BIG NEWS: एक माह का समय पूरा, सरकार का वादा अब भी अधूरा, संविदा-NHM कर्मचारियों का फिर से हल्लाबोल, मांगो के संबंध में सौंपा ज्ञापन, क्या भोपाल भरो आंदोलन की भी तैयारी...! पढ़े ये खबर
एक माह का समय पूरा, सरकार का वादा अब भी अधूरा, संविदा-NHM कर्मचारियों का फिर से हल्लाबोल, मांगो के संबंध में सौंपा ज्ञापन, क्या भोपाल भरो आंदोलन की भी तैयारी...! पढ़े ये खबर
मंदसौर। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन अंतर्गत, एनएचएम संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों द्वारा लगातार अपनी जायज मांगों एवं अधिकारों को शासन के सक्षम अधिकारियों के समक्ष रखा जा रहा है, परंतु शासन के द्वारा इनकी लगातार अनदेखी की जा रही है। शासन द्वारा NHM संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों के साथ सौतेला व्यवहार किया जा रहा है, अपनी प्रमुख मांगों को लेकर प्रदेश के 32 हजार कर्मचारियों में भारी असंतोष एवं रोषव्याप्त हैं।
विगत दिनांक 15 दिसंबर 2022 से 3 जनवरी 2023 तक अनिश्चितकालीन हड़ताल के दौरान स्वास्थ्य मंत्री, अपर मुख्य सचिव, स्वास्थ्य आयुक्त एवं मिशन संचालक द्वारा आश्वस्त किया गया था कि, हड़ताल स्थगित कर दीजिए और 1 माह के भीतर मांगों को पूरा कर दिया जवेगा। इसलिए संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों द्वारा हड़ताल को 1 माह के लिए स्थगित किया गया था, लेकिन शासन प्रशासन द्वारा 1 माह से अधिक समय होने के बावजूद भी मांगों को पूरा नहीं किया गया है, एवं अधिकारियों द्वारा अलग-अलग समिति बनाकर इन कर्मचारियों को इनकी जायज मांगों को लेकर गुमराह किया जा रहा है। जिससे संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों के 32 हजार परिवारों के लिए जीवन मरण का प्रश्न उपस्थित हो गया है।
हमारी जायज मांगो को शासन-प्रशासन द्वारा लगातार अनदेखा किया जा रहा है। जिससे 32 हजार कर्मचारियों का भविष्य अधर में लटका हुआ, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा भांजे-भांजियो की मांगों को अति शीघ्र पूरा कर तोहफा दिया जाए, अन्यथा की स्थिति में प्रदेश के संविदा कर्मचारियों द्वारा परिवार सहित भोपाल भरो आंदोलन किया जाएगा। इस बीच में जो भी सेवाएं प्रभावित होगी। उसकी संपूर्ण जिम्मेदारी शासन प्रशासन की होगी
प्रमुख मांगे-
- राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अधिकारी एवं कर्मचारियों को नियमित किया जाए। जब तक नियमितिकरण नहीं हो पाता है, तब तक 5 जून 2018 की म.प्र. शासन, सामान्य प्रशासन विभाग द्वारा पारित की गई नीति तत्काल प्रभाव से लागू की जाए एवं सीएचओ को MLHP कैडर के तहत नियमित किया जाए।
- राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन से हटाकर आउट सोर्स प्रथा में किए गए सपोर्ट स्टाफ कर्मचारियों को पुनः राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन में मर्ज किया जाए अथवा विभाग में रिक्त पदों पर समायोजन किया जाए एवं निष्कासित कर्मचारियों को शतप्रतिशत वापस लिया जाए।
- संविदा स्वास्थ्य कर्मचारी संघ द्वारा दिनांक 15.12.22 से 03.01.2023 तक की गई अनिश्चितकालीन हड़ताल के दौरान जिन संविदा कर्मचारियो पर पुलिस प्रकरण दर्ज किए गए है, वह तत्काल वापस लिए जावे।