BIG NEWS : जीरन तहसीलदार मनीष पाण्डे यूं धमकाते, खा जाऊंगा नौकरी...! कुछ टर्मिनेट किये, तो कई छोड़ भागे, पटवारी संघ के गंभीर आरोप, एक दिन में कार्यवाही का अल्टीमेटम, मामला बहादुर सिंह डाबी की मौत का, पढ़े ये खबर

जीरन तहसीलदार मनीष पाण्डे यूं धमकाते, खा जाऊंगा नौकरी...! कुछ टर्मिनेट किये, तो कई छोड़ भागे, पटवारी संघ के गंभीर आरोप, एक दिन में कार्यवाही का अल्टीमेटम, मामला बहादुर सिंह डाबी की मौत का, पढ़े ये खबर

BIG NEWS : जीरन तहसीलदार मनीष पाण्डे यूं धमकाते, खा जाऊंगा नौकरी...! कुछ टर्मिनेट किये, तो कई छोड़ भागे, पटवारी संघ के गंभीर आरोप, एक दिन में कार्यवाही का अल्टीमेटम, मामला बहादुर सिंह डाबी की मौत का, पढ़े ये खबर

नीमच। जिले के ग्राम चीताखेड़ा में पटवारी बहदुर सिंह डाबी की मौत का मामला अब तूल पकड़ता दिखाई दे रहा है। मामले को लेकर जिला पटवारी संघ ने गुरूवार शाम एसडीएम और एक ज्ञापन सौंपा। इस दौरान तहसीलदार पर वैधानिक कार्यवाही की मांग की गई।

पटवारियों ने ज्ञापन में बताया कि, जीरन तहसील के ग्राम चीताखेड़ा में पदस्थ पटवारी बहादुर सिंह डाबी की बुधवार-गुरूवार की दरमियानी रात हृदय गति रुकने से मृत्यु हो गई। जिसके संबंध में मृतक डाबी के परिजनों से मिली जानकारी से पता चला कि बुधवार को अपने हल्के से पटवारी डाबी शाम को अपने घर लौटे, इसी दौरान परिजनों को लगा कि, वह अपने कार्य को लेकर के तनाव में थे।

इसके बाद रात करीब 9:30 बजे भोजन कर रहे थे। इसी समय उनके मोबाइल पर तहसीलदार जीरन की और से हल्के की कृषि संगणना पूरी नहीं होने पर कारण बताओ नोटिस आया। जिसमे दो वेतन वृद्धि रोकने और दण्डित करने की बात लिखी थी। जिसे उन्होंने काफी देर तक पढ़ा, और तनावग्रस्त हो गए। इसी के बाद वह बेसुध हो गए, जिसके बाद परिजन उन्हें मल्हारगढ़ चिकित्सालय लेकर पहुंचे। जहां डॉक्टर ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।

ज्ञापन में आगे बताया कि, जीरन तहसील में पदस्थ प्रभारी तहसीलदार मनीष पाण्डे द्वारा क्षेत्र में पदस्थ पटवारीयों के साथ पदस्थी दिनांक से ही अभद्र व्यवहार, डांट, उपट, मानसिक प्रताडना और नौकरी खा जाने की धमकी दे रहे हैं, तथा कहते है कि इससे पूर्व (प्रभारी तहसीलदार मनीष पाण्डे) जहां भी पदस्थ थे। वहां दो पटवारीयों को टर्मिनेट कर के आया हूं... और दो पटवारीयों ने मेरे कारण से स्वेच्छिक सेवा निवृति ले चुके है, तथा कई पटवारीयों की मैं नौकरी खा चुका हूं...। 

तुम जीरन के पटवारी भी मेरे हिसाब से सीधे हो जाओ, सुधर जाओ। अन्यथा में सुधार दूंगा।नौकरी ले लूंगा, साथ ही तहसील में पदस्थ पटवारी को अपने चेम्बर में बुलाकर कहते है कि, अगर पटवारी की नौकरी करना है, तो जो मैं कहूंगा, वो काम करना पड़ेगा। मेरे हिसाब से करना पढ़ेगा। अन्यथा इंक्रीमेंट रोक दूंगा। 

इसी प्रकार से एक पटवारी साथी को जीरन तहसील कार्यालय से उनके हल्के में निरिक्षण कराने हेतु स्वयं की शासकीय गाड़ी में बैठाकर ले गए, फिर कोठडी गांव में सार्वजनिक स्थान पर गाड़ी में से नीचे उतार बेईज्जत किया। तहसील कार्यालय में शासकीय कार्य करने के लिए कुर्सी पर बैठकर कार्य करते हैं, तो तहसीलदार मनीष पाण्डे द्वारा कार्यालय में शासकीय कुर्सिया हटवा दी, तथा कहा गया कि पटवारी कुर्सियों पर नहीं बैठेगे। इसी प्रकार से तहसील में पटवारीयों की मिटिंग के दौरान महिला पटवारीयों को अभद्र भाषा का उपयोग करते हुए बैठक में जलील किया जाता है। 

ज्ञापन में बताया कि, इसी प्रकार दिवंगत साथी बहादुर सिंह डाबी को भी बार-बार मिटिंग में धमकाया जाता था कि, वर्तमान समय के हिसाब से आप कार्य करने के लिए अक्षम है, और तहसीलदार महोदय द्वारा दिवंगत साथी को बार-बार कहा जाता था कि, आप स्वयं स्वेच्छिक सेवा निवृत्ती ले लो। अन्यथा में अनिवार्य सेवा निवृत्ति कर दूंगा। जिसके कारण से दिवंगत साथी बहुत अधिक दबाव में था। 

सुचना पत्र प्राप्त होते ही पटवारी डाबी परेशान हो गए, क्योंकि जिस हल्के के कार्य को लेकर कारण बताओं सूचना पत्र प्राप्त हुआ था। उस हल्के से इन्हीं तहसीलदार महोदय के प्रतिवेदन से एसडीएम नीमच द्वारा दिनांक- 1 जून को स्थानांतरण कर दिया गया था। फिर भी उस हल्के के कार्य को लेकर अधिकारीयों का इस प्रकार का दबाव के कारण अकास्मात परेशान होकर हृदय गति रुकने से उनकी असमय मृत्यु हो गई। जिससे की उनके परिवार का एकमात्र सहारा उठ गया। जीरन तहसील में पदस्थ समस्त पटवारी इस समय इन तहसीलदार साहब से बहुत अधिक परेशान व प्रताडित है, व मानसिक दबाव में है। 

समस्त पटवारियों ने ज्ञापन के माध्यम से मांग की है कि. उक्त दोषी प्रभारी तहसीलदार मनीष पाण्डे को तत्काल निलंबित कर उनके खिलाफ मानसिक प्रताडना देकर मृत्युकारित कराने बाबत् विधी संगत कायमी करवाई जाए, अन्यथा की दशा में कल दिनांक 9 जून को नीमच जिले के समस्त पटवारी अपना बस्ता जमाकर कार्यवाही होने तक कार्य से विरत रहेंगे।