BIG NEWS : एमपी में दबे पांव आगे बढ़ रहा कोरोना, प्रदेश में आ चुके 25 से ज्यादा मामले, अब शुरू होगी सैंपलिंग, स्वास्थ्य विभाग ने जारी किया अलर्ट, पढ़े खबर

एमपी में दबे पांव आगे बढ़ रहा कोरोना

BIG NEWS : एमपी में दबे पांव आगे बढ़ रहा कोरोना, प्रदेश में आ चुके 25 से ज्यादा मामले, अब शुरू होगी सैंपलिंग, स्वास्थ्य विभाग ने जारी किया अलर्ट, पढ़े खबर

डेस्क। प्रदेश में कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने अलर्ट जारी किया है। सीवियर एक्यूट रेस्पिरेटरी इंफेक्शन के सभी और एन्फ्लुएंजा जैसे लक्षणों वाले मरीजों के कम से कम 5 प्रतिशत में सैंपल लेकर जांच के निर्देश दिए है। कोविड पॉजीटिव मिले सैंपल्स की होल जीनोमिक सीक्वेंसिंग कराई जाएगी, ताकि वायरस के बारे में पता चल सके। संक्रमण से बचने के लिए सामुदायिक जागरूकता गतिविधियां शुरू करने को कहा है।

तैयारी की समीक्षा के निर्देश- 

पीएस स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा अधिकारी ने शुक्रवार को श्वसन संबंधी बीमारियां बढ़ने के चलते सभी जिला कलेक्टर, डीन मेडिकल कॉलेज, सीएमएचओ और सिविल सर्जन को इन्पेशेंट केयर इंस्टिट्यूशन्स की तैयारी की समीक्षा के निर्देश दिए हैं। सभी जांच सुविधाएं, दवाएं, पीपीई किट्स, आइसोलेशन बेड्स, मेडिकल ऑक्सीजन, आइसीयू तथा वेंटिलेटर वाले बेड्स की पर्याप्त उपलब्धता बनी रहे। ऑक्सीजन सप्लाई के पीएसए प्लांट्स चलाकर देखने की मॉक ड्रिल्स भी कराई जाए।

भोपाल में कोरोना के नौ मामले, चार एक्टिव-

मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (सीएमएचओ) भोपाल कार्यालय ने आधिकारिक तौर से भोपाल में कोरोना वायरस के नौ मामले पाए जाने की पुष्टि की। शुक्रवार को सीएमएचओ तिवारी ने कहा कि एक अप्रेल 2025 से पांच जून तक भोपाल में कोविड-19 से कुल नौ लोग संक्रमित पाए गए। एक अप्रैल, तीन मई और पांच जून इनकी पहचान हुई। इसमें पांच ठीक हो गए हैं और चार अभी भी एक्टिव हैं। 

डॉ. तिवारी के अनुसार एक्टिव कोरोना मरीजों में से एक अन्य बीमारियों के कारण अस्पताल में भर्ती था। बाकी तीन लोगों के शंका के आधार पर कोरोना जांच में संक्रमित पाए गए। इनमें कोरोना के कोई विशेष लक्षण (स्पर्शोन्मुख) नहीं होने के कारण इन्हें घर पर आईसोलेशन में रहकर सावधानी बरतने की सलाह दी गई है। स्वास्थ्य विभाग सरकारी अस्पतालों में स्वास्थ्य सेवाओं के बुनियादी ढांचे और स्वास्थ्य सेवा उपलब्ध कराए जाने को सुनिश्चित करने के लिए निगरानी की जा रही है। 

डॉ. तिवारी ने बताया कि स्वास्थ्य संस्थाओं को लक्षणों के आधार पर निर्धारित प्रोटोकॉल के अनुरूप कार्य करने का निर्देश दिया गया है। सभी शासकीय स्वास्थ्य संस्थाओं में परामर्श नि:शुल्क उपलब्ध है। लोगों से आग्रह है कि समस्या होने पर वे डॉक्टर की सलाह के अनुसार जांच व उपचार करवाएं।

प्रदेश में आ चुके हैं 27 मामले- 

इंदौर, ग्वालियर के बाद कोरोना राजधानी में दस्तक दे चुका है। प्रदेश में कोरोना के 27 मामले सामने आए हैं।