MURDER: राजस्थान में हुए हत्याकांड पर बड़ा खुलासा, 9 लोगों को किया गिरफ्तार, इसलिए दी गई थी DEVA GURJAR को खतरनाक मौत...! पढ़े ये खबर
राजस्थान में हुए हत्याकांड पर बड़ा खुलासा, 9 लोगों को किया गिरफ्तार, इसलिए दी गई थी DEVA GURJAR को खतरनाक मौत...! पढ़े ये खबर
डेस्क। कोटा के देवा गुर्जर हत्याकांड के बाद चित्तौडगढ़ पुलिस ने लगभग सभी खुलासे कर दिए हैं। देवा की हत्या क्यों की गई थी, इसका भी खुलासा हुआ। देवा को मारने वालों में उसके खास दोस्त और नजदीकी लोग शामिल हैं। तेरह लोगों में से अब 9 को पकडा जा चुका है, और अन्य की तलाश गांव-कस्बों से लेकर जंगलों तक छापेमारी कर की जा रही है। पकडे गए 9 लोगों को 13 अप्रेल तक रिमांड पर लिया गया। उनसे पूछताछ की जा रही है। इस बीच एसआईटी का गठन भी कर दिया गया। पुलिस के बाद एसआईटी ने भी रावतभाटा में सीन रिक्रियेट किया।
500 से ज्यादा लोगों पर केस दर्ज-
देवा की हत्या के बाद जब कोटा में एमबीएस अस्पताल के बाहर बवाल हुआ, और आगजनी हुई, तो उसके बाद पुलिस ने कई केस दर्ज किए हैं। पांच सौ से भी ज्यादा लोगों के खिलाफ केस दर्ज कर अब वीडियो और अन्य माध्यमों से उनकी तलाश की जा रही है। बताया जा रहा है कि इनमें से अधिकतर अन्य शहरों के निवासी थे। जो सोशल मीडिया पर वारयल हुए मैसेज के बाद कोटा पहुंचे थे।
कौन है देवा गुर्जर...?
डॉन देवा गुर्जर की 2 पत्नी और 9 बच्चे हैं। पहली बीवी काली बाई के 8 लड़कियां दूसरी बीवी इंदिरा के एक लड़का है। पहली बीवी के 8 लड़कियां हुई, तब देवा गुर्जर ने दूसरी बीवी इंदिरा से विवाह किया था। दोनों पत्नियां एक साथ एक ही घर में रहती थीं। दोनों एक साथ करवा चौथ सहित सभी त्यौहार मनाया करती थीं।
कोटा जिले के बोराबास गांव में देवा गुर्जर काफी मशहूर था। वह सोशल मीडिया पर यह दिखाता था कि, उसकी लाइफ किसी डॉन जैसी है। उसे खुद को देवा डॉन कहलाना पसंद था। रील्स बनाने के लिए उसने एक कैमरामैन रखा हुआ था। इंस्टाग्राम पर उसके लगभग दो लाख फॉलोअर्स थे। देवा स्टंट, मारपीट और जिम करते हुए फोटो-वीडियो डालता था। सोशल मीडिया पर उसके कई फैनपेज भी थे।
कहां से होती थी कमाई...?
देवा गुर्जर ने 8-10 गाड़ियां रावतभाटा के प्लांट में लगा रखी थीं, वहां से उसे अच्छी कमाई होती थी। यही कमाई बाद में उसकी दुश्मन साबित हुई, कुछ दिन पहले देवा के कुछ दोस्तों ने उससे पांच लाख रुपये की डिमांड रखी। इन्हीं पैसों को लेकर दोस्तों और देवा में अनबन हो गई, फिर उन दोस्तों ने ही कुछ अन्य लोगों के साथ मिलकर देवा गुर्जर का रावतभाटा के एक सैलून में मर्डर कर दिया। देवा गुर्जर के हजारों समर्थक थे। उसकी हत्या के बाद बोराबास गांव और कोटा एमबीएस अस्पताल की मोर्चरी के बाहर काफी भीड़ जमा हो गई, गांव में दो बसें भी फूंक दी गई थीं, और पत्थरबाजी भी हुई।