NEWS: पिछले बजट में स्वीकृत सड़कों का काम नहीं हुआ शुरू, फिर नए बजट में करवा दी स्वीकृत, कांग्रेस नेता सत्यनारायण पाटीदार ने मंत्री सखलेचा को बताया घोषणावीर, तो आदिवासी क्षेत्रों की कि अनदेखी का भी लगाया आरोप, पढ़े खबर

पिछले बजट में स्वीकृत सड़कों का काम नहीं हुआ शुरू, फिर नए बजट में करवा दी स्वीकृत, कांग्रेस नेता सत्यनारायण पाटीदार ने मंत्री सखलेचा को बताया घोषणावीर, तो आदिवासी क्षेत्रों की कि अनदेखी का भी लगाया आरोप, पढ़े खबर

NEWS: पिछले बजट में स्वीकृत सड़कों का काम नहीं हुआ शुरू, फिर नए बजट में करवा दी स्वीकृत, कांग्रेस नेता सत्यनारायण पाटीदार ने मंत्री सखलेचा को बताया घोषणावीर, तो आदिवासी क्षेत्रों की कि अनदेखी का भी लगाया आरोप, पढ़े खबर

जावद। मप्र सरकार मे केबिनेट मंत्री व विधायक ओमप्रकाश सखलेचा जावद विधानसभा में सड़कों के नाम पर थोथी घोषणा कर वाहवाही लूटने तक सीमित होकर रह गए है। जावद विधानसभा क्षेत्र का विकास कागजी खानापूर्ति तक सीमित होता नजर आ रहा है। मंत्री सकलेचा स्वार्थ पूर्ति करते हुए उनकी नक्षत्र वाटिका का विकास जरूर कर रहे है। जावद विधानसभा में उनको विकास करवाने के नाम पर नक्षत्र वाटिका ही नजर आती है। जर्जर सड़को को बनवाना तो दूर उन्होंने उनकी नक्षत्र वाटिका के चारो तरफ सड़के बनाकर वहां का विकास तीव्र गति से करवा रहे है। 

वर्ष 2021-22 के बजट में विधायक सखलेचा ने जावद विधानसभा में जो सड़क स्वीकृत करवाई थी वो बनी नहीं। सड़कों के निर्माण की प्रक्रिया अभी कागजों से बाहर नहीं आई। पिछले एक साल में कहीं भी सड़कों पर काम होते नहीं देखा। पिछले बजट में स्वीकृत सड़क का काम शुरू भी नहीं हुआ फिर नए बजट 2022-23 में जावद विधानसभा में नई सडको की घोषणा कर दी। जावद विधानसभा की आमजनता व किसानों की भावना से खेलने का काम मंत्री सकलेचा हमेशा से करते आ रहे है। क्षेत्र के विकास के लिए व सड़कों के निर्माण के मामले में उनकी सरकार व वे खुद भी गंभीर नहीं है। उनकी इस प्रकार की कार्यप्रणाली को जावद की जनता कतई बर्दाश्त नहीं करेगी।

उक्त विचार व्यक्त करते हुए जावद विधानसभा के पूर्व जनपद अध्यक्ष सत्यनारायण पाटीदार ने कहा कि ओमप्रकाश सकलेचा जावद विधानसभा में आमजनता की समस्याओं पर कोई ध्यान नहीं देते है और ना ही उन्हें जावद क्षेत्र की कोई परवाह है। चुनाव के समय जावद की जनता उन्हें याद आती है। वर्ष 2021-22 में जावद विधानसभा में उनके द्वारा पास करवाई गई सड़के हमेशा की तरह कागजों मे मूर्त रूप ले रही है। थोथे वादे करने में ही वे खुद का समय व्यतीत कर रहे है ।


इन क्षेत्रों की सड़क हुई थी स्वीकृत-
सत्यनारायण पाटीदार ने कहा कि मध्य प्रदेश के भाजपा सरकार के मंत्री व जावद विधायक ओमप्रकाश सखलेचा ने पिछले बजट 2021-22 में जावद विधानसभा क्षेत्र में रेतपुरा व्हाया लवा कदवासा मार्ग, महेशपुरा पालरा खेड़ा नेवड़ मार्ग, जगेपुर - गदौला - बराडा - आमली घाट मार्ग, अरनिया मामादेव से बांगरेड मार्ग, नीमच सिंगोली मार्ग से बंजारा तक मार्ग, कलेपुर से गोठड़ा मार्ग आदि गांवों में सडक स्वीकृत करवाकर खुद के नाम पर खूब तारीफों के पुल बांधे थे, जबकि पिछले बजट में पास हुई उक्त सड़के आज तक बनी नहीं, काम भी शुरू नहीं हुआ और सखलेचा ने फिर इस बजट में अमरसिंह जी कुएं से बोलखेदा स्कूल तक, ग्राम अनेड से बेगु सिंगोली मार्ग,अरनिया से मेंडकेश्वर महादेव तक, ग्राम भोज पूरा से नवलपुरा, चौकान खेड़ा से जंगलवाली सड़क (रानिपुरिया, सुखानंद वाली सड़क,) , देवीपुरा आबादी से नयागांव कातर तक पक्की सड़क निर्माण, धामनिया से गादौला, कदवासा टेलीफोन टॉवर से बाहर विधा मार्ग  सड़क स्वीकृत कर उसे बनाने का फिर नया लॉलीपॉप देकर जावद की जनता के साथ थोथी वाहवाही लूटकर अन्याय कर रहे है। रहवासियों को आने जाने में भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। अब फिर सड़क के नाम पर नई घोषणा के नाम पर सखलेचा झूठी घोषणाएं कर जावद की जनता के साथ अन्याय कर रहे है वे उनके मुख्यमंत्री शिवराज जैसे घोषणावीर बनने तक सीमित होकर खुद के तारीफों के पुल बांधने तक सीमित हो रहे हैं, अपने मुंह मिया मिठ्ठू बन रहे है। जमीनी धरातल पर हालात खराब हो रहे है। सिर्फ थोथी वाहवाही लूटने के लिये घोषणा करवाते है मगर उसे पूरी नहीं करवाते है। जावद की जनता श्री सखलेचा के झूठे वादे और दिखावे को समझ चुकी है। सत्ता के नशे में चूर होकर मंत्री सखलेचा जावद की जनता को झूठी घोषणा के नाम पर परेशानियों में धकेल रहे है।  नये बजट में जावद विधानसभा क्षेत्र में उक्त गांवों में सड़के स्वीकृत करवाकर फिर थोथी वाहवाही लूटने का खेल खेलना शुरू कर दिया है। घोषणावीर मुख्यमंत्री के घोषणावीर मंत्री सकलेचा से जावद की जनता दुखी हो चुकी है। बीते दिनों ओलावृष्टि व बारिश से लोगों की अफीम सहित सारी फसलें तबाह हो चुकी है लेकिन जावद विधायक ओमप्रकाश सकलेचा के ऊपर कोई असर नहीं हो रहा है। वे उन्हें मुआवजा भी नहीं दिला पा थे है। किसानों में उनके प्रति घन आक्रोश पनप रहा है। आने वाले चुनाव में क्षेत्र की जनता इनको सबक सिखा कर रहेगी।

आदिवासी क्षेत्रों की अनदेखी, 20 वर्षो बाद भी नहीं बनी सड़क-
सत्यनारायण पाटीदार ने कहा कि जावद विधानसभा के अंतर्गत आने वाले आदिवासी क्षेत्रों की विधायक सकलेचा ने हमेशा अनदेखी की है। ऐसे कई आदिवासी क्षेत्र हैं जहां 20 वर्षों बाद भी सड़क नहीं बनी है। ग्राम उमर से जो डूंगरपुर तक सड़क है  जिसके अंतर्गत एक तो ग्राम पंचायत बाणदा आती है, फिर उसके बाद डूंगरपुर पंचायत आती है वो क्षेत्र शत प्रतिशत आदिवासी ग्राम है। वहां वर्ष 2000 मे सड़क बनी थी उसके बाद आज दिनांक तक उन सड़कों पर ना तो कोई रिनीवल हुआ और ना है उसका पेचर हुआ। सड़को की हालत इतनी जर्जर व बदतर हो रही है कि उसने आदिवासियों को चलने जंग लड़ना पड़ रही है। जर्जर और पीड़ादाई हो चुकी सड़क से जानवर भी नहीं निकल सकते ऐसी हालत हो रही है। वहां निकलना तो मुश्किल उस पर पैर भी नहीं रख पा रहे है चल भी नहीं पा रहे है।  वर्ष 2022 में 20 वर्ष बाद भी सड़क बनना तो दूर रिपेयरिंग मरम्मत भी नहीं करवाई गई है। जब की जावद विधायक व केबिनेट मंत्री ओमप्रकाश सखलेचा 17 वर्षो से क्षेत्र का प्रतिनिधित्व कर रहे है उन्होंने खुद की स्वार्थ पूर्ति करते हुए उनकी नक्षत्र वाटिका के चारो तरफ सड़के बनवा दी। नक्षत्र वाटिका का जरूर विकास करवा रहे हैं । लेकिन जर्जर और पूरी तरह से खराब हो चुकी सड़के उनसे बन नहीं रही है। आदिवासी क्षेत्रों की हमेशा से उन्होंने अनदेखी की है। आदिवासी क्षेत्रों के विकास के लिए वे कभी भी नहीं सोचते है। आज दिन तक बाणदा की सड़क पर एक रिपेयरिंग के नाम पर एक गड्ढा भी नहीं भराया। आदिवासियों को भारी परेशानियां उठाना पड़ रही है। उनको जर्जर हो चुके रास्ते से जान हथेली पर लेकर निकलना पड़ता है। ग्राम उमर से लगाकर डूंगरपुर तक की जर्जर हो चुकी सड़कों के कारण आदिवासियों को जंगल में जाने के लिए भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है उनकी हालत खराब है लेकिन उनकी कोई सुनने वाला नहीं। उक्त मार्ग में पंचायत हेड क्वार्टर आता है। उन सभी ग्राम में शत प्रतिशत आदिवासी लोग है। दिखावे के नाम पर काम कर झूठी घोषणा करने वाले विधायक ओमप्रकाश सखलेचा को आदिवासियों के साथ ही जावद विधानसभा की जनता से उनके दुख दर्द से कोई लेना देना नहीं है वे सत्ता के नशे में चूर होकर अपना स्वार्थ सिद्ध कर रहे हैं।