BIG NEWS: डैम में युवती के डूबने की गुत्थी सुलझी, अपने साथी के साथ मिलकर रची थी साजिश, खाकी को गुमराह करने का प्रयास, मंदसौर पुलिस ने दोनों को राजस्थाान से किया बरामद, क्या है पूरा मामला...! पढ़े ये खबर
डैम में युवती के डूबने की गुत्थी सुलझी, अपने साथी के साथ मिलकर रची थी साजिश, खाकी को गुमराह करने का प्रयास, मंदसौर पुलिस ने दोनों को राजस्थाान से किया बरामद, क्या है पूरा मामला...! पढ़े ये खबर

मंदसौर। काला भाटा डैम के पास बीती दिनांक- 28 जनवरी को एक स्कूटी वाहन खड़ा हुआ मिला एवं किसी युवती के डैम में सेल्फी लेते समय गिरने या कूदने के संबंध में सूचना प्रसारित की गई। उक्त घटना के संबंध में एसपी अनुराग सुजानिया के द्वारा एएसपी गौतम सोलंकी को निर्देशित किया गया। जिस पर सीएसपी सतनाम सिंह के द्वारा त्वरित कार्यवाही करते हुए थाना प्रभारी संदीप मंगोलिया को उचित दिशा-निर्देश प्रदाय करते काला भाटा डैम पहुंचकर कार्यवाही करने निर्देशित किया था। नई आबादी थाना प्रभारी संदीप मंगोलिया एवं टीम के द्वारा घटना स्थल पहुंच मौका-मुआयना करते भौतिक साक्ष्य एवं सूचनाएं एकत्रित करना प्रारंभ किया।
एसपी अनुराग सुजानिया के निर्देशन में तत्काल ही नगर सेना के प्लाटून कमांडर रब्बी काजी द्वारा गोताखोरों की टीम बुलाकर युवती की तलाश गहरे पानी में की। देर रात तक कोई सफलता प्राप्त नहीं हो सकी, तो अगले दिन भी गोताखोरों की टीम द्वारा लगातार पानी में सर्चिंग की गई, लेकिन कोई सफलता हासिल नहीं हो रही थी। इसी के साथ शहर के अन्य थानों जिसमें थाना कोतवाली एवं यशोधर्मन नगर थाना प्रभारी जितेंद्र पाठक की टीम भी सक्रिय हुई एवं इसके साथ साइबर सेल टीम प्रभारी जितेंद्र सिसोदिया एवं उनकी टीम भी संलग्न हुई।
पुलिस टीम द्वारा घटना के संबंध में जानकारी मिली कि, युवती के पिता को किसी अज्ञात नंबर से फोन आया था। जिसमें बताया गया कि, आपकी बेटी पानी में कूद गई है। युवती पिता को बुलाकर सूचना की तस्दीक की गई, अज्ञात कॉलर द्वारा फोन करने की सूचना दी गई, जो नया नंबर होना जानकारी में आया व नम्बर बंद पाया। युवती के पिता द्वारा थाना कोतवाली में गुमशुदगी भी दर्ज कराई गई। घटना के संबंध में पुलिस टीम के द्वारा लगातार अपनी हिकमत-अमली से साक्ष्य एकत्रित करने के दौरान गोपनीय सूत्रों के माध्यम से यह भी ज्ञात हुआ कि युवती के क्षेत्र के ही किसी युवक से मित्रवत संबंध थे।
उक्त सूचना की तस्दीक करते एवं पूर्व में हुए विवादों की जानकारी परिजनों से चर्चा कर ली गई एवं आसपास पूछताछ भी की। घटना के संबंध में मुखबीर को भी मामूर किया गया। तब सूत्रों एवं साक्ष्यों के आधार पर जांच करने के दौरान प्राप्त सूचना के आधार पर पता चला कि, युवती के मित्रता संबंध छेत्र के ही एक युवक के साथ हैं। और इसी को लेकर कुछ विवाद भी घर में हुआ था। उसी वक्त की तस्दीक करने पर वह युवक भी उसी दिनांक से घर से गायब मिला। पुलिस द्वारा एक और सर्चिंग अभियान लगातार जारी रखा गया।
दूसरी और क्षेत्र में युवक-युवती के संबंध में लगातार पतारशि की गई और जानकारी एकत्रित की गई। जिससे युवती के चित्तौड़गढ में होने की सूचना मिली। जिस पर से युवती के संबंध में चित्तौड़गढ़ में समन्वय स्थापित किया। एवं तकनीकी साक्ष्यों के आधार पर युवती को चित्तौड़गढ़ से लौटते समय आज सुबह सकुशल दस्तयाब करने में मंदसौर पुलिस को सफलता मिली है। युवती के साथ उसके मित्र आर्यन मेवाती नि. संजीत रोड़ भी था।
युवती से उक्त घटना के संबंध में पूछताछ करने पर परिवारजन से नाराज होने के कारण युवती द्वारा मिथ्या परिस्थिति रचित कर अपने साथी आर्यन खान के साथ षड्यंत्र पूर्वक पुलिस को मिथ्या सूचना कर गुमराह करने एवं उसके साथ गायब हो जाने की प्लानिंग करना ज्ञात हुआ है। दोनों के विरुद्ध मिथ्या परिस्थिति की रचना कर षड़यंत्र पूर्वक पुलिस को गुमराह करने के आरोप से संबंधित कार्यवाही की जाएगी।
सराहनीय कार्य-
उक्त कार्यवाही में निरीक्षक जितेंद्र सिंह सिसोदिया प्रभारी सायबर सेल, निरीक्षक जितेन्द्र पाठक यशोधर्मन नगर थाना टीम कोतवाली, निरीक्षक संदीप मंगोलिया थाना प्रभारी नई आबादी, सउनि फिरोज कुरेशी, प्रआर आशीष बैरागी, आरक्षक मनीष बघेल (सायबर सेल), प्रआर अर्जुन सिंह, अमित मिश्रा, रमीज़ राजा, आर. जितेंद्र टांक, भानुप्रताप सिंह, महिला आर. टीना कुंवर एवं एसडीआरएफ टीम प्रभारी धर्मराज वर्मा (डीसी), रब्बी काजी (पीसी), आवेज खान, देवीसिंह, विशाल जोशी, जितेंद्र भाटी, नवीन हिन्दल और कैलाश मालवीय का सराहनीय योगदान रहा।