ELECTION BREAKING : ग्राम कनावटी में चुनावी दंगल, पुरानों के साथ नए चेहरे भी सरपंच पद की दौड़ में, पर इस बार इनका नाम चर्चाओं में, मिल रहा अपार जन समर्थन, कौन रहेगा मैदान में, तो कौन हो सकता है क्लीन बोल्ड..! पढ़े ये खबर
ग्राम कनावटी में चुनावी दंगल, पुरानों के साथ नए चेहरे भी सरपंच पद की दौड़ में, पर इस बार इनका नाम चर्चाओं में, मिल रहा अपार जन समर्थन, कौन रहेगा मैदान में, तो कौन हो सकता है क्लीन बोल्ड..! पढ़े ये खबर
(रिपोर्ट- अभिषेक शर्मा)
नीमच। जिले में त्रि-स्तरीय पंचायत चुनाव को लेकर सरगर्मियां तेज होती नजर आ रही है। ऐसे में जिले भर के ग्रामीण क्षेत्रों में एक के बाद एक प्रत्याक्षी चुनावी मैदान में अपना लक आजमा रहें है, और इस दंगल में एक-दूसरे का सामना भी कर रहे है। इसी चुनावी रण से जुड़ा एक और बड़ा अपडेट हम तक ग्राम कनावटी से पहुंचा है। यहां पूर्व में उम्मीदवारी करने और पद पर रहने वाले लोगों के साथ नए युवा भी सरपंच पद की दौड़ में है।
दरअसल, जिला मुख्यालय से महज 5 किलोंमीटर की दूरी पर ग्राम कनावटी है। इस गांव में करीब 3 हजार से 3200 वोटर्स है। इसमे से करीब 2500 से 2700 वोट चुनाव के दौरान गिरते है। गांव में सरपंच पद के चुनावी रण में इस बार कड़ा मुकाबला देखा जा सकता है, क्योंकि यहां पूर्व में सरपंच के पद पर रहें प्रत्याक्षियों के साथ युवा प्रत्याशी भी मैदान में अपना जोर दिखा रहें है।
गांव में सरपंच पद के लिए घनश्याम ग्वाला, मुरारीलाल वर्मा और सोनू कुमार सैन ने अपना नामांकन दाखिल किया, और चुनावी दंगल में उतर पड़े, बताया जा रहा है कि तीनों प्रत्याक्षियों में से इस बात कहीं ना कहीं सोनू कुमार सैन का पलड़ा भारी है। यहां से रहवासियों का कहना है कि, सोनू सैन गांव की युवा पीड़ियों में से एक है। वह चुनाव में खड़े हुए, और सरपंच पद की दावेदारी कर रहे है। अगर वह सरपंच पद की संभालते है, तो आने वाले दिनों में गांव तरक्की की कई और सिढ़ियां भी चढ़ेगा।
ग्रामीणों ने कहां कि, वर्तमान में सरपंच पद के लिए ही नहीं, पूर्व में भी कई बार सोनू गांव के कई सामाजिक कार्यक्रमों में अपनी भूमिका निभाते है। गांव में किसी भी तरह की कोई परेशानी आती है, तो सोनू उस समस्या का समाधान करने के प्रयास भी भरपूर करते है। हमारे सुख-दुख में भी साथ रहते है। सोनू सरपंच पद के लिए खड़े हुए है, और उनका चुनाव चिन्ह नारियल का पेड़ है।
हालांकि हमने वर्तमान में ग्रामीणों के मन की बात जानी है। गांव में तीन चैहरे सरपंच पद की दौड़ में है, और तीन ही अपनी-अपनी साख गांव में रखते है। अब आने वाले दिनों में गांव का सुनहरा भविष्य किसके हाथों में होगा। इसका फैसला तो चुनावी दंगल में ग्रामीण अपना वोट देकर ही करेंगे।