NEWS: पुलिस स्थापना दिवस पर रिटायर डीजीपी व कई अधिकारी, कर्मचारी पहुंचे चित्तौड़, एसपी बोले यह दिवस हमें गर्व की अनुभूति देता है,पढ़े खबर
NEWS: पुलिस स्थापना दिवस पर रिटायर डीजीपी व कई अधिकारी, कर्मचारी पहुंचे चित्तौड़,
राजस्थान पुलिस दिवस पर रविवार को चित्तौड़गढ़ में प्रदेश स्तरीय कार्यक्रम हुआ, पहली बार राज्यभर के सेवानिवृत्त पुलिसकर्मियों का समागम हुआ, जिसमें दो रिटायर डीजीपी पीके तिवारी और जसवंत संपतराम से लेकर रिटायर सिपाही तक शामिल थे, खास बात इनका बदला हुआ ड्रेस कोड सफेद कुर्ता-पायजामा रहा, मौका था राजस्थान सेवानिवृत्त पुलिस कल्याण संस्थान के बैनर पर पहले प्रांतीय सम्मेलन का,
इसमें लगभग सभी जिलों के करीब 1200 सेवानिवृत्त अधिकारी, कर्मचारियों ने भाग लिया, सम्मेलन से पूर्व सेवानिवृत्त पुलिस अधिकारियों, कर्मचारियाें की पैदल रैली शास्त्रीनगर चौराहा होते हुए, कलेक्ट्रेट पहुंची, सभी तीन-तीन की पंक्ति में देशभक्ति और राजस्थान पुलिस के नारे लगाते चल रहे थे, विभिन्न समाज, संगठनों की ओर से पुष्पवर्षा, आतिशबाजी व पुलिस बैंड से स्वागत हुआ,
जैसलमेर, बाड़मेर और गंगानगर से लेकर शेखावटी तथा मेवाड़-वागड़ तक से सेवानिवृत्त पुलिस अधिकारी व कार्मिक सम्मेलन में पहुंचे, रैली में कई बुजुर्गों ने नृत्य भी किया, जयपुर निवासी एएसपी 80 वर्षीय कैलाश वशिष्ठ पूरे परिवार के साथ पहुंचे, आयोजन में 60 से 80 वर्ष उम्र तक के लोग शामिल थे, मुख्य संरक्षक ओमप्रकाश उपाध्याय की अगुवाई में सभी के ठहरने के लिए कैडर के अनुरूप शहर में 30 जगह व्यवस्था की गई,
इस अवसर पर पुलिस अधीक्षक राजन दुष्यंत ने कहा कि राजस्थान पुलिस अपनी गौरवशाली परंपराओं के अनुरूप कानून व्यवस्था शांति एवं सद्भाव को बनाए रखने के साथ हिंसा और अपराध की रोकथाम के लिए संकल्पबद्ध होकर कार्य कर रही है, पुलिस के जवानों ने नागरिकों की जान माल की सुरक्षा के लिए अनेक अवसरों पर त्याग एवं बलिदान के अनुपम उदाहरण प्रस्तुत किए हैं, पुलिस की कार्य प्रणाली में निरंतर सुधार लाने के साथ ही आम नागरिकों के प्रति संवेदनशीलता के साथ कार्य कर पुलिस और निरंतर जनमित्र की भूमिका निभाने के लिए तत्पर है, उन्होंने कहा कि पुलिसकर्मी अपने ध्येय वाक्य आमजन में विश्वास और अपराधियों में डर को ध्यान में रख कर सदैव नागरिकों की सेवा के लिए तत्पर रहें, उन्होंने कहा कि यह दिवस हमें गर्व की अनुभूति देता है,