NEWS : सिंगोली मंडल अध्यक्ष के चयन में पार्टी ने नहीं अपनाई गाईड लाइन, 45 साल से अधिक उम्र के कार्यकर्ता को बनाया अध्यक्ष, इन्होंने जताई आपत्ति, पढ़े खबर

सिंगोली मंडल अध्यक्ष के चयन में पार्टी ने नहीं अपनाई गाईड लाइन

NEWS : सिंगोली मंडल अध्यक्ष के चयन में पार्टी ने नहीं अपनाई गाईड लाइन, 45 साल से अधिक उम्र के कार्यकर्ता को बनाया अध्यक्ष, इन्होंने जताई आपत्ति, पढ़े खबर
सिंगोली। भाजपा ने भले ही संगठन चुनाव में पार्टी हाईकमान के निर्देशों का पालन पूरी पारदर्शिता के साथ करने का दावा किया हो, लेकिन सिंगोली मंडल अध्यक्ष चुनने में उम्र के लिहाज से हुई चूक पार्टी कार्यकर्ताओं में नाराजगी का कारण बन गई है। जबकि संगठन पर पिछड़ा वर्ग की उपेक्षा का भी आरोप लग रहा है।
 
बताया जाता है कि, सिंगोली मंडल अध्यक्ष चुनने में संगठन ने उम्र के लिहाज से जहां 45 साल की गाईड लाइन को नहीं माना, वही क्षेत्र पिछड़ा बाहुल्य होने के बाद भी पिछड़ा वर्ग की पूर्णतः उपेक्षा की गई है। इस बाबत निवृतमान मंडल अध्यक्ष गोपाल धाकड़ ने क्षेत्र के कार्यकर्ताओं में उत्पन्न हुई नाराजगी के मद्देनजर संगठन पदाधिकारियों और उच्च स्तरीय नेताओं से अपेक्षा की है कि, वे चयन में निर्धारित मापदंडों का पालन करें। खासकर जिस कार्यकर्ता को मंडल अध्यक्ष नियुक्त किया गया है, वह उम्र के लिहाज से पात्र नहीं है।
 
भाजपा जिलाध्यक्ष पवन पाटीदार बताई गाइड लाइन- 
 
बीते दिनों संगठन चुनाव के संबंध में हिन्दी खबरवाला ने भाजपा के नीमच जिलाध्यक्ष पवन पाटीदार से बातचीत की थी। इसी दौरान विभिन्न जानकारियों के साथ उन्होंने यह भी बताया था कि, मंडल अध्यक्ष के लिए आयु 35 से 45 वर्ष होना तय की गई है। यानीं 15 ही मंडलों के अध्यक्षों की उम्र 35 से 45 वर्ष के अंदर ही होनी आवश्यक है। इसके बावजूद सिंगोली मंडल अध्यक्ष कैसे 46 वर्ष का हो गया।