WOW ! 9 साल पहले लापता, पिता की शिकायत, फिर सर्चिंग शुरू, भारत के कई राज्यों में खाकी की दस्तक, अब खोज निकाला बालक को, माता-पिता के चेहरे जावद पुलिस ने लौटाई मुस्कान, पढ़े खबर
9 साल पहले लापता, पिता की शिकायत, फिर सर्चिंग शुरू, भारत के कई राज्यों में खाकी की दस्तक, अब खोज निकाला बालक को, माता-पिता के चेहरे जावद पुलिस ने लौटाई मुस्कान, पढ़े खबर
नीमच। एसपी सुरज कुमार वर्मा के निर्देशन, एएसपी सुन्दरसिंह कनेश, अनुविभागीय अधिकारी पुलिस जावद रामतिलक मालवीय के मार्गदर्शन तथा थाना जावद निरीक्षक राजेश सिंह चौहान के नेतृत्व में पुलिस टीम जावद एवं सायबर सेल द्वारा दिनांक 29.08.2013 को ग्राम अरनिया मामादेव थाना जावद से अपहृत हुए बालक को महाराष्ट्र के सांगली जिलें से दस्तयाब करने सफलता प्राप्त की।
जानकारी के अनुसार बीती दिनांक 29.08.2013 को सूचनाकर्ता प्रभुलाल पिता भोनीराम मीणा निवासी अरनिया मामादेव थाना जावद द्वारा पुलिस थाना जावद पर उपस्थित होकर रिपोर्ट की। इस दौरान उसने बताया कि, मेरा लडका राहुल मीणा घर से सरवानिया महाराज स्कूल से टी.सी निकलवाने का बोल कर घर से गया था। किंतु घर वापस नही आया। पिता की शिकायत पर जावद थाने में धारा 363 भादवि का पंजीबद्व कर विवेचना में लिया गया।
प्रकरण की विवेचना वर्ष 2013 से लगातार कर अपहृत बालक राहुल मीणा की तलाश भारत के विभिन्न राज्यो में की गई थी। परन्तु बालक का कोई पता नही चला। बालक की दस्तयाबी हेतु तकनिकी का उपयोग कर दस्तयाबी के प्रयास किये। अथक प्रयास करने पर पुलिस टीम को अपहृत बालक के महाराष्ट्र के सांगली जिलें में होने की सूचना प्राप्त हुई। इस पर टीम को सांगली भेजा। दिनांक 11.05.2022 को महाराष्ट्र के सांगली (जो कि महाराष्ट्र कर्नाटक बार्डर के पास स्थित है) जिले से दस्तयाब करने में सफलता प्राप्त हुई। बालक को बरामद कर परिजनों के सुपूर्द किया गया।
अपहृत बालक से घर से जाने के संबंध में पूछने पर बताया कि, वह घर से बाहर घूमने की इच्छा होने से बिना बताए चला गया था। परंतु घर से बाहर अधिक समय बीत जाने के कारण परिजनों की डाँट के डर की वजह से वापस घर नही लौटा। विगत 9 वर्षो में इंदौर व दिल्ली की में होटलों में काम करने लगा व वर्तमान में सांगली में रहकर मजदूरी कर रहा था।
उल्लेखनीय भूमिका-
उक्त महत्वपुर्ण सफलता में निरीक्षक राजेश सिंह चौहान, प्र.आर. सौरभ सिंह, लक्ष्मीनारायण शर्मा एवं प्र.आर. प्रदीप शिन्दे (सायबर सेल) की अति-महत्वपूर्ण भुमिका रही। पुलिस अधीक्षक महोदय नीमच द्वारा बालक की बरामदगी हेतु पूर्व में ही 10000 के इनाम की घोषणा की गई थी।