।