BIG NEWS: मंदसौर से बड़ी खबर, छुट्टी के दिन जारी हो गई ट्रांसफर लिस्ट, 100 से अधिक कर्मचारी बदले, माननियों की नोटशीट, और फिर हुआ बड़ा फेरबदल, क्या है मामला...! पढ़े खबर

मंदसौर से बड़ी खबर, छुट्टी के दिन जारी हो गई ट्रांसफर लिस्ट, 100 से अधिक कर्मचारी बदले, माननियों की नोटशीट, और फिर हुआ बड़ा फेरबदल, क्या है मामला...! पढ़े खबर

BIG NEWS: मंदसौर से बड़ी खबर, छुट्टी के दिन जारी हो गई ट्रांसफर लिस्ट, 100 से अधिक कर्मचारी बदले, माननियों की नोटशीट, और फिर हुआ बड़ा फेरबदल, क्या है मामला...! पढ़े खबर

मंदसौर। जिले सहित प्रदेश में तबादलों का सीजन चल रहा है। लेकिन इन तबादलों के दौर में हर कोई अपनी इच्छानुसार पंचायत, स्वास्थ्य केंद्र, हल्का से लेकर थाना तक चाहता है। अवकाश पर दशहरें के दिन राजस्व विभाग, पशुपालन विभाग, जिला पंचायत सहित अन्य विभाग में बड़े फेरबदल कर स्थानातंरण की सूची जारी की गई। 

इन विभागों में करीब 100 स्थानातंरण किए गए है। वही दूसरी और शिक्षा विभाग और पशुपालन विभाग में आज भी कई लोग अटैचमेंट पर कार्य कर रहे। इन अधिकारियों-शिक्षकों को अपने मूल विभाग में भेजने की जहमत कोई नहीं उठा रहा है। इससे प्रशासनिक अधिकारियों पर तो सवालिया निशान खड़े हो रहे है।

माननियों की नोटशीट और हुआ बड़ा फेरबदल- 

जिले में ग्राम पंचायतों में सचिवों के स्थानातंरण बड़ी संख्या में किए गए। करीब 61 सचिवों के स्थानातंरण किए गए है। इनमें सबसे अधिक गरोठ-भानपुरा और सुवासरा विधानसभा के सचिवों के नाम है। जिला पंचायत के विश्वस्त सूत्रों की माने तो ज्यादातर स्थानातंरण माननियों की नोटशीट पर हुए है। 

ऐसा बताया जा रहा है कि, माननियों के पास हाल ही में ही पंचायत चुनाव में जिन सचिवों की गलत रिपोर्ट गई है। उनके भी नाम इस स्थानातंरण सूची है। उनको तो दूर की जनपद पंचायत में स्थानातंरित कर दिया गया है। ऐेसे में कुछ सचिव स्टे लाने की भी बात कह रहे है। वहीं दूसरी और जो नेताओं के करीबी है। उनको भी अपने अनुसार ग्राम पंचायत मिली है।

अटेंचमेंट पर नहीं वार, रिक्त पदों की भरमार- 

जानकारी के अनुसार राजस्व विभाग में 29 पटवारियों के स्थानातंरण किए गए है। तो वही चार आरआई को भी इधर से उधर किया गया है। वहीं पशुपालन विभाग, कृषि विभाग सहित अन्य विभाग में सूची जारी हुई है। वही दूसरी और कई विभाग के अधिकारी लंबे समय से दूसरे विभागों में कार्यरत है। लेकिन इनको ना तो कोई अपने मूल विभाग में भेज रहा है। और ना ही यह स्वयं जा रहे है। इसका ताजा उदाहरण पशुपालन विभाग है।

जनप्रतिनिधियों से लेकर नेताओं के काट रहे स्थानातंरण के लिए चक्कर- 

अभी पुलिस विभाग सहित अन्य विभागों की सूची आना शेष है। मंदसौर जिला अफीम का गढ़ है। ऐेसे में कई पुलिसकर्मी और पुलिस अधिकारी जुगाड़ लगा रहे है। ताकि उनको अपना मनपंसद थाना मिल जाए। लेकिन कई ऐसे आरक्षक, प्रधान आरक्षक है। जो लंबे समय से एक ही थाना क्षेत्र में काम कर रहे है। और वे अपने थानाप्रभारी के प्रिय बने हुए है। या फिर एक ही अनुभाग में लंबे समय से काम कर रहे है। 

इनको दूसरे अनुभाग में स्थानातंरण अब नहीं किया गया है। तो कुछ थानाप्रभारियों का काम बहुत कमजोर है। जिनके काम से पुलिस अधीक्षक भी खुश नहीं है। ऐसे में कितनों पर गाज गिरती है। और कितनों को इधर से उधर किया जाता है। यह सूची आने के बाद ही पता चलेगा।