BIG NEWS: सोयाबीन सहित अन्य फसलें चौपट, अब क्यों मौन है शिवराज, खुद को किसान पुत्र कहने वाले तत्काल दें मुआवजा, किसानों की पीड़ा बयां कर उमरावसिंह गुर्जर ने की मांग, पढ़े खबर

सोयाबीन सहित अन्य फसलें चौपट

BIG NEWS: सोयाबीन सहित अन्य फसलें चौपट, अब क्यों मौन है शिवराज, खुद को किसान पुत्र कहने वाले तत्काल दें मुआवजा, किसानों की पीड़ा बयां कर उमरावसिंह गुर्जर ने की मांग, पढ़े खबर

नीमच। वर्षा के कारण मालवा के किसान खून के आंसू रो रहे हैं। सोयाबीन सहित अन्य फसलें सुख गई है। भाजपा की सरकार और खुद को किसान पुत्र कहने वाले शिवराजसिंह चौहान को अब किसानों की पीड़ा नहीं दिखाई दे रही। इस आशय का बयान जारी कर किसान नेता एवं कांग्रेस के अखिल भारतीय कांग्रेस कामेटी सदस्य उमरावसिंह गुर्जर ने कहा कि, बारिश की खेंच से सोयाबीन और अन्य खरीफ फसलें बर्बाद हो गई हैं। फसलों का जीवन बचाने जितना पानी कुओं में भी नहीं भरा है। खून पसीने की कमाई और कठोर परिश्रम से किसान ने खेत मे खुद को झोंक दिया। लेकिन किसानों के सपने पृकृति ने फिर इस बार ध्वस्त कर दिए। पानी की कमी के कारण अगली फसल की भी उम्मीद कमजोर होने लगी है। 

उमरावसिंह ने कहा कि, एक तरफ भाजपा और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह सर्वहारा वर्ग के मसीहा बनते नहीं थकते। आये दिन घोषणाओं का अंबार लगा रहे हैं। लेकिन शिवराजसिंह को किसानों का दर्द दिखाई नहीं दे रहा। शिवराज सिंह को तत्काल किसानों को मुआवजा राशि देना चाहिए ओर नीमच जिले को सुखाग्रस्त घोषित करना चाहिए, यही नहीं जिन किसानों ने फसल बीमा करवाया है। उनको राहत देने के लिए तत्काल बीमा कंपनियों को निर्देशित कर फसल बीमा का भुगतान करवाया जाए। 

उमरावसिंह गुर्जर ने कहा कि, किसानों और सर्ववर्ग के हित की आवाज कमलनाथ 1 सितम्बर को नीमच आ रहे हैं। वे सुबह 11.30 बजे शहर की जनता का अभिवादन करते हुए दशहरा मैदान पर आम जनता से रूबरू होंगे और इस मंच से किसानों के लिए संघर्ष का शंखनाद करेंगे। उमरावसिंह गुर्जर ने अपील की कि इस निर्णायक लड़ाई में शामिल होकर कमलनाथ जी के हाथ मजबूत करें।