NEWS: नीमच शहर में गरमाया भूमि का मामला, चौरसियां समाज ने सौंपा ज्ञापन, तो विहिप ने की प्रेसवार्ता, किसने क्या कहां, और क्या है मांग...! पढ़े खबर

नीमच शहर में गरमाया भूमि का मामला, चौरसियां समाज ने सौंपा ज्ञापन, तो विहिप ने की प्रेसवार्ता, किसने क्या कहां, और क्या है मांग...! पढ़े खबर

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नीमच। शहर में स्थित भूमि इन दिनों चर्चा का विषय बनी हुई है। जहां एक और चौरसियां समाज ने भूमि को समाज की होना बताई है, तो वहीं विश्व हिन्दू परिषद भी इसी भूमि को अपने हिस्से में स्वीकृत होना बता रहा है। जमीन का यहीं मामला तूल भी पकड़ता दिखाई दे रहा है। चौरसियां समाज के लोगों ने मंगलवार को जिला कलेक्टर के नाम एक ज्ञापन सौंपा, तो वहीं बुधवार को विश्व हिन्दू परिषद ने भी मामले को लेकर प्रेसवार्ता का आयोजन किया।

चौरसियां समाज ने सौंपा ज्ञापन- 

मंगलवार को चौरसियां समाज ने जिला कलेक्टर के नाम एक ज्ञापन सौंपा। जिसमे समाजजनों ने बताया कि, चौरसिया समाज को नगर पालिका नीमच द्वारा बीती दिनांक- 21.12.1991 में शासकीय जिला चिकित्सालय के सामने 18 हजार 432 वर्ग मीटर भूमि 99 वर्ष की लीज पर आवंटित की गई थी। समाज द्वारा उसका प्रिमियम एवं लीजरेंट जमा करने के पश्चात् कब्जा प्रदान किया गया था।

उक्त भूमि पर ट्रामा सेन्टर के निर्माण की जानकारी होने पर चौरसिया समाज द्वारा विरोध दर्ज कराया गया। जिसके बाद नगर पालिका द्वारा केंद्रीय विद्यालय के पास ब्रह्माकुमारी आश्रम के पीछे भूमि प्रदान की गई। उक्त जानकारी नगर पालिका द्वारा माननीय उच्च न्यायालय को संज्ञान में दे दी गई थी। समाज ने शहर हित में शासकीय चिकित्सालय के पास वाली भूमि का त्याग कर उक्त भूमि को स्वीकार किया। 

उक्त भूमि पर प्रिकॉस्ट एवं गेट लगाकर श्री नागेश्वर धाम नामकरण किया गया। लेकिन विश्व हिन्दू परिषद् एवं बजरंग दल के चंद लोगों ने ताला तोड़कर अपने नाम का बोर्ड लगा दिया एवं श्री नागेश्वर धाम बोर्ड पर पुताई करा दी। उस पर चेतावनी लगा दी की उक्त भूमि उनकी है। इस तरह उन्होने चौरसियां समाज की भूमि पर अवैध अतिक्रमण कर लिया। समाज द्वारा इसकी शिकायत नपाधिकारी एवं एसपी को की गई। अतः आपसे निवेदन है कि आप उक्त भूमि पर से विश्व हिन्दू परिषद एवं बजरंग दल का अवैध अतिक्रमण हटाकर समाज की भूमि को सौपने एवं अतिक्रमणकर्ताओं पर वैधानिक कार्यवाही करने की कृपा करें। 

विश्व हिंदू परिषद बजरंग दल ने किया प्रेसवार्ता का आयोजन- 

मामले को लेकर बुधवार को विहिप बजरंग दल ने भी प्रेसवार्ता का आयोजन किया। जिसमे संगठन के पदाधिकारियों ने बताया कि, कुछ दिनों से एक भूमि को लेकर गलत जानकारियां चौरसियां समाज में चलाई गई, व विहिप की छवि धूमिल करने की कोशिश की जा रही है। गोदाम बालाजी के यहां चौरसियां समाज की कोई भूमि ना कभी थी और ना ही समाज की किसी भूमि पर विहिप द्वारा कोई कब्जा किया। चौरसिया समाज को 1991 में नपा द्वारा एक प्रस्ताव पारित कर जो जगह दी गई थी। वह जिला अस्पताल के समीप है। जिसके कब्जे के लिए उन्होंने राशि जमा कर कब्जा भी लिया था। परंतु पास में वर्ग विशेष का धार्मिक स्थान होने के कारण वह भूमि छोड़ दी एवं कब्जा नहीं ले सके। 

उसके बाद नीति के तहत वह भूमि केंद्रीय विद्यालय के पीछे दी गई, पर चौरसिया समाजजनों ने जिन पर विश्वास करके जमीन को समाज हित में करवाने का भरोसा रखा। वे हमेशा अपना निजी हित पूरा करने के चलते समाज की आकांक्षाओं पर खरे नहीं उतर सके व उस भूमि पर अब एक बगीचा निर्माण हो रहा है। समाज में ही लोगों के सामने शर्मिंदा ना होना पड़े। इसलिए चौरसिया समाज के चुनिंदा लोग अपने निजी हित के लिए यह झूठ फैला रहे हैं कि, विहिप ने जमीन पर कब्जा किया है। जिस जमीन की यह बात कर रहे हैं। वह केंद्रीय विद्यालय के पीछे नहीं, बल्की दाहिनी और होकर, ब्रह्मा कुमारी आश्रम से दूर, श्री गोदाम बालाजी मंदिर के सामने है, और 2006-07 से ही विहिप उक्त भूमि पर गौ माता की चिकित्सा सेवा कार्य कर रहे हैं। उक्त भूमि विगत 16-17 वर्षों से विहिप एवं बजरंग दल के आधिपत्य में है। साथ ही संकल्प पत्र के आधार पर अन्य समाजो को भी उस भूमि पर आवंटित करने का पत्र जारी किया और उसके साथ विहिप बजरंग दल को भी उसमे जोड़ा गया था। 

सर्व समाज से विहिप आग्रह करता है कि, चौरसिया समाज के कछ लोगों द्वारा फैलाई गई झूठी खबरों पर ध्यान ना देकर विहिप बजरंग दल का सहयोग कर समाज में एक सकारात्मक वातावरण बनाने का प्रयास करें। साथ ही चौरसिया समाजजन से आने वाले कुछ सवालों का जवाब देते हुए, हम विश्व हिंदू परिषद संगठन की ओर से बताना चाहेंगे कि, जिस जमीन पर गो चिकित्सा गो सेवा कार्य चल रहा है। वह नपा के साथ सर्व समाज जनों ने विहिप को गो सेवा प्रकल्प के लिए दी। 

विहिप ने चौरसिया समाज की किसी भूमि पर अवैध अतिक्रमण कब्जा नहीं किया। उस भूमि पर लगाया गया प्रीकास्ट और गेट कुछ समाजजनों ने गो सेवार्थ लगवाया है। विहिप ने किसी समाज की भूमि पर अवैध अतिक्रमण नहीं किया ना ही हिंदू हित में कार्य करने वाले किसी भी संगठन को कभी बदनाम किया। अंतिम में विश्व हिंदू परिषद पदाधिकारी सिर्फ इतना ही कहना चाहेंगे कि, बजाएं दुष्प्रचार करने के चौरसिया समाज के ये कुछ लोग प्रशासन को वास्तविक दस्तावेज दें और जब भी प्रशासन दस्तावेज अवलोकनार्थ विश्व हिंदू परिषद परिषद के पदाधिकारियों को बुलाएगा। विहिप उचित मंच पर तथ्य दस्तावेज मय प्रमाण प्रस्तुत कर देगा।