NEWS : मेजर ध्यानचंद की जयंती, जीरन महाविद्यालय में विद्यार्थियों को बताया योगदान, प्रतियोगिताएं का आयोजन भी, पढ़े राजेश प्रपन्न की खबर

मेजर ध्यानचंद की जयंती

NEWS : मेजर ध्यानचंद की जयंती, जीरन महाविद्यालय में विद्यार्थियों को बताया योगदान, प्रतियोगिताएं का आयोजन भी, पढ़े राजेश प्रपन्न की खबर

जीरन। शासकीय महाविद्यालय में स्वामी विवेकानंद मार्गदर्शन योजना के तहत प्रभारी प्राचार्य प्रो. दिव्या खरारे के निर्देशन में आज राष्ट्रीय खेल दिवस पर कार्यक्रम का आयोजन किया। इस अवसर पर क्रीड़ा अधिकारी डॉ. दिनेश सैनी द्वारा बताया गया कि आज पूरे देश में राष्ट्रीय खेल दिवस मनाया जा रहा है। हर साल 29 अगस्त के दिन ही नेशनल स्पोर्ट्स-डे मनाया जाता है। इस दिन हॉकी के महान जादूगर के नाम से पहचाने पाने वाले महान खिलाड़ी मेजर ध्यानचंद की जयंती है। ओलंपिक से लेकर कई अहम टूर्नामेंट में मेजर ध्यानचंद ने देश को हॉकी में जीत दिलाने में अहम भूमिका निभाई है, जिसमें एक ऐसा दौर था जब भारतीय हॉकी टीम को मात देना काफी मुश्किल काम होता था।

मेजर ध्यानचंद का खेल प्रति समर्पण और उनके योगदान को देखते हुए देश में आज के दिन को राष्ट्रीय खेल दिवस के रूप में घोषित किया गया है। मेजर ध्यानचंद की जयंती के दिन देश में मनाए जाने वाले राष्ट्रीय खेल दिवस के दिन लोगों को उनके जीवन में खेल के महत्व के बारे में भी बताया जाता है, ताकि सभी सक्रिय तौर पर खेलों में हिस्सा ले सकें। नेशनल स्पोर्ट्स डे पर विभिन्न खेलों में अहम योगदान देने वाले प्लेयर्स को सम्मानित भी किया जाता है, ताकि वह और भी युवाओं को प्रेरणा मिल सके और वह खेलों में हिस्सा लेने के लिए आगे आएं। मेजर ध्यानचंद का जन्म 29 अगस्त 1905 को हुआ था और उन्हें हॉकी के जादूगर के तौर पर पूरे विश्व में पहचाना जाता था। 

मेजर ध्यानचंद ने आजादी से पहले साल 1928, 1932 और 1936 में हुए ओलंपिक में हॉकी में स्वर्ण पदक देश को दिलाया था। मेजर ध्यानचंद ने अपने 22 साल के करियर में 400 से ज्यादा गोल किए। इसी कड़ी मे प्रो. रणजीत सिंह चंद्रावत ने कहा की राष्ट्रीय खेल दिवस 2024 का थीम है ‘शांतिपूर्ण और समावेशी समाजों को बढ़ावा देने के लिए खेल’. यह इस बात पर जोर देता है कि कैसे कोई सामाजिक बंधनों को मजबूत कर सकता है, एकता को तेज कर सकता है और समावेशिता का समर्थन कर सकता है। 

इसके अलावा, यह विभिन्न पृष्ठभूमियों के लोगों को एक साथ लाने और एक सामंजस्यपूर्ण और समावेशी समुदाय में रहने में एथलेटिक्स की भूमिका पर प्रकाश डालता है। साथ ही उन्होंने महाविद्यालय में होने वाले विभिन्न खेलों के बारे में महत्वपूर्ण जानकारियां दी। इस कार्यक्रम का संचालन टी.पी.ओ. डॉ सोनम घोटा द्वारा किया गया। आभार डॉ. रामधन मीणा द्वारा प्रदान किया गया।  कार्यक्रम के अवसर पर समस्त स्टाफ सदस्य एवं छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।