NEWS: सीताराम जाजू शासकीय कन्या स्नातकोत्तर महाविद्यालय में विशिष्ट व्याख्यान संपन्न, डॉ. कपिल गुप्ता बोले- लर्निंग, लेबर एण्ड लीडरशिप महिला सशक्तिकरण का महत्वपूर्ण स्तम्भ, पढ़े खबर

सीताराम जाजू शासकीय कन्या स्नातकोत्तर महाविद्यालय में विशिष्ट व्याख्यान संपन्न

NEWS: सीताराम जाजू शासकीय कन्या स्नातकोत्तर महाविद्यालय में विशिष्ट व्याख्यान संपन्न, डॉ. कपिल गुप्ता बोले- लर्निंग, लेबर एण्ड लीडरशिप महिला सशक्तिकरण का महत्वपूर्ण स्तम्भ, पढ़े खबर

नीमच। महिला सशक्तिकरण के लिए महिलाओं को निर्णय, शक्ति एवं नेतृत्व में अधिकार देना आवश्यक है। इस हेतु शिक्षा, कौशल विकास एवं सूक्ष्म वित्त के क्षेत्र में महिलाओं की भागीदारी बढ़ानी होगी। उक्त उद्गार जौहान्सबर्ग विश्वविद्यालय, दक्षिण अफ्रीका के प्रोफेसर डॉ. कपिल गुप्ता ने सीताराम जाजू शासकीय कन्या स्नातकोत्तर महाविद्यालय में एक विशिष्ट व्याख्यान में व्यक्त किये। 

गुप्ता ने “सतत् विकास के लिए महिला सशक्तिकरण’’ विषय पर छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि, विकासशील देशों को सर्वांगीण विकास करने के लिए मानव विकास के चार महत्वपूर्ण क्षेत्रों शिक्षा, स्वास्थ्य, निर्णय क्षमता एवं समावेश से लिंग असमानता को तेजी से समाप्त करने की जरूरत है। 

सतत् विकास के लिए लिंग समानता के साथ सभी महिलाओं को जीवन एवं अर्थव्यवस्था के प्रत्येक क्षेत्र में सशक्त बनाना अति आवश्यक है। मानव विकास सूचकांक में भारत विश्व की रैंकिंग में 132 वें स्थान पर तथा प्रसन्नता सूचकांक में 125 वें स्थान पर आता है। विकास में महिला सशक्तिकरण के लिए लिंग समानता के साथ सभी महिलाओं को जीवन एवं अर्थव्यवस्था के प्रत्येक क्षेत्र में सशक्त बनाना अति आवश्यक है। मानव विकास सूचकांक में भारत विश्व की रैंकिंग में 132 वें स्थान पर तथा प्रसन्नता सूचकांक में 125 वें स्थान पर आता है। 

विकास में महिला सशक्तिकरण के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए भारत सरकार का महिला एवं बाल विकास मन्त्रालय सराहनीय कार्य कर रहा है। यू.एन.ओ. के मार्गदर्शन में विभिन्न देशों की सरकारें महिला कौशल विकास एवं सशक्तिकरण को बढ़ाने के लिए शोध, नवाचार, वित्तीय फण्ड के साथ नई आर्थिक एवं महिला नीति पर कार्य कर रही है। भारत में भी स्वच्छ भारत, स्मार्ट सिटी, मेक इन इण्डिया, स्टार्टअप इण्डिया, डिजिटल इण्डिया, बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओं योजनाएं आरम्भ की जा चुकी है। 

व्याख्यान के प्रारम्भ में महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. एन.के. डबकरा ने अतिथि वक्ता के लिए स्वागत भाषण देते हुए उनका परिचय एवं उपलब्धियां को प्रस्तुत किया। कार्यक्रम में महाविद्यालय स्टॉफ सहित बड़ी संख्या में छात्राएं उपस्थित थी। प्रश्नोत्तर काल में कई छात्राओं एवं प्राध्यापकों ने अतिथि वक्ता से प्रश्न पुछकर अपनी जिज्ञासाओं को शान्त किया। कार्यक्रम का संचालन प्रो. हीरसिंह राजपूत ने किया तथा आभार वरिष्ठ प्राध्यापक डॉ. प्रतिभा कालानी ने माना।