NEWS : स्वच्छता सेवा पखवाड़ा, जीरन कॉलेज में निबंध एवं चित्रकला प्रतियोगिता संपन्न, विद्यार्थियों ने दिखाया अपना हुनर, पढ़े खबर
स्वच्छता सेवा पखवाड़ा

जीरन। उच्च शिक्षा विभाग भोपाल द्वारा निर्देशित सेवा पखवाड़ा अभियान के अंतर्गत शासकीय महाविद्यालय जीरन में दिनांक 22 सितंबर सोमवार को "स्वास्थ्य एवं स्वच्छता" विषय पर निबंध प्रतियोगिता का तथा "विकसित भारत" थीम पर चित्रकला प्रतियोगिता का आयोजन किया। चित्रकला प्रतियोगिता में प्रथम बीएससी प्रथम वर्ष की छात्रा शायीना बी पठान तथा निबंध प्रतियोगिता में प्रथम बीएससी प्रथम वर्ष की छात्रा प्रिया प्रजापत रही। साथ ही महाविद्यालय में "सामाजिक कुरीतियों के प्रति जागरूकता" पर व्याख्यान भी आयोजित किया गया।
जिसमें मुख्य वक्ता के रूप में आशीष सोनी जिला संगठक रासेयो उपस्थित रहे। उन्होंने कहा कि हमारे समाज की प्रगति तभी संभव है जब हम उसके रास्ते में खडी बाधाओं को दूर करें। दुर्भाग्य से आज भी हमारे समाज में कई कुरीतियाँ मौजूद हैं ,दहेज प्रथा, भ्रूण हत्या, बाल विवाह, जातिगत भेदभाव, नशाखोरी और अंधविश्वास जैसी बुराइयाँ हमें पीछे खींच रही हैं। ये कुरीतियाँ न केवल सामाजिक असमानता को बढ़ाती हैं, बल्कि मानवता को भी कलंकित करती हैं। कुरीतियाँ तभी तक जीवित रहती हैं जब तक समाज उन्हें स्वीकार करता है। जब हम शिक्षा और जागरूकता के बल पर उनका विरोध करेंगे, तभी यह जंजीर टूटेगी।
आज की युवा पीढ़ी के पास सबसे बड़ा हथियार है शिक्षा, वैज्ञानिक दृष्टिकोण और सकारात्मक सोच। यदि युवा आगे आएँ और निडर होकर समाज को सही दिशा दिखाएँ तो निश्चय ही ये कुरीतियाँ समाप्त हो जाएँगी। हमें यह समझना होगा कि समाज की भलाई के लिए हर व्यक्ति की जिम्मेदारी है। केवल सरकार या संस्थाएँ ही नहीं, बल्कि हम सबको मिलकर यह संकल्प लेना होगा कि दहेज जैसी प्रथाओं का बहिष्कार करेंगे, बेटा-बेटी में भेदभाव नहीं करेंगे, अंधविश्वास की जगह वैज्ञानिक दृष्टिकोण अपनाएँगे और एक सशक्त, समानता आधारित समाज का निर्माण करेंगे।शिक्षा और जागरूकता ही वह शक्ति है जो हमें इनसे मुक्ति दिला सकती है।
विशेषकर युवाओं की भूमिका यहाँ सबसे महत्वपूर्ण है, क्योंकि युवा ही परिवर्तन के वास्तविक दूत होते हैं। यदि आप सब ठान लें तो निश्चित ही आने वाला कल इन बुराइयों से मुक्त होगा। मैं आप सबके सामने यह आह्वान करता हूँ कि किसी भी प्रकार की सामाजिक कुरीति का समर्थन न करें, अपने परिवार और समाज में जागरूकता फैलाएँ और एक ऐसे भारत के निर्माण में योगदान दें जो समानता, भाईचारे और प्रगतिशील सोच पर आधारित हो। उक्त कार्यक्रम में गोदग्राम प्रभारी डॉ.शिखा सोनी,रासेयो समिति सदस्य डॉ नानुराम नर्गेश, डॉ अर्चना बिजोरिया एवं समस्त छात्र छात्राएं उपस्थित रहे।