BIG NEWS : प्रतापगढ़-छोटी सादड़ी तस्करी का बड़ा गढ़, जहां स्मगलिंग का अलग ही लेवल, तस्करों ने ओड़ा व्यावसायिक चोला, ये होटल वाला अब काफी चर्चाओं में...! जिम्मेदार भी नहीं ले रहे सुध, पढ़े ये खास खबर
प्रतापगढ़-छोटी सादड़ी तस्करी का बड़ा गढ़, जहां स्मगलिंग का अलग ही लेवल, तस्करों ने ओड़ा व्यावसायिक चोला, ये होटल वाला अब काफी चर्चाओं में...! जिम्मेदार भी नहीं ले रहे सुध, पढ़े ये खास खबर
प्रतापगढ़। जिले में तस्कर काफी सक्रीय है, छोटी सादड़ी क्षेत्र में तो कुछ नामी तस्करों के आलावा ऐसे भी कुछ है जो कि व्यवसायी का चोला ओड़ कैरियर के माध्यम से अपना सिंडिकेट बनाते हुए, मादक पदार्थो की तस्करी करने में लगे हुए है, यहां तक की ये लोग अपनी ऊंची पहुंच रखते हुए तस्करी की रोकथाम करने वाली एजेंसियों से भी अपनी सांठगांठ रखते है...! जिससे इनके काले कारनामे ढके छुपे रहे, ऐसा ही एक नाम येमआर होटल वाले का काफी चर्चित इस इलाके में है...! जो कि एजेंसियों को अपनी जेब में रखने का दावा करता है, और करे भी क्यों न... इसकी होटल में आये दिन अफसरों का जमावड़ा भी लगा देखा जाता है, पार्टियां यहां खूब होती है, जाम पर जाम ही नहीं बल्कि कबाब से लेकर हर इंतजाम ये यहां करता है और इसी आड़ में ये अपना काम करता रहता है...!
वैसे तो ये येमआर होटल वाले के तस्करी में लिप्त भी होने की खबरे मिलती रहती है पर पुलिस वालो से अपनी अच्छी ख़ासी सेटिंग के चलते ये बच ही निकलता है ! अपने काले कारनामों को अंजाम देने को लेकर इसने होटल की आड़ ली और अब ये अपनी तस्करी की दुकान चलाने लगा हुआ है ! यहां तक की इस इलाके में कोई भी एनडीपीएस की कार्रवाही हुई तो सेटिंग तोड़बट्टे तक की सुपारी ये ही उठता है, जैसे ही कोई पकड़ाया तो एजेंसी के लोग भी कहीं ना कहीं इसी से संपर्क साधते हुए माल की गणित में लग जाते है, होटल पर वर्दीवालों की आवाजाही ऐसे समय में बढ़ जाटी है, जिससे साफ जाहिर भी होता है कि, उस दिन कोई काम हुआ है जिसकी सौदेबाजी यहां होगी...!
यहां तक की इसकी होटल अय्याशी का एक बड़ा अड्डा भी बन चुकी है, जहां शराब कबाब सहित शबाब तक का इंतजाम होता है, रात का अंधेरा होते ही यहां जमावड़ा लगना शुरू होता है तो देर रात तक पार्टियां यहां जारी रहती है, पर कोई इस और ध्यान देने को तैयार नहीं...!
इस मामले पर हमने जिम्मेदारों का भी ध्यान आकर्षित किया, लेकिन कोई प्रतिक्रिया देखने को नहीं मिली, अब इसे क्या समझा जाएं... ये तो वो जिम्मेदार ही बता सकते है, वैसे आलाधिकारी को जरूर अपने नीचे वाले अधिकारीयों कर्मचारियों की ये सब एक्टिविटी नहीं पता होगी। क्योकि इस समय ऊपर अच्छी छवि के दबंग अफसर बैठे है, और हम इसीलिए क्षेत्र में वर्दी वालों की सांठगांठ तस्करों के साथ किस तरह बढ़ रही है उसे उजागर करने को ये खबर ध्यान आकर्षण बतौर प्रकाशित कर रहे है।