NEWS: ग्राम पंचायत की शिकायत, और स्कूल में जड़े ताले, अब कांग्रेस नेताओं का हस्तक्षेप, और फिर से खुला मैं गेट, क्या है मामला...! पढ़े ये खबर
ग्राम पंचायत की शिकायत
पिपलियामंडी। बरखेड़ा पन्थ स्थित लार्ड कृष्णा स्कूल को ग्राम पंचायत की शिकायत पर तहसीलदार व जनपद सीईओ ने पुलिसबल की मौजूदगी में सील कर दिया था। जिसका ग्राम पंचायत के 14 पंचो ने विरोध कर स्कूल के पक्ष में प्रस्ताव ठहराव कर अनुविभागीय अधिकारी, तहसीलदार व जनपद सीईओ को ग्राम पंचायत के सचिव के माध्यम से भिजवा था। उसके बाद भी स्कूल के ताले नही खुलने से लगभग 250 बच्चो का भविष्य अंधकार में था।
स्कूल नही खुलने की सूचना व परेशानी से ग्रामवासियों ने मंगलवार को मल्हारगढ़ ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष अनिल शर्मा जिला कांग्रेस के महामंत्री अनिल बोराना को दी। दोनो नेतागण प्रातः 11 बजे जनपद कार्यालय पहुंचे व सीईओ रामचन्द्र हालु से चर्चा कर सील किये गए। स्कूल के ताले खोलने की मांग की सीईओ हालु ने पीसीओ को सरपंच व सचिव के नाम लिखित आदेश देकर ताले खोलने के निर्देश दिए, लेकिन सचिव मेडिकल लेकर छुट्टी चले गए ओर ताले नही खुले इससे कांग्रेस नेता व ग्रामवासी आक्रोशित हो गये।
इस बीच जिला कांग्रेस के उपाध्यक्ष लियाकत मेव,जनपद सदस्य गणपत पंवार व नगर कांग्रेस अध्यक्ष नितिन विजय वर्गीय भी मोके पर आगये ओर जनपद कार्यालय का चेनल गेट बंद कर गेट पर धरने पर बैठ गए व नारेबाजी करने लगे।फिर सीईओ ने अपनी उपस्थिति लगभग 4 बजे पुलिसबल के साथ लार्ड कृष्णा स्कूल के ताले खुलवाए।
यह पूरा मामला-
लार्ड कृष्णा स्कूल की जमीन पर ग्राम पंचायत अपनी जगह बता रही थी और आर्य समाज अपनी व्यायाम शाला की जगह बताकर स्कूल के साथ 2026 तक के अनुबंध की बात कर रहा था। कागजो में व ग्राम पंचायत के अधिकांश पंचो ने आर्यसमाज का पक्ष काफी मजबूत था अधिकारियों ने भी इस मामले को काफी गम्भीरता से लिया और बच्चो का भविष्य खराब नही हो इसको देखते हुवे 19 जून को लगाए गए स्कूल के ताले खुलवाए।
इस मौके पर पूर्व सरपंच दिनेश कारपेंटर, आर्य समाज प्रधान गोपाल आर्य, गोपाल पाटीदार, जगदीश माकनिया, सुरेश पाटीदार, मधुसूदन पाटीदार, लक्ष्मीनारायण पाटीदार, घनश्याम टेलर, अनूप राठौर, दिनेश पंवार, मनोहर कारपेंटर, महेश कारपेंटर, सोनू बन्ना, विक्रम सिंह, मदनलाल कारपेंटर, सुखलाल पाटीदार, महेश चढ़ावत, सुनील पाटीदार, राहुल धनगर, पुष्कर पाटीदार, सुरेश पाटीदार, दशरथ पाटीदार सहित बड़ी संख्या में ग्रामवासी मौजूद थे।