BIG NEWS : पायलेटिंग करती कार-बाइक, पीछे आती पिकअप, मादक पदार्थ की डील से पहले मिली पुलिस, घेराबंदी में चार धाराएं, कौन संभाल रहा था कौनसा काम, और इस बहाने का भी सहारा...! पढ़े चित्तौड़गढ़ पुलिस की बड़ी कार्यवाही

पायलेटिंग करती कार-बाइक, पीछे आती पिकअप,

BIG NEWS : पायलेटिंग करती कार-बाइक, पीछे आती पिकअप, मादक पदार्थ की डील से पहले मिली पुलिस, घेराबंदी में चार धाराएं, कौन संभाल रहा था कौनसा काम, और इस बहाने का भी सहारा...! पढ़े चित्तौड़गढ़ पुलिस की बड़ी कार्यवाही

सदर थाना पुलिस ने 240 किलो डोडाचूरा जब्त कर चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है, इसके साथ पुलिस ने दो बोलेरो पिकअप वाहन , एक कार और एक मोटरसाइकिल भी जब्त की है, डोडाचूरा की कीमत लगभग पांच लाख रुपए बताई जा रही है; इस बार तस्करों ने दोनों पिकअप गाड़ियों में नए तरीके से स्कीम बनाकर यह डोडाचूरा लेकर जा रहे थे, कार दोनों पिकअप गाड़ियों को एस्कॉर्ट कर रही थी, जबकि कार को मोटरसाइकिल एस्कॉर्ट कर रही थी,


थानाधिकारी हरेंद्र सिंह सौदा ने बताया कि सदर थाना पुलिस और डीएसटी की टीम संयुक्त रूप से हाईवे रोड पर नाकाबंदी कर रही थी, इस दौरान कोटा की तरफ से एक सफेद रंग की कार आती हुई दिखाई दी, पुलिस ने कार को जैसे ही रोका, उसका ड्राइवर घबरा गया, कार के जस्ट पीछे आ रही दो पिकअप गाड़ियों को भी रुकवाया गया, दोनों पिकअप गाड़ियों को जब चेक किया गया तो वह पूरी तरह खाली थी, लेकिन पिकअप का फर्श सामान्य पिकअप से थोड़ा ऊपर की और उठा हुआ था,


पुलिस को कार चालक जावद, नीमच, एमपी निवासी दिलखुश पुत्र रामेश्वर गायरी और दोनों पिकअप चालकों जावद, नीमच, एमपी निवासी रामकिशन पुत्र मदनलाल भील, शौकीन पुत्र हिम्मतलाल भील पर शक हुआ, पूछताछ के दौरान तीनों ने ही एक दूसरे को पहचानने से इंकार कर दिया, पुलिस ने तीनों के मोबाइल चेक किये, तब इस बात की जानकारी हुई कि तीनों एक ही गांव के रहने वाले हैं, और लगातार एक दूसरे से बातचीत भी कर रहे थे, सख्ती के साथ पूछताछ की गई तो कार ड्राइवर ने बताया कि वह दोनों पिकअप गाड़ियों को एस्कॉर्ट कर रहा था। लेकिन कार को भी एक मोटरसाइकिल एस्कॉर्ट कर रहा थी, पुलिस तुरंत मोटरसाइकिल सवार रेवलिया, भदेसर निवासी रतनलाल पुत्र मिट्ठू लाल गायरी की तलाश में गई और उसे पकड़ कर डिटेन कर पूछताछ शुरू की,

 
गाड़ियों को पुलिस सदर थाने में लाने के बाद अच्छे से चेक किया गया, एक पिकअप गाड़ी में पीछे की तरफ लोहे का एक बड़ा पाइप रखा हुआ था, पुलिस ने पिकअप गाड़ी के ऊंचे हो रहे बॉडी को ऊपर किया तो नीचे एक स्कीम बनी हुई थी, इसके अंदर काले और कॉफी रंग के प्लास्टिक के कट्टे पड़े हुए थे, कट्टों को खोलकर देखा तो डोडाचूरा भरा हुआ था, तौल करने पर 240 किलो डोडाचूरा पाया गया, पुलिस डोडाचूरा और वाहन को जब्त कर चारों तस्करों को गिरफ्तार कर लिया, इस डोडाचूरा की कीमत लगभग पांच लाख रुपए बताई जा रही है,


पकड़े जाने के बाद चारों आरोपी पुलिस को लगातार गुमराह कर रहे थे, फिर सकती से पूछताझ किये जाने पर आरोपियों ने बताया कि चारों मारवाड़ की तरफ जा रहे थे, वहां से पशु खरीद कर वापस आने वाले थे, पिकअप गाड़ियों में थोड़ा सा चारा रखा हुआ था, जिसे आरोपी पुलिस को दिखा रहे थे, दरअसल, एमपी से मारवाड़ की ओर तस्कर डोडाचूरा लेकर जाते और वहां सप्लाई करते है, वहां से किसी को शक ना हो इसीलिए कृषि कार्य के लिए पशु भी लाते हैं, कारवाई वाली टीम में हेड कॉन्स्टेबल शिवलाल, भूपेंद्र सिंह, कॉन्स्टेबल सुरेंद्र पाल, हेमवृत, भजनलाल, बलवंत सिंह, ललित सिंह और बबलू शामिल रहे, इनमें कॉन्स्टेबल सुरेंद्र पाल, हेमवृत और डीएसटी टीम से हेड कांस्टेबल भूपेंद्र सिंह की विशेष भूमिका रही है