BIG NEWS : महिला सुरक्षा एवं गंभीर अपराधों की रोकथाम, पुलिस विभाग की उच्च-स्तरीय बैठक संपन्न, रात्रि गश्त बढ़ाने, इन क्षेत्रों को सुरक्षा जोन घोषित करने, तो यातायात एवं सड़क सुरक्षा के संबंध में दिए ये निर्देश, क्या बोले वरिष्ठ अधिकारी, पढ़े खबर
महिला सुरक्षा एवं गंभीर अपराधों की रोकथाम
उज्जैन। उज्जैन ज़ोन के पुलिस महानिरीक्षक (आईजी) उमेश जोगा द्वारा शनिवार को एक महत्वपूर्ण उच्च स्तरीय बैठक आयोजित की गई, जिसमें उज्जैन, रतलाम रेंज के उप महानिरीक्षक (डीआईजी) नवनीत भसीन एवं निमेश अग्रवाल तथा उज्जैन रेंज के सभी पुलिस अधीक्षक (एसपी) उपस्थित रहे। बैठक का मुख्य उद्देश्य महिला सुरक्षा को सुनिश्चित करना, कानून-व्यवस्था को और सुदृढ़ बनाना तथा गंभीर अपराधों पर तत्काल प्रभावी कार्रवाई करना रहा।

महिला सुरक्षा से संबंधित महत्वपूर्ण निर्देश-
- शहर एवं ग्रामीण क्षेत्रों में रात्रि गश्त बढ़ाने के निर्देश।
- स्कूल, कॉलेज, कोचिंग, हॉस्टल एवं बाजार क्षेत्रों को महिला सुरक्षा ज़ोन घोषित करने पर जोर।
- महिला हेल्पलाइन 1090 व 112 पर प्राप्त कॉल पर त्वरित प्रतिक्रिया सुनिश्चित करने के निर्देश।
- भीड़भाड़ वाले स्थानों पर अतिरिक्त बल की तैनाती।
- साइबर सेल को सक्रिय कर महिला से जुड़े साइबर अपराधों पर सख्त कार्रवाई।
- थानों में दर्ज महिला शिकायतों का संवेदनशीलता एवं प्राथमिकता से निराकरण करने के निर्देश।

लंबित अपराधों की समीक्षा एवं गंभीर अपराधों पर चर्चा-
पुलिस महानिरीक्षक द्वारा पूरे ज़ोन में लंबित अपराधों की व्यापक समीक्षा की गई तथा हत्या, हत्या का प्रयास, चोरी, लूट, POCSO एक्ट के प्रकरण, आरोपियों की शीघ्र गिरफ्तारी, विवेचना की गुणवत्ता में सुधार एवं साक्ष्य संकलन पर जोर और विशेष निगरानी के साथ ही त्वरित कार्रवाई के निर्देश दिए गए।

यातायात एवं सड़क सुरक्षा के निर्देश-
- हिट एंड रन की घटनाओं पर नियंत्रण हेतु चेकिंग बढ़ाने के निर्देश।
- प्रमुख मार्गों व चौराहों पर ट्रैफिक व्यवस्था को सुदृढ़ करने के निर्देश।
- सड़क सुरक्षा जागरूकता अभियान चलाकर जनता को हेलमेट, सीट बेल्ट एवं यातायात नियमों के पालन के प्रति प्रेरित करना।
- रात्रिकालीन दुर्घटनाओं को रोकने हेतु डायल-112 पेट्रोलिंग बढ़ाने के निर्देश।
बैठक के अंत में पुलिस महानिरीक्षक द्वारा सभी अधिकारियों को निर्देशित किया कि, महिला सुरक्षा एवं गंभीर अपराध नियंत्रण को सर्वोच्च प्राथमिकता पर रखते हुए मौजूदगी आधारित पुलिसिंग, त्वरित प्रतिक्रिया एवं नियमित समीक्षा सुनिश्चित करें।
