NEWS: ग्वालटोली में गाजे-बाजे के साथ निकली कलश एवं पौथी यात्रा, स्वामी सत्यानंद सरस्वती बग्गी में हुए विराजमान, भक्तों ने लिया आशीर्वाद, श्रीमद भागवत कथा प्रारंभ, पढ़े ये खबर

ग्वालटोली में गाजे-बाजे के साथ निकली कलश एवं पौथी यात्रा, स्वामी सत्यानंद सरस्वती बग्गी में हुए विराजमान, भक्तों ने लिया आशीर्वाद, श्रीमद भागवत कथा प्रारंभ, पढ़े ये खबर

NEWS: ग्वालटोली में गाजे-बाजे के साथ निकली कलश एवं पौथी यात्रा, स्वामी सत्यानंद सरस्वती बग्गी में हुए विराजमान, भक्तों ने लिया आशीर्वाद, श्रीमद भागवत कथा प्रारंभ, पढ़े ये खबर

नीमच। श्रीमद् भागवत कथा महोत्सव समिति ग्वालटोली द्वारा शीतला माता मंदिर परिसर में सात दिवसीय श्रीमद् भागवत कथा ज्ञान यज्ञ सप्ताह का आयोजन 13 से 19 सितंबर तक किया जा रहा है, इस धार्मिक आयोजन का श्री गणेश मंगलवार को भव्य कलश एवं पोथी यात्रा के साथ हुआ। हाईवे रोड़ पर गायत्री प्रज्ञा पीठ पर सर्वप्रथम सभी कलश की पूजा अर्चना गायत्री परिवार के सदस्यों द्वारा की गई, जिसके पश्चात लगभग 101 महिलाओं  एवं बालिकाओं ने अपने सिर पर कलश रखे। फिर ढोल-ढमाके, डीजे एवं ध्वजा के साथ कलश एवं पोथी यात्रा प्रारंभ हुई। 

यात्रा के दौरान प्रसिद्ध कथा वाचक एवं सत्यदीप आश्रम वृंदावन धाम के संचालक स्वामी सत्यानंद सरस्वती (पीएचडी दर्शनशास्त्र) एक आकर्षण घोड़ा बग्गी में विराजमान थे, जिनका जगह-जगह भक्तगण द्वारा पुष्पमाला पहनाकर एवं पुष्पवर्षा कर आशीर्वाद लिया गया। यात्रा के अंतर्गत आयोजन समिति के सदस्य एवं क्षेत्र के वरिष्ठ जन भागवत कथा की पोथी अपने सिर पर लिए हुए चल रहे थे। वही यात्रा में शामिल महिला, पुरुष, युवा एवं बच्चे डीजे पर बज रहे भजनों की धुन पर नाचते गाते हुए  चल रहे  थे। 

यात्रा में शामिल आयोजन समिति के सदस्य एवं गणमान्य लहरिया साफा पहने हुए थे, जो सभी के आकर्षण का केंद्र बने। यात्रा गायत्री प्रज्ञा पीठ परिसर से प्रारंभ होकर हाईवे रोड, नाका चौराहा, नीमच जावद रोड होते हुए कथा स्थल शीतला माता मंदिर परिसर पर पहुंचकर संपन्न हुई। जिसके बाद यहां सांय 7:00 से रात्रि 11:00 बजे तक श्रीमद् भागवत कथा की ज्ञान गंगा प्रवाहित हुई, जिसमें गुरुजी स्वामी सत्यानंद सरस्वती ने उपस्थित भक्तगण को कथा का वृतांत सुनाया। और कहां कि, भागवत कथा मोक्षदायिनी है, इस कथा का श्रवण करने से मनुष्य अंत समय में मोक्ष की प्राप्ति करता है।

आयोजन समिति के सदस्यों ने बताया कि, इस सात दिवसीय कथा का विश्राम 19 सितम्बर को पूर्णाहुति एवं प्रसादी वितरण के साथ होगा। कार्यक्रम के अंतिम दिन राधा-कृष्ण मंदिर परिसर में शाम 6 बजे से महाप्रसादी का आयोजन किया जाएगा। भागवत कथा में 18 सितंबर तक सांय 7 से रात्रि 11 बजे तक एवं अंतिम दिन 19 सितंबर को दोपहर 12 से शाम 4 बजे तक भागवत कथा की ज्ञान गंगा प्रवाहित होगी। 

कलश एवं पोथी यात्रा में धन्ना लाल पटेल, बाल किशन पटेल, गंगाराम दीवान, श्याम लाल दीवान, शांतिलाल सफा, पप्पू हलवाई, ओम दीवान, मुकेश पोरवाल, हरगोविंद दीवान, भारत सिंह अहीर, गोपाल चंद्रवंशी, पत्रकार श्रवण शर्मा 'राज', अशोक सुराह, सुरेश सियोठा, सुनील मंगवानी, गुड्डा हलवाई, राजेश जायसवाल, बाबूभाई थमार, विनोद ग्वाला, मुकेश ग्वाला, दीपक अहीर, कुंदन पटेल, कन्हैया सफा, अनिल चौधरी, गोपाल रियार, गोलू सुराह, यशपाल थमार, राकेश थमार, लाला प्रजापति, राजू सुराह, अभय जैन, डीपी दीवान, गौतम हास, विजय यादव सहित आयोजन समिति के सदस्य सम्मिलित हुए।