POLITICS NEWS : मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव 2023 ,भाजपा कांग्रेस के सर्वे पर सर्वे जारी,BJP में 50 सीटे डेंजर जॉन में,तो कांग्रेस की नजर मालवा बेल्ट पर,नीमच मंदसौर की इन सीटों पर बजी खतरे की घंटी......!पढ़े ये ख़ास खबर

मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव 2023 ,भाजपा कांग्रेस के सर्वे पर सर्वे जारी,BJP में 50 सीटे डेंजर जॉन में,

POLITICS NEWS : मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव 2023 ,भाजपा कांग्रेस के सर्वे पर सर्वे जारी,BJP में 50 सीटे डेंजर जॉन में,तो कांग्रेस की नजर मालवा बेल्ट पर,नीमच मंदसौर की इन सीटों पर बजी खतरे की घंटी......!पढ़े ये ख़ास खबर

मध्य प्रदेश में इस वर्ष विधानसभा चुनाव होने हैं चुनाव के पहले अब बीजेपी हो या कांग्रेस टिकट को लेकर रणनीति बनने लगी है,साथ ही दोनों ही डालो में अपने पाने मापदंड भी तय किए जा रहे हैं,भाजपा की बात करे तो विश्वसनीय सूत्रों के मुताबिक टिकट वितरण को लेकर सरकार और संगठन के द्वारा तीन अलग-अलग सर्वे कराए गए हैं,माना जा रहा है कि सर्वे के आधार पर ही प्रदेश में बीजेपी में टिकट वितरण होगा,इसी तरह कॉग्रेस ने भी अपने सर्वे करवाना शुरू कर दिया है और जमीनी स्तर जिसकी पकड़ मजबूत होगी उसे ही वे मैदान में वे उतरेंगे,

भाजपा की ये सर्वे रिपोर्ट .........!
बीजेपी ने जो 3 अलग-अलग सर्वे कराए हैं, उनमें से करीब 50 विधायकों की स्थति खराब बताई जा रही है,माना जा रहा है कि तीनों सर्वे में जिन विधायकों की रिपोर्ट नेगेटिव है, पार्टी उनका टिकट इस बार काट सकती है,ऐसे में पार्टी में खलबली सी मची हुई है,लगातार अब ख़राब प्रदर्शन वाले विधायकों के क्षेत्रों में पार्टी के आलाकमान की नज़ारे है,ऐसे क्षेत्रों में पूर्व विधायक या जो सक्रीय लोग है उन पर भी लगातार निगाहे है जिन पर दांव लगाया जा सकता है,पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के बीच हुई बातचीत में यह तय किया गया है कि जो प्रत्याशी दो या तीन बार से लगातार चुनाव हार रहे हैं, ऐसे नेताओं पर पार्टी इस बार कोई विचार नहीं करेगी,

भाजपा के गढ़ पर ख़ास नजर .......। 
मालवांचल का बेल्ट भाजपा का गढ़ ही माना जाता है,सूत्र बताते है की इस बार परिस्तिथिया पहली सी यहाँ दिखाई नहीं दे रही है जिसके चलते भाजपा यहाँ अपना पूरा फोकस किये हुए है,खास कर किसान आंदोलन वाले क्षेत्र नीमच- मंदसौर संसदीय क्षेत्र की सीटे प्राथमिकता पर है,क्योकि अगर यहाँ सेंध लगी तो प्रदेश में भाजपा को बड़ा झटका लग सकता है,सूत्रों के अनुसार जो डेंजर जॉन वाली जो सीटे है उनमे गरोठ,मल्हारगढ़,जावरा के साथ ही जावद और मनासा विधानसभा है जिन्हे लेकर अभी से मंथन जोरो पर है ,


दूसरी ओर कांग्रेस ने विधानसभा चुनाव में टिकट की दावेदारी कर रहे लोगों पर ध्यान देते हुए प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह को 66 विधानसभा सीटों पर कांग्रेस को मजबूत बनाने की अहम् जिम्मेदारी सौंपी गई है,ये वे सीटे है जहा कांग्रेस को हार का सामना पिछले चुनावो में करना पड़ा था,ऐसे में दिग्गी राजा खुद इस क्षेत्रों के डोरे करते हुए कार्यकर्ताओ से सीधे संवाद साध रहे है और उनकी मंशा अनुरूप क्षेत्र में कौन सक्रीय होकर काम कर रहा है कौन जितने वाला उम्मीदवार कांग्रेस का हो सकता है उस पर अपना सर्वे वे करवाने में जुटे हुए है,

मालवा पर कांग्रेस की भी नजर ......। 
मालवांचल जो की भाजपा का अभेद किला सा माना जाता है यहाँ सेंधमारी को दिग्गी राजा अपना प्लान तैयार कर चुके है वे लगातार इस क्षेत्र में घूम रहे है,राजा इस क्षेत्र की विधानसभा सीटों पर कभी अधिकृत दौरे पर तो कभी निजी कार्यक्रमों के माध्यम से पिछले काफी समय से सक्रीय नजर आये है,यहाँ तक की वे कई छोटे बड़े कांग्रेसी नेताओ के घर तक भी गए है और उनसे बातचीत तक स्थानीय विषयो पर की है,

जिस तरह भाजपा हो या कांग्रेस मालवांचल पर अपना बड़ा फोकस किये हुए है उससे साफ लगता है की यहाँ भाजपा को अपना ये गढ़ बचने की चिंता है तो वही कांग्रेस को यहाँ सेंधमारी की संभावनाएं दिखाई दे रही है,ऐसे में दोनों और से पार्टी नेता कोई कोर कसार यहाँ छोड़ना नहीं चाहते है,और लगता है की ये मालवा क्षेत्र ही इस बार सरकार बनाने में अपनी अहम् भूमिका निभा सकता है,