POLITICS NEWS : तो क्या नीमच से दिलीप सिंह, मनासा से बंशीलाल गुर्जर, आखिर कैसे बैठेगा ये गणित, सांसद गुप्ता पर कहां विचार, और चावला हुए सेट, तो बिगड़ेगा यहां का समीकरण...! पढ़े ये खास खबर
तो बिगड़ेगा यहां का समीकरण...!
रिपोर्ट- अभिषेक शर्मा
नीमच। मध्य प्रदेश में भाजपा ने अपने उम्मीदवारों की चौथी लिस्ट तो जारी कर दी, और हमारे नीमच-मंदसौर संसदीय क्षेत्र के चार टिकट भी फाइनल कर दिए, लेकिन अब भी तीन सीटे बाकी है। जहां किसी उम्मीदवार का नाम फिलहाल सामने नहीं आया है। ऐसे में अटकले लगाई जा रही है कि, यहां शीर्ष नेतृत्व नए चेहरे पर चुनाव लड़ने के मुड़ में है। पर जहां अभी सिटिंग MLA है, वें नाम भी दमदार ही है, ऐसे में ये आसान नहीं होगा कि, किसी नए नाम को चुनावी मैदान में उतारा जाएं...!
जी हां, हम नीमच जिले की नीमच और मनासा सीट की बात कर रहे है, जहां वर्तमान में भाजपा के ही विधायक है, नीमच से दिलीप बापू तो मनासा से माधव मारु... ये दोनों ही अपने-अपने क्षेत्र में अच्छी-खासी पकड़ रखते है, और अब भी वें भाजपा की और से दमदार दावेदार है। जिसे लेकर भारी मंथन शीर्ष स्तर पर चल ही रहा है, बाते भले ही राजनितिक गलियारों में चाहे जो भी हो, लेकिन भोपाल-दिल्ली स्तर पर इन दोनों ही नामों को आसानी से काटा नहीं जा सकता। हां, पर एक सीट पर टिकट बदलने से दूसरी सीट के समीकरण बदल जाने की खबरे जरूर हमारे भी सामने आई है।
हमें जो खबरे हमारे विश्वसनीय सूत्रों से मिली है, उससे ये पता चला है कि, संसदीय क्षेत्र की बची तीनो सीटों में से किसी एक सीट पर OBC का चेहरा उतरने का विचार चयन समिति का चल रहा है। जिसके चलते ही फिलहाल ऐसी सीट + फाइनल की गई, जहां कोई दूसरे सशक्त नाम नहीं थे, या वहां कोई एक या उससे ज्यादा दावेदार नहीं थे।
हम एक एक सीट पर OBC से दावेदार और उनकी मजबूत दावेदारी पर बात करें, तो पता चलता है कि, गरोठ में फिलहाल देवीलाल धाकड़ ही दिखाई देते है, जबकि यहां से भाजपा चेहरा बदलने के पूरे मुड़ में होकर किस सामान्य चेहरे को यहां से चुनावी मैदान में उतर सकती है। जिसमे सांसद सुधीर गुप्ता का भी नाम प्रमुखता से चल ही रहा है। इस सीट पर या यूं कहें कि, भाजपाई नेतृत्व ने चेहरा बदलने पर अपनी मोहर सी भी लगा दी है। ऐसे में यहां कोई नया ही नाम आएगा। जिसके चलते नीमच और मनासा सीट के समीकरण भी प्रभावित होंगे।
इसी तरह अब हम नीमच विधानसभा की बात करें, तो यहां OBC के चेहरे के रूप में पवन पाटीदार दिखाई देते है, जो नाम अच्छा भी है, वें युवा होने के साथ ही भाजपा जिलाध्यक्ष का पदभार संभालते हुए अपना अच्छा-खासा कार्यकाल निकाल चुके है, और वें जिला पंचायत से सदस्य भी पहले निर्वाचित होकर क्षेत्र में सक्रीय भी दिखाई देते है। ऐसे OBC फेक्टर में ये भी यहां फिट से दिखाई देते है, और ऐसा हुआ तो भी अन्य दोनों ही सीटों पर समीकरण बदलेंगे।
अब बात मनासा की, जहां वर्तमान में माधव मारु विधायक है, और उनके नाम पर इस बार तलवार सी लटकी हुई दिखाई देती है। ऐसे में यहां से दो नाम बड़े ही प्रमुखता से सामने आये है। जिसमे पूर्व मंत्री कैलाश चावला है, तो दूसरा नाम भाजपा के वरिष्ठ नेता बंशीलाल गुर्जर का है। अब इन दोनों ही नामों में से अगर चावला जी को टिकट मिलता है, तो नीमच सीट पर दिलीप बापू की उम्मीदवारी खतरे पड़ सकती है, लेकिन अगर यहां से बंशीलाल गुर्जर को भाजपा ने चुनावी मैदान में उतर , तो बापू को हरी झंडी मिल ही जाएगी। ऐसा हमरे सूत्र बताते है।
इन तीनों ही सीटों पर भाजपाई नेतृत्व बड़ा गंभीर होकर विचार करते हुए इन्हें जितने के साथ ही जातिगत समीकरण को भी ध्यान में रखे हुए है, और ये पक्का ही माना जा रहा है कि, एक बड़ा चेहरा ही OBC से क्षेत्र में नजर आएगा। जिससे ये अटकले तेज हो गई है कि, बंशीलाल गुर्जर को मनासा से पार्टी अपना उम्मीदवार बना सकती है। जिसका मतलब ये होगा कि, नीमच में बापू की एक बार से भाजपा के टिकट पर उम्मीदवारी हमें देखने को मिल सकती है, और जल्द ही हमारे क्षेत्र के तीनों ही उम्मीदवारों के नाम घोषित भी होने वाले ही है।