NEWS : माता पिता की डांट से नाराज 2 नाबालिक बच्चों ने छोड़ा घर, पहुंचे इस प्रदेश, किया यह काम, अब पुलिस ने किया गिरफ्तार, क्या है मामला, पढ़े खबर में
माता पिता की डांट से नाराज 2 नाबालिक बच्चों ने छोड़ा घर, पहुंचे इस प्रदेश, किया यह काम, अब पुलिस ने किया गिरफ्तार,
निंबाहेड़ा पुलिस ने गुमशुदा हुए दो नाबालिग बच्चों को पंजाब पुलिस की मदद से अमृतसर से डिटेन किया, दोनों बच्चे 28 अप्रैल को अपने माता-पिता के डांट से नाराज होकर घर छोड़ कर चले गए थे। उन्होंने फोन भी बंद कर दिए थे, और एक दुकान पर काम करके पैसे कमाने लगे थे, दोनों बच्चों को चित्तौड़गढ़ लाने के बाद सीडब्ल्यूसी के सामने पेश किया और उसके बाद उनके माता-पिता को सौंप दिया गया, मामला कोतवाली थाना निंबाहेड़ा क्षेत्र का है,
28 अप्रैल को निंबाहेड़ा कस्बे से दो नाबालिग बच्चों की पुलिस द्वारा गुमशुदगी की रिपोर्ट दी गई थी, कोतवाली थाना अधिकारी फूलचंद टेलर ने मामला दर्ज करते हुए इसकी तुरंत जांच शुरू कर दी थी, पुलिस द्वारा मामले की गंभीरता को देखते हुए एक टीम का गठन किया गया, तकनीकी सहायता लेते हुए पता चला कि दोनों नाबालिग बच्चे पंजाब के लुधियाना पहुंच गए हैं, इसके बाद निंबाहेड़ा पुलिस ने तुरंत पंजाब पुलिस से संपर्क किया,
और निंबाहेड़ा पुलिस लुधियाना पहुंची, वहां पंजाब पुलिस की मदद से नाबालिग बच्चों की संदिग्ध ठिकानों पर तलाशी ली गई, पुलिस ने हर गुरुद्वारा, मस्जिद, मंदिर, होटलों और धर्मशालाओं लगातार 3 से 4 दिन तक तलाश की लेकिन बच्चे नहीं मिले, इस दौरान बच्चों के अमृतसर में होने की सूचना मिली, लुधियाना पुलिस और अमृतसर पुलिस की मदद से दोनों बच्चों को अमृतसर से डिटेन कर लिया गया, दोनों को चित्तौड़गढ़ लाकर बाल कल्याण समिति के सामने पेश किया, वहां बच्चों की काउंसलिंग की गई उसके बाद उनके माता-पिता को सौंप दिया गया, इस कार्रवाई वाले टीम में एसआई सूरज कुमार, हेड कॉन्स्टेबल साइबर सेल राजकुमार, कॉन्स्टेबल नानूराम, सुमित कुमार, झाबरमल, रणजीत और जगदीश शामिल रहे,
काउंसलिंग के दौरान बच्चों ने बताया कि उनके माता-पिता ने उनको डांट लगाई थी, जिससे नाराज होकर दोनों बच्चे अपना फोन बंद कर ट्रेन में बैठकर पंजाब चले गए थे, इनमें से एक नाबालिग की उम्र 15 साल और दूसरे की 12 साल है, बच्चे कुछ रुपए अपने साथ लेकर गए थे, जिससे कुछ दिन तो निकल गए थे, इसके बाद रुपयों की जरूरत पड़ी तो बड़े वाले नाबालिक बच्चे ने एक सैलून में काम करना शुरू कर दिया, बच्चों के पास 5-7 हजार रुपए पुलिस को मिले,