BIG NEWS: नीमच पुलिस की बड़ी कामयाबी: मंदिर चोरियों का पर्दाफाश! विधि विरूद्ध बालक सहित चोरी का माल खरीदने वाला आरोपी भी गिरफ्तार,पढ़े खबर

मंदिर चोरियों का पर्दाफाश

BIG NEWS: नीमच पुलिस की बड़ी कामयाबी: मंदिर चोरियों का पर्दाफाश! विधि विरूद्ध बालक सहित चोरी का माल खरीदने वाला आरोपी भी गिरफ्तार,पढ़े खबर

नीमच। जिला पुलिस कप्तान अंकित जायसवाल के निर्देशन में नीमच सिटी पुलिस को लक्ष्मीनारायण मंदिर और मंशापूर्ण महादेव मंदिर में हुई चोरियों का पर्दाफाश करने में बड़ी सफलता मिली है। पुलिस ने इन घटनाओं में शामिल एक विधि विरूद्ध बालक (किशोर) सहित चोरी का माल खरीदने वाले एक आरोपी को गिरफ्तार किया है।

​अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक  नवलसिंह सिसौदिया और नगर पुलिस अधीक्षक सुश्री किरण चौहान के मार्गदर्शन में तथा थाना प्रभारी नीमचसिटी निरीक्षक विकास पटेल के नेतृत्व में गठित पुलिस टीम ने इस कार्रवाई को अंजाम दिया। पुलिस ने आरोपीगणों के कब्जे से चोरी गया लगभग ₹1,20,000 का संपूर्ण मशरूका जब्त किया है, जिसमें 02 चांदी के छत्र, 03 चांदी के मुकुट, 01 दान पेटी, ₹8,000 नगदी और घटना में प्रयुक्त एक्टिवा स्कुटी शामिल है।

​घटनाक्रम का संक्षिप्त विवरण-
​पुलिस को दो अलग-अलग मंदिर चोरियों की रिपोर्ट मिली थी। पहली घटना 17.09.2025 को लक्ष्मीनारायण मंदिर, नीमचसिटी में हुई, जिसकी रिपोर्ट बालमुकुंद दास बैरागी ने दर्ज कराई थी, जिसमें चांदी के मुकुट और छत्र चोरी हुए थे। दूसरी घटना 04.10.2025 को मंशापूर्ण महादेव मंदिर, इन्द्रानगर में हुई, जिसकी रिपोर्ट पुजारी कमलेश मोड़ ने दी थी, जिसमें मंदिर की दानपेटी चोरी हुई थी।

​खुलासे और गिरफ्तारी-
​पुलिस टीम ने घटनास्थल के आस-पास लगे सीसीटीवी कैमरों का गहन विश्लेषण किया और पाया कि दोनों चोरियां एक ही व्यक्ति द्वारा की गई हैं। जांच के बाद, पुलिस ने नीमचसिटी निवासी विधि विरूद्ध बालक को हिरासत में लिया। पूछताछ में उसने दोनों घटनाओं को स्वीकार किया और बताया कि उसने चोरी का माल महेन्द्र सोनी पिता देवीलाल सोनी निवासी इन्द्रानगर को बेचा था। पुलिस ने तत्काल आरोपी महेन्द्र सोनी को भी गिरफ्तार कर लिया।
​इस टीम की रही कार्यवाही-
​इस महत्वपूर्ण सफलता में उप-निरीक्षक विजेन्द्रसिंह और दयाल हाड़ा, प्रधान आरक्षक शिवपाल यादव और जितेन्द्र जगावत, तथा आरक्षक मनोज प्रजापत, दशरथ थावरिया, गणेश मालेचा, लक्की शुक्ला और राजेश चौधरी का विशेष योगदान रहा।