BIG BREAKING : छत्तीसगढ़ विधायक दल की बैठक संपन्न,विष्णुदेव साय होंगे अब नए CM,MP-RJ में अब भी सस्पेंस,पर इन्हे मिल सकता है मौका,पढ़े ये ख़ास खबर

छत्तीसगढ़ विधायक दल की बैठक संपन्न,विष्णुदेव साय होंगे अब नए CM,

BIG BREAKING : छत्तीसगढ़ विधायक दल की बैठक संपन्न,विष्णुदेव साय होंगे अब नए CM,MP-RJ में अब भी सस्पेंस,पर इन्हे मिल सकता है मौका,पढ़े ये ख़ास खबर

एजेंसी / छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री के नाम को लेकर बना सस्पेंस अब खत्म हो गया है। रायपुर स्थित भाजपा के कार्यालय में विधायक दल की बैठक पूरी हो चुकी है। भाजपा के पर्यवेक्षक अर्जुन मुंडा, सर्बानंद सोनोवाल और दुष्यंत गौतम की रायपुर में नव निर्वाचित विधायकों के साथ बैठक की। बैठक में विष्णु देव साय को मुख्यमंत्री पद के लिए चुना लिया गया,

रमन सिंह पिछड़े .......। 
छत्तीसगढ़ में सीएम पद की दावेदारी की रेस में पूर्व सीएम डॉ. रमन सिंह एक प्रबल दावेदार के रूप में पहले नंबर पर थे। हालांकि, छत्तीसगढ़ में 15 साल राज करने के बाद 2018 के चुनाव में भाजपा को बड़ी हार मिली थी लेकिन आज भी छत्तीसगढ़ की सियासत में रमन सिंह को पार्टी का सबसे बड़े चेहरा माना जाता हैं। 15 साल राज करने के बाद रमन सिंह गरीबों के डॉक्टर और चावल वाले बाबा के नाम से भी मशहूर रहे हैं। वही सीएम पद की रेस में रेणुका सिंह और ईश्वर साहू के नाम भी शामिल थे ,

आदिवासी समाज का बड़ा चेहरा विष्णुदेव साय
विष्णु देव साय आदिवासी समाज के बड़े नेता माने जाते हैं। विष्णुदेव साय इसलिए बड़ा नाम है, क्योंकि वे चार बार सांसद, दो बार विधायक, केंद्रीय राज्य मंत्री और दो-दो बार के प्रदेश अध्यक्ष भी रहे हैं। इसके साथ ही उन्हें संगठन में काम करने का लंबा अनुभव भी है। साल 2023 में विधानसभा चुनाव में उन्होंने कुनकुरी सीट से जीत हासिल भी की है। प्रदेश अध्यक्ष के पद से हटाए जाने के बाद वे पार्टी से लगातार जुड़े रहे और संगठन की गतिविधियों को आगे बढ़ाया,

राजनीतिक सफर ......। 
विष्णुदेव साय ने अपनी राजनीतिक सफर की शुरुआत 1989 में शुरू की। सबसे पहले वे एक गांव के पंच के रूप में थे। संघ से जुड़े थे। भारतीय जनता पार्टी ने साल 1990 में उनके ऊपर भरोसा जताकर तपकरा विधानसभा क्षेत्र से विधायक का टिकट दिया गया, जिसमें उन्होंने जीत हासिल की। इसके बाद वे रायगढ़ लोकसभा क्षेत्र से लगातार तीन बार के सांसद भी चुने गए। साल 1999 से लेकर साल 2014 तक लगातार तीन बार सांसद रहे हैं। इसलिए विष्णुदेव साय को आदिवासी समाज का बड़ा चेहरा है,

छत्तीसगढ़ के बाद अब मप्र और राजस्थान को लेकर भी सस्पेंस जल्द ख़त्म होने की सम्भावना है,राजस्थान में जहा वसुंधरा राजे का नाम रेस में सबसे आगे मन जा रहा है जबकि अश्विनी वैष्णव और अर्जुन राम मेघवाल के नाम भी इस दौड़ में है वही मप्र में शिवराज सिंह चौहान के साथ ही प्रह्लाद पटेल और नरेंद्र सिंह तोमर सहित कैलाश विजयवर्गीय का नाम रेस में है और शीर्षनेतृत्व की हरी झंडी के बाद इन्ही में से किसी को कमान सौंपी जा सकती है,

हालंकि छत्तीसगढ़ में जैसे पार्टी ने नए व्यक्ति विष्णुदेव साय को मौका दिया है वैसे ही मप्र और राजस्थान में भी भाजपा किसी नए नाम को ही मौका दे सकती है ,