POLITICS NEWS : हाईप्रोफाइल जावद विधानसभा सीट, भाजपा से ओमप्रकाश सखलेचा फाइनल, तो कांग्रेस में रस्साकसी जारी, सत्तू पाटीदार का नाम एक बार फिर आगे, तो समंदर और राजू यूं पिछड़े, अब पूरण के ऐलान के बाद बदले समीकरण, क्या एक बार फिर मंत्री जी मारेंगे बाजी...? पढ़े ये खास खबर
हाईप्रोफाइल जावद विधानसभा सीट
नीमच। एक दिन पहले भाजपा की और से मध्य प्रदेश में अपने उम्मीदवारों की चौथी सूची जारी कर दी गई। जिसमे नीमच जिले से फिलहाल जावद विधानसभा में ही भाजपा ने अपना उम्मीदवार घोषित करते हुए एक बार फिर ओमप्रकाश सखलेचा को मौका दिया। सखलेचा पहले ही चार बार के विधायक होकर इस बार MSME मंत्री तक बनाये गए थे। जिन्होंने अपने मंत्रालय में अच्छा खासा कामकाज भी किया। ऐसे में उन्हें फिर से विधानसभा में बीजेपी ने अपना प्रत्याशी बनाया है।
अब मंत्री सखलेचा के नाम की घोषणा होने के बाद जावद में चुनावी सरगर्मिया तेज हो चली है। जहां सखलेचा समर्थक खुश है, तो वहीं भाजपा से एक और दावेदार रहे पूरणमल अहीर के कैम्प में निराशा सी है। वैसे पूरण ने पहले ही चुनाव हर हाल में लड़ने का दावा किया हुआ था, और एक बार फिर से वे चुनावी मैदान में डटे रहने का दम भर रहे है। जबकि कांग्रेस की और से फिलहाल कोई नाम अधिकृत रूप से तो सामने नहीं आया है, लेकिन समंदर पटेल और सत्यनारायण पाटीदार दो नाम ही दौड़ में बचे है। जिनमे से किसी एक को हरी झंडी मिल सकती है।
वैसे देखा जाएं तो अब तक समंदर पटेल की दावेदारी काफी मजबूत ही मानी जा रही है, लेकिन सत्यनारायण पाटीदार के नाम पर बतया जा रहा है कि, अब भी उनके नेता ऊपर अड़े हुए है, ऐसे में एन वक्त पर बाजी पलट भी सकती है, जबकि तीसरे नाम के रूप में राजकुमार अहीर थे, जो कि लगभग दौड़ से बाहर ही है, लेकिन वे इस चुनाव में अपनी भूमिका चुपचाप रहकर निभा सकते है, जो कि किसी के नफे और नुकसान की भी हो सकती है।
अब अगर जावद विधानसभा के चुनावी दंगल को देखा जाएं, तो यहां का मुकाबला बड़ा ही रौचक होने के साथ ही हाईप्रोफाइल सीट के रूप में भी देखा जा रहा है, क्योंकि मंत्री ओमप्रकाश सखलेचा भाजपा से चुनावी मैदान में आ ही चुके है, जबकि पूरण अहीर ने निर्दलीय चुनाव लड़ने की ताल ठोक ही दी है, तो वहीं समंदर पटेल को टिकट मिला, तो वे हल्के उम्मीदवार नहीं है, वे पुरे दमखम से चुनाव लड़ेंगे। उनके साथ धाकड़ समाज की बड़ी छाप लगी हुई है, और ये क्षेत्र धाकड़ बाहुल्य भी है।
और कहीं कांग्रेस से टिकट सत्यनारायण पाटीदार को मिलता है, तो वें भी अपनी पूरी ताकत झोंकते हुए इस चुनाव को जितने हर संभव कोशिश करेंगे ही। वैसे भी वे पिछले कई सालों से क्षेत्र में काम कर ही रहे है, और उनके पास एक अच्छी बड़ी टीम भी है, जो गांव-गांव में सक्रीय होकर कांग्रेस का काम कर रही है।
पूरण अहीर निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में एक दमदार नाम है, जिसके साथ युवाओं की एक बड़ी टीम काम करती है। जनपद और जिला पंचायत चुनावों में वे अपना दम भी दिखा चुके है, और लम्बे समय से वे जमीनी राजनीति करते हुए गांव-गांव में अपनी अच्छी खासी पकड़ भी बनाये हुए है।
भाजपा कांग्रेस सहित निर्दलीय प्रतयाशी के सभी समीकरणों को लेकर समीक्षा के बाद जो कुछ समझ आता है, उससे ये साफ जाहिर है कि, जावद विधानसभा के चुनाव बड़े ही रौचक साबित होने वाले है। कांग्रेस में जहां अब किसी एक को टिकट मिला, तो दो खिलाफत करने को तैयार से दिखाई पड़ते है, वहीं भाजपा की और से ओमप्रकाश सखलेचा का टिकट फाइनल होने के बाद पूरणमल अहीर ने चुनाव लड़ने का ऐलान कर ही दिया है।
ऐसे में मुकाबला कड़ा ही होना है, क्योंकि खिलाफत इधर भी है, तो उधर भी...! और इसका फायदा अब तक मास्टर माइंड कहें जाने वाले हमारे मंत्री जी पिछले चार चुनावों में भी उठाते नजर आये है, तो क्या एक बार फिर से समीकरण और वोटिंग के बिखराव का गणित मंत्री जी का साथ देगा, और वें फिर बाजी मार जाएंगे...? या इस बार जावद कुछ अलग ही करने के मुड़ में है, ये तो अब चुनावी परिणाम ही बताएंगे।