BIG NEWS : सीहोर का कुबेरेश्वर धाम,उमड़ा सैलाब,बेकाबू हालत,एक महिला की मौत,कई घायल,अब रुद्राक्ष बांटना बंद,कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा यु आये बैकफुट पर,पढ़े ये खास खबर
सीहोर का कुबेरेश्वर धाम,उमड़ा सैलाब,बेकाबू हालत,एक महिला की मौत
मध्यप्रदेश में कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा के सीहोर स्थित कुबेरेश्वर धाम में रुद्राक्ष महोत्सव के पहले दिन गुरुवार को भारी भीड़ के चलते हालात बेकाबू दिखाई दिए। रुद्राक्ष लेने के चक्कर में कई बार भगदड़ जैसी स्थिति यहां बन गई। अचानक तबीयत खराब होने से एक महिला की मौत भी हो गई। जबकि तीन महिलाएं लापता हो गई ।
कई श्रद्धालुओं ने बताया कि भीड़भाड़ में धक्कामुक्की हुई। जिससे महिलाओं, बच्चों और बुजुर्गों को परेशानी का सामना करना पड़ा। ये भी शिकायत की गई कि रुद्राक्ष को फेंका जा रहा था। कई लोगों ने कहा कि धक्कामुक्की और भगदड़ जैसे हालात बनने पर रुद्राक्ष बांटना बंद कर दिया गया। कई लोग बिना रुद्राक्ष लिए ही अपने घर को लौट गए। गुरुवार को यहां करीब 10 लाख लोगों के मौजूद होने का अनुमान लगाया जा रहा है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी रुद्राक्ष महोत्सव में जाने वाले थे, पर उनका दौरा निरस्त कर दिया गया।
पुलिस अधिकारी धर्म सिंह वर्मा ने बताया कि महाराष्ट्र के नासिक के मालेगांव से आई मंगला बाई (50) की तबीयत अचानक खराब हो गई। उसे चक्कर आया और वह गिर पड़ी और उसकी मौत हो गई। इधर छत्तीसगढ़ के भिलाई, राजस्थान के गंगापुर और महाराष्ट्र के बुलढाणा की रहने वाली तीन महिलाएं लापता हैं।
बिना रुद्राक्ष के लौटे कई श्रद्धालु....।
हैदराबाद एक महिला ने बताया कि यहां कुछ भी व्यवस्थाएं नहीं थी। पीने का पानी तक नहीं था। बाथरूम में लॉक लगाकर रखा था। बुजुर्ग लोग दबे जा रहे थे। रुद्राक्ष को फेंका जा रहा था। जिस रुद्राक्ष की पूजा की जाती है उसे कोई ऐसे फेंकता है क्या? पूरी पब्लिक परेशान हो रही है। हम खुद यहां 4 दिन से परेशान हो रहे हैं।और अब बगैर रुद्राक्ष के लोगो को लौटना पड़ रहा है,
सीहोर के कुबेरेश्वर धाम के कथा वाचक प्रदीप मिश्रा जी ने प्रशासन की समझाइश पर रुद्राक्ष बाँटना बंद किया। आयोजन 22 तारीख़ तक चलेगा मगर रुद्राक्ष नहीं बांटे जाएँगे। अब यहां भगदड़ जैसी स्थिति बनने के बाद फिलहाल रुद्राक्ष बांटने का कार्यक्रम बंद कर दिया गया है। कई लोग बिना रुद्राक्ष लिए ही अपने घर को लौट गए।
पंडित प्रदीप मिश्रा ने कहा कि जो लोग यहां रुद्राक्ष के लालच में आ रहे हैं, तो वे न आएं। टिकट कैंसिल करा लो। यहां आना है तो महादेव के लिए आओ। उनसे क्या मिलेगा, उसकी लालच में आओ। रुद्राक्ष के लिए आने की आवश्यकता नहीं है।