BIG NEWS : महाकुंभ को प्लास्टिक मुक्त रखने का संकल्प, नीमच के सामाजिक संगठनों और व्यावसायिक शाखाओं का योगदान, हजारों थाली व थैला किए संग्रहित, फिर ट्रांसपोर्ट से पहुंचाई यहां, पढ़े खबर
महाकुंभ को प्लास्टिक मुक्त रखने का संकल्प
नीमच। आगामी 13 जनवरी से 26 फरवरी 2025 तक होने वाले प्रयागराज में महाकुंभ को प्लास्टिक मुक्त रखने का संकल्प संत समाज ने लिया है। मालवा की लाल माटी की पवित्र धरा नीमच में भी इस आयोजन का शंखनाद किया गया था। इस काम को करने के लिए संघ ने भी एक थाली एक थेला अभियांन चलाया जो की 5 नवम्बर को पोस्टर विमोचन से लेकर 8 दिसंबर को संपन्न हुआ रामजी मंदिर जाजू विल्डिंग के प्रांगण मे मंदिर के पुजारी जीवन तिवारी द्वारा विधि विधान से भगवान की आरती कर, थाली थेला की पूजा-अर्चना कर नीमच से मलावा प्रांत के केन्द्र इंदौर ट्रांसपोर्ट द्वारा पहुंचाई। जिसमें सभी संगठनों का अमुल्य योगदान रहा।
सीए एसोशियशन संगठन द्वारा 101, भारत विकास परिषद 251, नीमच सिटी जैन मंदिर समाज 50, जैन स्थानक समाज 50, भारत विकास परिषद विवेकानंद शाखा 89, मुक्ति धाम सर्व समाज नीमच सिटी (रावण रूडी), सीताराम जाजू कन्या महाविद्यालय 300, विवेकानंद बाल कल्याण समिति (शिशु मंदिर एसएसवीएम) 200, नगर की व्यवसायी शाखा के स्वयं सेवको द्वारा 150, समाज के प्रबुद्धजनो द्वारा दी गयी 4100 थाली 4100 थेला एकत्रित हुई।
इस कार्यक्रम में उपस्थित सर्व समाज के ओमप्रकाश तेल वाले, सुशील गट्टानी, राजेश गट्टानी, लक्ष्मी नारायण लड्डा, मानक बिरला, मुरली मंडोवरा, रामस्वरूप काबरा, सोनू तिवारी, निलेश पाटीदार, हर्ष गट्टानी, शैलेन्द्र गर्ग, डॉ. स्वपनिल वधवा, गौरव नागदा, राजेश जायसवाल, नारी शक्ति शोभा, शकुन्तला, सलोनी, प्रमिला मालू एवं जिला कार्यवाह पवन सज्जन, मंदसौर विभाग, पर्यावरण संरक्षण गतिविधि यशवंत यादव, नारायण सिंह राठौड़ विभाग सेवा प्रमुख और जिला सह सयोंजक श्रीकान्त मडोतिया आदि उपस्थित थे।
हरित कुंभ ''एक थाली एक थैला अभियान'' प्लास्टिक मुक्त महाकुंभ-
पर्यावरण संरक्षण गतिविधि मालवा प्रांत द्वारा मालवा की लाल माटी नीमच की पवित्र धरा पर एक थाली एक थैला अभियान संग्रहण किया। जिसमें सभी सामाजिक संगठनों ने उत्साह के साथ सहयोग प्रदान किया। भारतीय संस्कृति का प्रमुख पर्व एवं आध्यात्मिक संगम महाकुंभ को पर्यावरण संरक्षण के साथ पूर्ण रूप से पर्यावरण को प्रदूषण मुक्त रखने के लिए पर्यावरण संरक्षण गतिविधि मालवा प्रांत में अभिनव पहल की है। आगामी 13 जनवरी से 26 फरवरी 2025 तक प्रयागराज में महाकुंभ होने जा रहा है। जिसमें 45 दिनों में अनुमानित 40 करोड़ श्रद्धालु सम्मिलित होने वाले हैं।
यदि हम कल्पना करें कि इतने तीर्थ यात्रियों के भोजन आदि में कितना पॉलिथीन, डिस्पोजल, प्लास्टिक के कागज लग सकता है जो कचरा बनकर तीर्थ नगरी प्रयागराज में पवित्र त्रिवेणी संगम को पूरी तरह से प्रदूषित कर सकता है। महाकुंभ में कॉल 40 हजार टन कचरा उत्सर्जित होने का अनुमान है। शासन प्रशासन अपने स्तर पर स्वच्छता कचरा निस्तारण की व्यवस्था करेंगे ही किंतु कचरा ना हो या कम हो यह तो हम कर ही सकते हैं। हमारा प्रयास है कि हम अपना महाकुंभ पर्यावरण अनुकूल बने, हरित कुंभ बने , अपनें संकल्प लिया है कि हर घर से एक थाली एक थैला संग्रहित रद्द कर प्रयागराज के तीर्थ यात्रियों तक पहुंचाया जाए। हर कुंभ यात्री के पास भोजन के लिए थाली हो वह भी सामान के लिए थैला हो तो हम कचरे को बहुत कम कर सकते हैं। यह दिनेश जी मनावत नगर पर्यावरणसंयोजक प्रेषित दी